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Updated: 27 अगस्त, 2015 05:54 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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मैगी नूडल्स में 'लेड' की मात्रा ज्यादा पाई गई थी, जिसकी वजह से मैगी पर जून में प्रतिबंध लग गया और तब से मैगी बाजार से गायब हो गई. लेकिन वह लौट रही है और आगाज भावुक कर देने वाला है.

बॉम्बे हाइकोर्ट ने मैगी नूडल्स से प्रतिबंध हटा लिया तो 450 करोड़ रुपये का घाटा सहने वाली इस कंपनी ने राहत की सांस ली. कुछ मंजूरियां मिलने के बाद साल के अंत में उसे फिर से बाजार में उतारा जाएगा.

बच्चे हों, यंगस्टर्स हों या फिर प्रोफेश्नल्स, मैगी के मोह जाल से कोई नहीं बच सका, मैगी हमेशा से ही लोगों की पहली पसंद रही, लेकिन मैगी बैन से ये सब मायूस हो गए, ज़रा सी भूख लगने पर सबको मैगी याद आती थी, क्योंकि इसका स्वाद तो खास था ही, ये झटपट बन भी जाती थी. बैचलर्स के लिए तो इससे अच्छा कोई और ऑप्शन था ही नहीं. नेस्ले भी अपने इस प्रोडक्ट के प्रति लोगों के जुड़ाव को समझती थी, इसीलिए मैगी के एेड्स पर भी अच्छा खासा पैसा इनवेस्ट करती, ये एेड्स भी लोगों को उतने ही पसंद आते जितनी मैगी खुद, क्योंकि ये एेड्स मैगी को लोगों की भावनाओं से जोड़ देते थे.

अपनी वापसी की तैयारियों में लगी नैस्ले ने एक बार फिर लोगों की भावनाओं को निशाना बनाया है. लोगों ने अपनी पसंदीदा मैगी को जितना मिस किया उसके जवाब में मैगी कह रही है 'we miss you too'. मैगी अब अपने पाक-साफ होने के दावे भी नहीं कर रही, वो सिर्फ अपने उस शस्त्र का इस्तेमाल कर रही है जो हमेशा काम करता है, 'एडवरटाइज़िंग'. इसी कड़ी में मैगी ने चार नये एड्स लॉन्च किए हैं. जिसे अच्छा खासा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

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मैगी भी कह रही है 'वी मिस यू टू'

इन एेड्स को खास तौर पर सिर्फ पुरुषों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. जाहिर सी बात है मैगी ही एक ऐसी डिश है जिसे बिना झंझट के लड़के भी बना लेते हैं. इन लड़कों को स्टूडेंट्स और वर्किंग प्रोफेश्नल्स दिखाया गया है और एेड्स की लोकेशन भी एक जैसी है लगती है. पहले विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक लड़का देर रात घर आने पर अपनी मां को नहीं उठाता था क्योंकि उसके पास मैगी का विकल्प होता था, दूसरे विज्ञापन में एक लड़का न्यूज पेपर में आने वाले विज्ञापनों की अहमियत को बता रहा है, क्योंकि पहले मैगी हर समय उपलब्धा होती थी और जब मैगी नहीं अखबारों में आने वाले विज्ञापनों पर ध्यान देना पड़ता है. तीसरे एेड में एक लड़का बता रहा है कि मैगी होने पर वो कभी अपने पड़ोसियों की बातों पर ध्यान नहीं देता था पर मैगी नहीं तो वो आज उनकी बातों को मिस करता है. चौथे ऐड में एक लड़की अपने पिताजी द्वारा मैगी बनाना याद कर रही है. बरहाल अपने अपने अंदाज़ में ये सब मैगी को मिस करते और उसे वापस बुलाते दिखाए गए हैं.

खाने में लेड की मात्रा ज़्यादा होने के नुक्सान से लोग अभी भी पूरी तरह से वाकिफ नहीं हैं, इसलिए तो मैगी को मिस कर रहे हैं और उसके वापस आने का इंतज़ार भी. इसी बात का फायदा नेस्ले उठा रही है, और लोगों की भावनाओं से खेल रही है. बेहतर होता कि कंपनी अपने उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर जनता के बीच जाती. खैर ये विज्ञापन मैगी के दीवानों को खूब पसंद आ रहे हैं.

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लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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