रोहिंग्या आतंकी हैं या मजबूर शरणार्थी ?
अपने को मजबूर दिखाने वाले रोहिंग्या मुसलमानों पर एमनेस्टी इंटरनेशनल का खुलासा चौंकाने वाला है. रिपोर्ट के बाद ये साफ है कि रोहिंग्या मुसलमानों ने और कुछ नहीं बस दुनिया की आंखों में धूल झोंकी है.
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बीते कुछ समय से शांत पड़ा रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा एक बार फिर से गर्मा गया है और रोहिंग्या मुसलमान पुनः चर्चा में आ गए हैं. रोहिंग्या मुसलमान चर्चा में क्यों दोबारा आए इसके दो कारण हैं पहला 22 मई को बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा का यूनिसेफ की तरफ से बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जाना और वहां रोहिंग्या मुसलमानों और उनके बच्चों के साथ फोटो खिंचाना और दूसरा एमनेस्टी इंटरनेशनल की जांच रिपोर्ट.
एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के चलते एक बार फिर रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा गर्मा गया है
बात की शुरुआत प्रियंका चोपड़ा से करते हैं. प्रियंका चोपड़ा ने बीते दिनों यूनिसेफ़ के एक इवेंट के लिए रोहिंग्या मुसलमानों के बांग्लादेश स्थित शरणार्थी कैंप का दौरा किया. बताया जा रहा है कि शरणार्थी लोगों से मिलने के दौरान उनकी परेशानियां सुनकर प्रियंका भावुक हो गयीं. प्रियंका न सिर्फ लोगों से मिलीं और भावुक हुईं बल्कि उन्होंने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर दौरे की तस्वीरों के साथ इस मुद्दे पर अपने विचार रखे हैं.
अपने इंस्टाग्राम पर प्रियंका ने लिखा है कि, ''मैं आज कोक्स बाज़ार, बांग्लादेश में यूनिसेफ़ की ओर दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी कैंप का दौरा कर रही हूं. 2017 के उत्तरार्द्ध में, दुनिया ने म्यांमार (बर्मा) की रखाइन स्टेट की तरफ़ से की गयी एथनिक क्लीनज़िंग की भयावह तस्वीरें देखी थीं. इस हिंसा ने क़रीब सात लाख रोहिंग्या को सीमा पार करके बांग्लादेश में शरण लेने को मजबूर कर दिया, जिनमें से 60 फीसदी बच्चे हैं. कई महीने बाद वे आज भी असुरक्षित हैं. ऐसे शिविरों में रह रहे हैं, जहां पांव रखने की जगह नहीं है. उन्हें नहीं पता कि वे कहां जाएंगे या वे कहां के कहलाएंगे.''
जाहिर है प्रियंका का रोहिंग्या मुसलमानों से मिलना लोगों को रास नहीं आया और उनकी आलोचना शुरू हो गयी
रोहिंग्या शरणार्थियों की तंगहाली और अनिश्चितता के मद्देनजर प्रियंका ने ये भी लिखा है कि ''इससे भी बुरा ये है कि उन्हें नहीं पता, अगली बार खाना कब मिलेगा और जब तक उनके जीवन में थोड़ा ठहराव आएगा. बरसात का मौसम शुरू होने वाला है. अब तक जो कुछ उन्होंने बनाया है, वो सब नष्ट हो जाएगा. ये बच्चों की पूरी पीढ़ी है, जिसका कोई भविष्य नहीं है. उनके चेहरों पर मुस्कान हैं, मगर मैं उनमें सूनापन देख सकती हूं. इस इंसानी संकट की अग्रिम पंक्ति में ये बच्चे ही खड़े हैं, जिन्हें मदद की सख़्त ज़रूरत है. दुनिया को परवाह करने की ज़रूरत है. हमें परवाह करने की ज़रूरत हैं. ये बच्चे ही भविष्य हैं.'' इसके बाद प्रियंका ने रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए यूनिसेफ़ वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया है.
अभी प्रियंका ने युए तस्वीर डाली ही थीं कि उन्हें लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया. ट्विटर से लेकर इंस्टाग्राम तक कई यूजर ऐसे थे जिन्हें प्रियंका का ये अंदाज बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और उन्होंने प्रियंका के इस कदम की कड़ी आलोचना की.
मैडम नई कभी कश्मीरी पंडितों के कैम्प में भी चले आना , अपने देश मे ही है , वीजा भी नही लेना पड़ता उनसे भेंट करने के लिए।
— Suraj (@surajpoddar3) May 21, 2018
When Kashmiri pandit are driven out of Kashmir where did these celebrates goes, shame shame !!! खुद का घर जो जला है उसपे पानी डालने की बजाए दूसरों के घरों की राख चूनने मै लगे है !!!!
— Chandrakant Lekurwale (@Alligators9590) May 22, 2018
What are you doing good for people in India? Apne mohalle ke raaste saaf karwae kabhi? No right? Exactly, hence you have no right to tell her what to do whether it's publicity stunt or not!
— Nish Dan (@Nish__Dan) May 22, 2018
india me tuje koi garib nahi mila jo udhar k rohingya jo kal hamare hi desh me ghus k logon ki muskile badhayenge..jara mumbai me hi dekh leti...karodo log he jinhe do din se khana nahi mila...sab bharat virodhi he.jis thalime khati ho usi me thukti ho
— ???? RAJADHIRAJ ???? (@B_N_BHATIYA) May 22, 2018
Hey @priyankachopra how many #Rohingya kids are you adopting? Charity begins at home. Open the gates of your house for them. pic.twitter.com/OQoDmJAWLZ
— Rita (@RitaG74) May 21, 2018
Sorry for saying big thing.. but I just want to ask .. we have d same problem in India , forget India .. in Mumbai itself how many time did u visit n went there n thing about their problem n needs ??? Will appriciate if spare some time also at least nearby of our places. Thanks
— Somit Gope (@imSomit) May 21, 2018
माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ऐसी हजारों ऐसी प्रतिक्रियाएं हैं जिनको देखकर साफ है कि लोगों को प्रियंका का ये अंदाज बिल्कुल भी पसंद नहीं आया. बहरहाल प्रियंका की आलोचना में ताजा नाम जुड़ा है भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटिहार का. प्रियंका की यात्रा के संबंध में कटिहार ने कहा है कि प्रियंका चोपड़ा रोहिंग्या की हकीकत नहीं जानतीं. उन्हें रोहिंग्या शरणार्थियों से नहीं मिलना चाहिए था.' कटियार ने आगे कहा कि रोहिंग्यां शरणार्थियों को इस देश में रहने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग उनसे हमदर्दी रखते हैं, उन्हें भी इस देश में रहने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.
रोहिंग्या मुसलमान एक बड़ी समस्या के रूप में हमारे सामने हैं
रोहिंग्या के विषय पर क्या कहती है एमनेस्टी इंटरनेशनल की जांच रिपोर्ट
अभी प्रियंका पर चल रही बयानबाजी रुकी भी नहीं है और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रोहिंग्या मुसलमानों के विषय में कई अहम खुलासे करते हुए अपनी एक जांच रिपोर्ट पेश की है. मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल की जांच रिपोर्ट पर यदि यकीन करें तो पता चलता है कि रोहिंग्या मुसलमान चरमपंथियों ने पिछले साल अगस्त में दर्जनों हिंदू नागरिकों की हत्या की थी. बताया जा रहा है कि पूर्व में आरसा नाम के संगठन ने तकरीबन दो नरसंहारों में 99 हिंदू नागरिकों को मार डाला था.
आपको बताते चलें कि ये हत्याएं उसी समय हुई थीं जब म्यांमार की सेना के खिलाफ़ विद्रोह की शुरुआत हुई थी. रोहिंग्या मुसलमानों के सन्दर्भ में म्यांमार की सेना पर भी अत्याचार करने का आरोप है. ज्ञात हो कि गत वर्ष अगस्त के बाद से ही म्यांमार में 7 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को हिंसा के कारण पलायन करना पड़ा है. साथ ही इस बवाल के चलते म्यांमार की बहुसंख्यक बौद्ध और अल्पसंख्यक हिंदू आबादी भी काफी हद तक विस्थापित हुई है.
इस विषय पर एमनेस्टी ने साफ संकेत दिए हैं कि घटना के बाद उसने बांग्लादेश और रखाइन में कई इंटरव्यू किए और उन इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि हुई है कि अराकान रोहिंग्या सैलवेशन आर्मी (आरसा) ने दिल दहला देने वाली हत्याओं को अंजाम दिया था.
बताया जा रहा है कि हिंसा की शुरुआत पहले रोहिंग्या मुसलमानों ने ही की थी
कह सकते हैं कि एमनेस्टी की ये जांच रिपोर्ट उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो लगातार रोहिंग्या मुसलमानों को उनका हक दिलाने के लिए जगह-जगह आंदोलन कर रहे हैं और सोशल मीडिया तक पर उनके समर्थन में हैशटैग डाल रहे हैं और कह रहे हैं कि रोहिंग्या मुसलमानों को उनका खोया हुआ अधिकार दिया जाए.
खैर अब चूंकि जब एमनेस्टी की रिपोर्ट के कारण सच सामने आ गया है तो इस पर भी लोगों की प्रतिक्रिया का आना लाजमी है. ट्विटर सेलेब्रिटियों में शुमार @Imamofpeace ने कहा है कि आज रोहिंग्या लोगों के साथ जो भी कुछ हो रहा है उसकी जिम्मेदार उनकी अपनी जिहादी मानसिकता है जिसमें उन्होंने मासूम हिन्दुओं का नरसंहार किया.
The Rohingya asylum seekers are victims of their own violent Jihadist leadership that formed a militia to kill Buddhists and Hindus. Hindus are being massacred, where’s the outrage for them!? https://t.co/P3m6w4B1Po
— Imam Tawhidi (@Imamofpeace) May 23, 2018
वहीं रोहिंग्या मुसलमानों पर पत्रकार कंचन गुप्ता ने जावेद अख्तर को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया है कि अब जब सच्चाई सामने आ गयी है तो वो अपने बेबुनियाद तर्कों पर सफाई दें. अब चुप रहना विकल्प नहीं है.
Now that investigations have revealed that #Rohingya massacred #Hindu men, women and children, will @Javedakhtarjadu have the grace of apologising for his shameful attempt to whitewash the crime? Silence is not an option Mr Akhtar. pic.twitter.com/p9UkfyojE7
— Kanchan Gupta (@KanchanGupta) May 23, 2018
ट्विटर पर @matthewfsmith के यूजर नेम ने भी रोहिंग्या मुसलमानों को एक गंभीर समस्या माना है. कहा जा सकता है कि matthewfsmith ने एक अहम मुद्दा उठाया है जिसपर विचार होना चाहिए.
It's unfortunate but not surprising that extremists & contrarian analysts are already championing Amnesty's report on ARSA killings. The same "critics" showed little concern for the genocidal military-led slaughter on #Rohingya civilians. An indicator of the brutal divisiveness.
— Matthew Smith (@matthewfsmith) May 23, 2018
पत्रकार और ट्विटर सेलेब्रिटियों में शुमार जागृति शुक्ला ने भी इसे एक गंभीर मुद्दा माना है और इसपर अपनी गहरी चिंता जताई है.
#Rohingya Muslim militants in Myanmar massacred 99+ Hindus during Jihadi attacks in last August,according to an investigation led by Amnesty International.#Rohingyas are a serious threat to the national security of India & must be repatriated to Myanmar.https://t.co/9OHoIiJ4Ma
— Jagrati Shukla (@JagratiShukla29) May 23, 2018
बीते कुछ दिनों से ट्विटर पर सक्रिय रहकर ज्वलंत मुद्दों पर प्रतिक्रिया देकर चर्चा में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कोइना मित्रा ने भी रोहिंग्या को एक बड़ी समस्या माना है और कहा है कि इन्हें देश से जल्द से जल्द डिपोर्ट करा जाए.
Deport them please. Let them settle in their own country. India's security, safety is our priority. #Rohingya #IllegalImmigrants https://t.co/TrzI84iQct
— Koena Mitra (@koenamitra) May 22, 2018
मिन्हाज मर्चेंट भी ट्विटर पर तल्ख नजर आए और उन्होंने भी इस समस्या का गंभीरता से संज्ञान लिया.
Amnesty International's new investigation reveals that #Rohingya terrorists massacred Hindu villagers in Aug 2017 & attacked police stations the same day, leading to mass expulsion of Rohingyas by Myanmar's security forces https://t.co/T5qz3rXg0E
— Minhaz Merchant (@MinhazMerchant) May 23, 2018
ध्यान रहे कि आज रोहिंग्या मुसलमानों का पलायन न सिर्फ दुनिया के लिए बल्कि स्वयं भारत के लिए भी एक बड़ी समस्या बन गया है. चाहे जम्मू कश्मीर हो या फिर महाराष्ट्र का मुंबई और असम आज यहां बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान वास करते हैं और लगातार इनके यहां रहने पर सवाल उठाए जा रहे हैं. अब चूंकि सच्चाई सामने आ ही गयी है तो देखना दिलचस्प रहेगा कि इनको देश से हटाने के लिए सरकार कौन से कड़े कदम उठाती है और इनके लिए क्या करती है.
अगर बात इस पर हो कि इनके साथ दुनिया का बर्ताव सही नहीं है और इन पर लगातार जुल्म किये जा रहे हैं तो यहां ये बताना बेहद जरूरी है कि आज जो कुछ भी इनके साथ हो रहा है उसके जिम्मेदार ये लोग खुद हैं. खुद ही इन्होंने मासूम लोगों की हत्या की और खुद ही विक्टिम बन कर सामने आ गए ताकी प्रियंका जैसे लोगों की नजर इन पर पड़े और ये उनके बल पर दुनिया से रहम और सहानुभूति पाएं.
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