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Updated: 28 फरवरी, 2017 05:55 PM
मोहित चतुर्वेदी
मोहित चतुर्वेदी
  @mohitchaturvedi123
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भारत की जनता जहां डीमोनिटाइजेशन से परेशान थी अब रीमोनिटाइजेशन का वायरस इनकी लाइफ में कल से आने वाला है. नोटबंदी से जहां लोग परेशान हुए वहीं बैंकों की हालत खराब हुई. यानी नोटबंदी बैंकों के लिए हले की हड्डी बन गई है. गला गीला करने के लिए बैंकों ने अब जनता को 1 मार्च से नए झटके देने का पूरा प्लान कर लिया है. जी हां, नई तारीख से आपका ही बैंक आपकी जेब खाली कर देगा. तीन बैंकों में 1 मार्च से कुछ बैंकों ने नई व्यवस्था लागू होने जा रही है. ऐसी व्यवस्था जो आम आदमी की कमर तोड़ सकती है...

1_022817044457.jpgएचडीएफसी बैंक

HDFC बैंक का झटका

HDFC बैंक ने नई तारीख से कुछ बदलाव किए हैं. जिन लोगों के एचडीएफसी में अकाउंट हैं, उनके लिए खुशी की बात ये है कि उनको एक मार्च से 4 बार डिपोजिट-विड्रॉल पर किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लगेगा. अब दुख की बात सुनिए... जैसे ही आप पांचवीं बार डिपोजिट-विड्रॉल करने जाएंगे तो आपको 150 रुपए सिर्विस चार्ज देना होगा. कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने और नकदी लेन-देन को हतोत्साहित करने के लिए बैंक बचत खातों से कुछ निश्चित लेन-देन के बाद शुल्क वसूलेंगी. दूसरा नियम है कि अब एचडीएफसी की होम ब्रांच से 2 लाख रुपए तक ही निकाल सकते हैं.

इसके ऊपर अगर आप कैश विड्रॉयल करते हैं तो आपको हर हजार रुपए पर 5 रुपए या न्यूनतम चार्च 150 रुपए देने होंगे और तीसरा नियम ये हैं कि दूसरी बैंक की ब्रांच से रोज 25000 रूपये तक ट्रांजेक्शन मुफ्त कर सकेंगे और राहत की बात यह है कि सीनियर सिटीजन व बच्चों के खातों पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगाया गया है।

2_022817044515.jpgएक्सिस बैंक

AXIX बैंक का झटका

जिनका एक्सिस बैंक में अकाउंट हैं वो अब एक महीने में एक लाख रुपए तक डिपोजिट और विड्रॉल कर सकते हैं. यहां चार बार लेन-देन तक किसी तरह का चार्ज नहीं लगेगा. इसके बाद पांचवें लेन-देन पर 150 रुपए सर्विस चार्ज देना होगा. इसके बाद हर लेने-देन पर हर हजार रुपए पर 5 रु. या न्यूनतम चार्ज 150 रुपए देना होगा.

ICICI बैंक का झटका

होम ब्रांच में चार से ज्यादा कैश और ट्रांजैक्शंज पर कम-से-कम 150 रुपये चार्ज किया जाएगा. इसके अलावा महीने लिमिट एक लाख रुपए तक रखी जा सकती है.

3_022817044619.jpgएटीएम में चार्ज लगने से पहले ऐसी लगी थी एटीएम में भीड़.

एटीएम में भी शुरु हो चुका है चार्ज लगना

नोटबंदी के बाद अब एटीएम से कैश निकालने की लिमिट रोज 10,000 रुपए थी लेकिन 20 फरवरी से हर हफ्ते 50 हजार रुपये तक कर दी गई है. आरबीआई के पुराने निर्देश के अनुसार, अगर कोई अपने बैंक के एटीएम से महीने में 5 बार से ज्यादा ट्रांजैक्शन करता है तो उसे 20 रुपये चार्ज के रूप में देने पड़ते थे. इसके तहत दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु में दूसरे बैंक के एटीएम यूज करने पर 3 ट्रांजैक्शन फ्री थे जबकि दूसरे शहरों में 5 ट्रांजैक्शन फ्री थे.

एक जनवरी से ये नियम फिर से लागू हो गए हैं. नोटबंदी से पहले एसबीआई, पीएनबी और आईसीआईसीआई बैंक 5 ट्रांजैक्शन के बाद प्रति ट्रांजैक्शन पर 15 रुपये चार्ज करते थे. इनके अलावा ज्यादातर दूसरे बैंक हर एटीएम ट्रांजैक्शन पर 20 रुपये वसूल रहे थे. अब ये चार्ज फिर से शुरू हो गए हैं. फिलहाल एचडीएफसी, आईसीसीआई और एक्सिस बैंक ने नए नियम को लागू करने का फैसला किया है. जो बैंकों के लिए तो ये गुड न्यूज है वहीं आम जनता के लिए काफी शॉकिंग...

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लेखक

मोहित चतुर्वेदी मोहित चतुर्वेदी @mohitchaturvedi123

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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