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Updated: 17 मार्च, 2022 12:28 PM
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''ऐसा लगता है जो लोग सेक्सी टाइप कपड़े पहनते हैं, जैसे मैंने अभी पहने हैं वो लोग ऐसे ही बेकार होते हैं. लेकिन मैं बता दूं मैंने संस्कृत में एमफिल कर रखी है और भी बहुत कुछ किया हुआ है. तो कपड़े देखकर किसी को जज नहीं करना चाहिए. ट्रोल करने वालों समझ लो.'' एक्ट्रेस नीना गुप्ता का ये कथन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोग इसके पक्ष और विपक्ष में अपनी राय जाहिर कर रहे हैं, लेकिन कई लोगों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर एक्ट्रेस ये बातें इस वक्त क्यों कही है. क्योंकि इस तरह का न तो कोई मुद्दा गरम है, न ही लोगों ने उनके बारे में कुछ लिखा या कहा है. ऐसे लोगों को बता दें कि नीना गुप्ता ने अपने से ही जुड़े एक मामले को लेकर ये वीडियो शेयर किया है, जो कि पिछले साल का है. उस वक्त कपड़े को लेकर सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस को बहुत बुरी तरह से ट्रोल किया गया था.

1_650_031622074135.jpgबॉलीवुड एक्ट्रेस नीना गुप्ता आयुष्मान खुराना की फिल्म 'बधाई हो' के जरिए सुर्खियों में आई हैं.

दरअसल, पिछले साल जून में नीना गुप्ता अपनी ऑटोबायॉग्रफी 'सच कहूं तो' को लेकर काफी चर्चा में थीं. इस किताब में उन्होंने अपनी जिंदगी के बारे में कई दिलचस्प खुलासे किेए थे. इसी किताब को देने वो मशहूर गीतकार और शायर गुलजार के घर पहुंची थी. उस वक्त नीना ने स्टाइलिश फ्लोरल प्रिंट के शॉर्ट्स पहने थे. इसका वीडियो उन्होंने जैसे ही सोशल मीडिया पर शेयर किया, लोग उनको बुरी तरह से ट्रोल करने लगे. कई ट्रोल्स का तो यहां तक कहना था कि गुलजार साहब से मिलने के लिए नीना को साड़ी पहनकर जाना चाहिए था. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि उनको अपनी उम्र का ख्याल करना चाहिए. इस उम्र में ऐसे कपड़े पहनकर नहीं जाना चाहिए. नीना ने उस वक्त तो किसी से कुछ नहीं कहा, लेकिन 10 महीने बाद वीडियो बनाकर उन सभी लोगों को करारा जवाब दिया है, जो महिलाओं को उनके कपड़ों से जज करते हैं. उनके बारे में राय बनाते हैं.

देखिए नीना गुप्ता का वीडियो, जो तेजी से वायरल हो रहा है...

यह पहली बार नहीं है कि महिलाओं को उनके लिबास के आधार पर जज किया गया है. ऐसा अक्सर होता है कि महिलाओं को उनके पहनावे के आधार पर जज किया जाता है. यदि वो पूरी तरह से पारंपरिक कपड़े पहन लें तो उन्हें आंटी या ओल्ड फैशन्ड कहा जाने लगता है. वहीं यदि वो स्कर्ट या मिनी ड्रेस पहन लें तो कहा जाता है कि वो अंग प्रदर्शन कर रही हैं. कई बार उन्हें कैरेक्टर सर्टिफिकेट तक थमा दिया जाता है. कई बार जब महिलाओं के साथ ज्यादती होती है. उनके साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध होते हैं, तो भी उनको और उनके पहनावे को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है. कुछ लोगों का कहना होता है कि अंग प्रदर्शन और भड़काऊ कपड़े पहनकर महिलाएं पुरूषों को उकसाती है, जिसकी वजह से छेड़खानी और रेप जैसी घटनाएं होती हैं. शर्म आती है ऐसी सोच रखने वाले लोगों पर, जो कपड़ों के आधार पर किसी इंसान की प्रकृति के बारे में सोचते हैं.

नीना गुप्ता के वीडियो पर सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग राय देखने को मिल रही है. एक महिला यूजर ने लिखा है, ''मुझे हमेशा से साड़ी पहनकर, बालों में जुड़ा बनाने के साथ बड़ी बिंदी लगाना पसंद है. 22 साल की उम्र से लेकर आज तक मुझे साड़ी पहनना बहुत पसंद रहा है. लेकिन मुझे हमेशा ऑफिस में ‘बहन जी’ बुलाया गया और मेरा मज़ाक बनाया गया. पर ठीक है जितनी जिसकी सोच, उसकी उतनी पहुंच. किसे फर्क पड़ता है.'' एक दूसरे यूजर ने लिखा है, ''आप तो हर ड्रेस में अच्छी लगती हैं मैम. इतने प्यार से धमकी तो बस संस्कृत वाले ही दे सकते हैं.'' एक अन्य शख्स ने लिखा है, ''इतने प्यार से कभी किसी ने ट्रोलर्स को डांटा नहीं होगा. आप बहुत स्वीट हैं. आप बहुत कमाल लग रही हैं. वीडियो का एंड बहुत ही अच्छा है.'' लोगों के ऐसी राय यह भी बताती है कि केवल नकारात्मक सोच वाले लोग ही समाज में नहीं रहते हैं. ऐसे लोग भी हैं, जिनकी सोच अच्छी है.

गुलजार से मिलने पहुंची नीना गुप्ता जब ट्रोल हुई थीं...

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