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Updated: 01 फरवरी, 2022 08:52 PM
देवेश त्रिपाठी
देवेश त्रिपाठी
  @devesh.r.tripathi
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Finance Minister Nirmala Sitharaman Budget Speech वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट 2022 (Budget 2022) पेश कर दिया है. निर्मला सीतारमण मे बजट 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ते हुए अमृत काल का बजट बताया. निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 को पेश करते हुए कहा कि इस बजट से अगले 25 साल की बुनियाद रखी जाएगी. गरीबों के लिए 80 लाख घर बनाने के लिए 48 हजार करोड़ का बजट स्वीकृत किए जाने से लेकर 60 लाख रोजगार के सृजन की बात कही गई. बड़े उद्योगों और एमएसएमई में निवेश के लिए 7.5 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है. क्लाइमेट चेंज को ध्यान में रखते हुए सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड्स जारी किए जाएंगे. जिसके जरिये केंद्र सरकार लोगों के पैसों का निवेश कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाले प्रोजेक्ट्स में लगाएगी. और, एक निश्चित समय के बाद लोगों को इन बॉन्ड्स से लाभ मिलेगा. आइए जानते हैं कि बजट 2022 की 6 खास बातें...

 Nirmala Sitharaman Budget 2022 Budget 2022 में पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान का जिक्र कर देश में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है.

क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन में होने वाले प्रॉफिट पर टैक्स: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 में आरबीआई द्वारा डिजिटल करेंसी लॉन्च किए जाने का ऐलान किया है. इसी के साथ वित्त मंत्री ने ये भी घोषणा की है कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी से कमाई यानी प्रॉफिट पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा. क्रिप्टो करेंसी को लेकर किसी तरह का कोई प्रावधान फिलहाल नहीं लाया गया है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर नियंत्रण की कोशिश नहीं की है. लेकिन, क्रिप्टो करेंसी के हर लेन-देन को टैक्सेबल बना दिया है. क्रिप्टो करेंसी में फायदा पर टैक्स के साथ ही घाटा होने पर भी लोगों को टैक्स देना होगा.

खपत बढ़ाने के बजाय इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने का चुनाव: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 में खपत यानी कंजंप्शन को बढ़ाने के लिए कोई खास ऐलान नहीं किए हैं. आसान शब्दों में कहा जाए, तो चीजों की खपत बढ़ाने के लिए दामों में बदलाव का प्रयोग नहीं किया गया है. बल्कि, Budget 2022 में पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान का जिक्र कर देश में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है. निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ अगले 25 वर्षों के लिए भारत की नींव रखी जा रही है. इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 100 लाख करोड़ रुपये की पीएम गतिशक्ति योजना को बूस्ट देने का ऐलान किया गया. इसके तहत नेशनल हाईवे नेटवर्क को 25 हजार किमी तक बढ़ाने की बात की गई है. इससे देश में लॉजिस्टिक की आवाजाही को तेजी मिलेगी. इस परियोजना के अंतर्गत अगले तीन सालों में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें बनाई जाएंगी. कार्गो हैंडलिंग कैपेसिटी बढ़ाने के लिए 100 पीएम गति शक्ति कॉर्गो टर्मिनल तैयार किए जाएंगे.

इनकम टैक्स स्लैब फाइलिंग पर ही घोषणा: हर बार की तरह मध्यमवर्ग और नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद थी कि केंद्र सरकार की ओर से इनकम टैक्स की स्लैब में किसी तरह का बदलाव किया जा सकता है. लेकिन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार भी इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव का कोई ऐलान नहीं किया. हालांकि, टैक्स फाइलिंग में हुई गलती को सुधारने के लिए दो साल की छूट दी गई है. आसान शब्दों में कहा जाए, तो अगर इनकम टैक्स को फाइल करते समय टैक्स बचाने के लिए इनवेस्टमेंट जैसी चीजों से जुड़ी जानकारियां छूट जाने पर अब दो साल तक अपडेट की जा सकती हैं. इसके चलते लोगों को किसी छोटी गलती से इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव जैसी दिक्कतों से बचने का फायदा मिलेगा. 

सस्ता-महंगा और बड़ी घोषणाओं से किनारा: आमतौर पर बजट पेश होने पर क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा हुआ, जैसे सवाल लोगों के मन में आते हैं. लेकिन, बजट 2022 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सस्ता और महंगे जैसी घोषणाओं के साथ ही बड़े ऐलानों यानी लोगों को सौगात देने से भी किनारा किया. इस बजट में ड्यूटी घटने से कपड़े, चमड़े, पॉलिश्ड डायमंड, मोबाइल फोन, चार्जर, कृषि उपकरण और केमिकल्‍स सस्‍ते होंगे. आसान शब्दों में कहा जाए, तो चुनावी माहौल को देखकर लगाए जा रहे अंदाजे के विपरीत निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 में लोगों को सौगात देने की कोशिश नहीं की है.

अब तक का सबसे छोटा बजट, दिखने में एकदम सपाट: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2022 से जुड़ी सारी घोषणाएं 90 मिनट के अंदर ही पूरी कर लीं. नौकरीपेशा लोगों से लेकर कारोबारियों तक, युवाओं से लेकर किसानों तक के लिए बजट 2022 में कोई बड़ी सौगात नहीं दी गई है, तो बजट बिल्कुल सपाट नजर आया. निर्मला सीतारमण ने इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी घोषणाएं कीं. बजट 2022 को पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान और गिनी-चुनी घोषणाओं के इर्द-गिर्द ही बुना गया था.

शेयर मार्केट क्यों खुश है: आमतौर पर बजट पेश होने के साथ ही शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव देखा जाने लगता है. लेकिन, बजट 2022 के पेश होने के बाद शेयर मार्केट में कोई बहुत बड़ा बदलाव दर्ज नहीं किया गया. आसान शब्दों में कहा जाए, तो बजट 2022 जितना सपाट रहा, उतना ही सपाट शेयर मार्केट का रिएक्शन रहा. क्योंकि, केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए बजट में मुख्य रूप से इन्फ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स सेक्‍टर पर ही घोषणाएं की गईं. इससे इतर शेयर मार्केट पर असर डालने वाली कोई भी निगेटिव ऐलान नही हुए. यानी किसी भी सेक्टर पर नए टैक्स जैसे ऐलान नहीं किए गए. वहीं, बजट से एक दिन पहले पेश किए गए इकोनॉमिक सर्वे 2022 में अगले वित्त वर्ष में GDP विकास दर 8-8.5 फीसदी और 2021-22 में 9.2 फीसदी रहने की उम्मीद की गई थी. जिससे शेयर मार्केट मजबूत हुआ.

लेखक

देवेश त्रिपाठी देवेश त्रिपाठी @devesh.r.tripathi

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं. राजनीतिक और समसामयिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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