ऐसे हुई थी अप्रैल फूल की शुरुआत, जानें दुनिया के 5 बेस्ट प्रैंक्स के बारे में
1700 के दशक तक इस हंसी ठिठोली के दिन को पूरे ब्रिटेन में मनाए जाने लगा था और अब तो 1 अप्रैल को आधिकारिक तौर पर साल का सबसे मनोरंजक दिन मान ही लिया गया है और हंसने-हंसाने के लिए इस दिन को मनाया भी जाता है.
-
Total Shares
हर साल 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है. अप्रैल फूल डे यानि की मुर्ख दिवस! इस दिन लोग घरों में या ऑफिसों में हर किसी को मुर्ख बनाने के बहाने तलाशते रहते हैं. रोजमर्रा के रूटीन कामों में बदलाव और दिल खोलकर हंसना और हंसाना ही इसका मकसद होता है.
कब से और क्यों 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाने लगा इसका कोई रिकॉर्ड तो नहीं है लेकिन कई लोग मानते हैं कि इस दिन की शुरूआता पोप ग्रेगरी तेरहवें से होती है.
अप्रैल फूल मनाया तो उनको गुस्सा आया
1582 में पोप ग्रेगरी पुराने जूलियन कैलेंडर की जगह नया ग्रेगोरियन कैलेंडर को लाना चाहते थे. ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक नया साल मार्च के अंत के बजाय 1 जनवरी को मनाया जाना था. लेकिन कुछ लोगों को पोप का ये ज्ञापन नहीं मिला और वो 1 अप्रैल को ही नए साल का दिन मानकर जश्न मनाते रहे. इस वजह से उन लोगों का मजाक उड़ाया जाने लगा और हंसने के लिए उन्हें 'बेवकूफ जैसे कामों में लगा दिया गया.
हालांकि, कुछ लोगों के अनुसार अप्रैल फूल डे मनाने की शुरूआत तब से होती है जब वसंत समारोह मनाया करते थे. इस दिन को 'तबाही और कुशासन' से मुक्ति के रूप में मनाते थे. प्राचीन रोमन त्योहारों मे हिलारिया में इस दिन को भगवान एट्टिस के पुनरुत्थान के दिन के रूप में मनाया जाता था और इसे छुपा कर रखा जाता था.
पूरे यूरोप में 1 अप्रैल के आस-पास कई तरह के त्योहार मनाए जाते थे. इसका रिकॉर्ड 1500 के दशक से मिलते हैं. हालांकि स्पष्ट रूप से 1700 के दशक तक इस हंसी ठिठोली के दिन को पूरे ब्रिटेन में मनाए जाने के प्रमाण जरुर मिलते हैं. अब तो 1 अप्रैल को आधिकारिक तौर पर साल का सबसे मनोरंजक दिन मान ही लिया गया है और हंसने-हंसाने के लिए इस दिन को मनाया भी जाता है.
पूरे विश्व में मनाया जाता है ये दिन
ये तो हुई कि क्यों मनाया जाता है अप्रैल फूल डे. आइए अब आपको बताते हैं टॉप 5 ऐसे प्रैंक जो इस दिन लोगों के साथ किए गए हैं.
1. स्पेगेटी की खेती
1957 में, बीबीसी ने एक फिल्म का प्रसारण किया. इस फिल्म में स्विट्जरलैंड के किसानों को ताजी-ताजी स्पेगेटी पौधों से चुनते हुए दिखाया. फिर क्या था प्रसारक के पास स्पेगेटी के पौधे पाने के रिक्वेस्ट की बाढ़ ही आ गई.
2. मूर्ख दिवस परेड
न्यूयॉर्क में 1986 से हर साल अप्रैल फूल डे परेड की प्रेस रिलिज जारी की जाती है. खास बात ये है कि ऐसी कोई परेड कभी होती नहीं.
3. बाएं हाथ के बर्गर
1998 में बर्गर बनाने वाली कंपनी बर्गर किंग ने यू.एस.ए. टुडे में पूरे पेज का एक विज्ञापन निकाला. इस विज्ञापन में बांया हाथ इस्तेमाल करने वालों के लिए 'बाएं हाथ वाले whopper' नाम के स्पेशल बर्गर की घोषणा की. इसके सारे इन्ग्रेडिएन्ट 180 डिग्री तक घूमा दिए गए रहे थे. फास्ट-फूड चेन ने बाद में घोषणा की कि 'हर कोई जानता है कि एक whopper पकड़ने के लिए दोनों हाथों का इस्तेमाल होता है!'
4. उड़ने वाला पेंगुइन
2008 में बीबीसी ने अपने दर्शकों को एक उड़ने वाली पेंगुइन की वीडियो क्लिप दिखा कर मुर्ख बनाया. वीडियो दिखाते हुए चैनल ने दावा किया था कि ये पेंगुइन अंटार्कटिक के मौसम से बचने के लिए अब उड़कर दक्षिण अमेरिका में उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों की ओर जा रहे हैं!
5. कुत्तों की खास कुर्सी
2011 नामी-गिरामी फर्निचर कंपनी Ikea ने एक कुर्सी बनाया और कहा कि ये कुत्तों के लिए स्पेशल बनाया गया है और अपने फर्नीचर प्रशंसकों को मूर्ख बनाया.
ये भी पढ़ें-
वो काम जो सिर्फ शराबी ही कर सकते हैं....
आपकी राय