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Updated: 04 नवम्बर, 2015 11:26 AM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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11 साल का एक बच्चा क्या कर सकता है? आप कहेंगे सबकुछ कर सकता है, जैसे खेलना-कूदना, पढ़ाई करना, अपने सभी काम खुद करना, घर के कामों में भी हाथ बंटाना, कंप्यूटर चलाना, शरारतें करना, मस्ती करना और क्या... पर हैरत होगी ये जानकर कि 11 साल का बच्चा बिजनेस भी कर सकता है.

भारतीय मूल की 11 साल की मीरा मोदी न्यूयॉर्क में रहती हैं और कक्षा 6 की छात्रा हैं. इनके बारे में खास बात ये है कि जिस उम्र में बाकी बच्चे पढ़ते-लिखते और खेलते हैं, उस उम्र में मीरा अपना बिजनेस चला रही हैं. मीरा ने हाल ही में एक वेबसाइट खोली है जिसके ज़रिए वो पासवर्ड्स बेचती हैं. पर पासवर्ड्स ऐसे वैसे नहीं, बाकायदा डाइस का इस्तेमाल कर बनाए हुए. ये पासवर्ड्स आम पासवर्ड की तरह नहीं होते बल्कि औरों से ज्यादा बेहतर और सुरक्षित होते हैं.

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                                                          सिर्फ 11 साल की हैं मीरा

डाइसवेयर बहुत पुरानी कला है. इस तरीके में पासा फेंककर रैंडम नंबर जेनेरेट किए जाते हैं फिर उसे अंग्रेजी एल्फाबेट की एक लंबी सी लिस्ट से मैच कराया जाता है. अब इन शब्दों को नॉन सेंसिकल स्ट्रिंग से जोड़ा जाता है और फिर मिलता है एक जटिल पासवर्ड जिसे क्रेक करना बेहद मुश्किल होता है.

मीरा की मां ने मीरा को पासवर्ड जेनेरेट करने के लिए प्रेरित किया. और इस काम से पैसा कमाने का आइडिया खुद मीरा का था. पहले वो लोगों से मिलकर उसी वक्त उन्हें पासवर्ड जेनेरेट करके देती थीं, लेकिन एक-एक व्यक्ति से मिलकर मुनाफा अच्छा नहीं होता, तो मीरा ने इसे ऑनलाइन बेचने का तरीका अपनाया और dicewarepasswords.com के नाम से वेबसाइट शुरू की. मीरा कहती है- 'मैं इसे लोगों तक पहुंचाना चाहती थी और मुझे इससे ज्यादा पैसे नहीं मिल पा रहे थे, इसलिए खुद की वेबसाइट चलाना बहुत अच्छा है, ये मजेदार भी है.'

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                                            अपनी उम्र के बाकी बच्चों को इंस्पायर कर रही हैं मीरा

मीरा एक पासवर्ड के लिए 2 डॉलर लेती हैं और अपने कस्टमर्स को उनके पासवर्ड्स पोस्ट के जरिए भेजती हैं. मीरा कहती हैं कि- हमारे पास इतने अच्छे कंप्यूटर्स हैं, लोग बहुत आसानी से कुछ भी हैक कर सकते हैं, अच्छे पासवर्ड्स होना बेहद ज़रूरी है.

बिजनेस करने का ये तरीका बहुत ही अनोखा है, और इसको खास बनाता है एक छोटी सी बच्ची का दिमाग. हैकिंग के तमाम खतरों के बावजूद ज्‍यादातर लोगों का सबसे आम पासवर्ड 12345 ही है, ऐसे में सिक्योर पासवर्ड्स की अहमियत बढ़ जाती है. बहरहाल, मीरा अपने पासवर्ड्स के जरिए पैसे ही नहीं कमा रहीं बल्कि अपनी उम्र के बाकी बच्चों को भी इंस्पायर कर रही हैं. शाबाश मीरा!

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लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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