बजट 2017: ये सभी चीजें हो सकती हैं महंगी!
बजट तो जब आएगा तब आएगा, लेकिन अगर उम्मीदों की बात करें तो कुछ खास सेक्टर महंगे हो सकते हैं और कुछ खास सस्ते. तो कौन सी ऐसी चीजें हैं जिन्हें आज ही खरीद लेने में भलाई है और क्या कल के बाद खरीदना सही हो सकता है. चलिए देखते हैं...
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2017-18 का बजट आने वाला है और सभी दिल थामे नोटबंदी के बाद के इस महा-सुनियोजित, आडंब रहित, नैतिक और विकासशील बजट का इंतजार कर रहे हैं. खैर, हर बजट के बाद इस बात का पता चल जाता है कि क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा, लेकिन बजट के पहले क्या उम्मीद करें. हालांकि, इस बात का दावा तो किया नहीं जा सकता कि क्या सस्ता होगा और क्या महंगा, लेकिन कुछ आंकड़ों के आधार पर अंदाजा तो लगा ही सकते हैं. तो चलिए देखते हैं कि क्या-क्या महंगा हो सकता है और आपको क्या बजट लिस्ट बना लेनी चाहिए.
महंगी हो सकती हैं ये चीजें-
क्यों बढ़ सकती है कीमत- रेल किराया महंगा हो सकता है. इसमें AC थ्री-टियर और सेकंड क्लास टिकटों में ज्यादा अंतर दिख सकता है. बेस किराए में AC वन-टियर और टू-टियर में थोड़ा ही अंतर हो सकता है. 2016 के रेल हादसों के बाद राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष के बनाने की बात कही गई थी. ये कोष 20 हजार करोड़ रुपए का हो सकता है. इसी कारण ऐसा हो सकता है कि बजट के तुरंत बाद अगर किराया ना भी बढ़े तो भी दो महीने बाद सरकार रेल किराए को बढ़ा दे.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- सरकार इस साल सर्विस टैक्स को बढ़ा सकती है. ये लगभग तय माना जा रहा है कि सर्विस टैक्स में कम से कम 0.5% की बढ़त हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो यकीनन लोगों के लिए फिल्म देखना महंगा हो जाएगा. इसकी वजह ये है कि सरकार सर्विस टैक्स के रेट को जीएसटी के रेट के बराबर लाना है.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- कई अर्थशास्त्रियों का कहना है कि सोने के दाम में इजाफा हो सकता है. इसकी दो वजह हैं. पहली ये कि सोने के आयात में हमारे फॉरेन रिजर्व का बहुत सा हिस्सा जाता है और इसे सरकार कम करना चाहती है. इसके अलावा, कालेधन को व्हाइट करने के लिए भी सोने की खरीदारी की जाती है. इसपर 50 हजार से ऊपर की सोने की खरीदारी पर पैन कार्ड देने का नियम भी बनाया गया है. ऐसे में सरकार सोने की डिमांड को कम करने की कोशिश करेगी.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- इसके लिए भी सर्विस टैक्स वाला नियम लागू होता है. महंगे रेस्टोरेंट्स और होटलों में कीमतें बढ़ सकती हैं. अगर सर्विस टैक्स बढ़ा तो बाहर खाना खाने के लिए आपको पहले से ज्यादा पैसे चुकाने होंगे.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- जीएसटी के बाद ब्रांडेड चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं. बिजनेस इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक करीब 3-4% का इजाफा हो सकता है. जहां तक टेक्सटाइल की बात करें तो अभी कॉटन पर जीरो एक्साइज ड्यूटी लगती है. ऐसे में जीएसटी के बाद ये भी महंगा हो सकता है.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- ऐसा माना जा रहा है कि पिछले कई सालों की तरह इस साल भी सिगरेट की कीमतें बढ़ेंगी. इसका सीधा कारण है एक्साइज ड्यूटी बढ़ाना. तंबाकू उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ने से सिगरेट और गुटखे की कीमतें बढ़ सकती है. इसके अलावा, शराब की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल सकता है.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- होटलों के कमरे और टूरिज्म भी महंगा हो सकता है. इसका भी सीधा कारण सर्विस टैक्स का बढ़ना होगा. अगर सर्विस टैक्स बढ़ता है तो मनोरंजन के क्षेत्र की सभी चीजें महंगी हो सकती हैं.
क्यों बढ़ सकती है कीमत- इसका भी सीधा कारण सर्विस टैक्स ही होगा. जीएसटी का रेट अभी के सर्विस टैक्स रेट से ज्यादा है. एविएशन इंडस्ट्री पर इसका भारी असर पड़ सकता है.
सस्ती हो सकती हैं ये चीजें-
क्यों हो सकता है सस्ता- सरकार हाउसिंग सेक्टर को प्रमोट करने की तैयारी में है! नोटबंदी के बाद हाउसिंग सेक्टर से लोगों को राहत मिलेगी ऐसा अर्थशास्त्रियों का मानना है. खास बात ये है कि कालेधन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल सोने और हाउसिंग सेक्टर में होता था. करंसी बैन से उस सेक्टर में काफी उथल-पुथल मची है. एक्सपर्ट्स की मानें तो साल 2017 हाउसिंग सेक्टर के लिए काफी बेहतर साबित होगा. 2016 की आखिरी तिमाही में ही कई बैंक्स ने अपने हाउसिंग लोन इंट्रेस्ट रेट सस्ते कर दिए हैं. ऐसा ही इफेक्ट बजट के बाद भी देखने को मिल सकता है.
क्यों हो सकता है सस्ता- इस मामले में कोई ठोस कारण नहीं दिया जा सकता, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि बिजली के दाम सस्ते हो सकते हैं. इसे नोटबंदी के बाद सरकार का लोगों को राहत देने का एक तरीका भी माना जा सकता है.
क्यों हो सकता है सस्ता- जिस तरह हाउसिंग सेक्टर सस्ता होने की उम्मीद है उसी तरह से घर बनाने का सामान भी सस्ता हो सकता है. इकोनॉमिक टाइम्स के एक सर्वे के अनुसार 56% लोगों का मानना है कि ये सामान सस्ता होगा.
क्यों हो सकता है सस्ता- नोटबंदी के बाद इस बात की बहुत उम्मीदें हैं कि FMCG सेक्टर में कीमतें कम हों. इसका सीधा कारण ये है कि इस सेक्टर ने पिछले काफी समय से निश्चित ग्रोथ नहीं देखी और पिछले साल ही FMCG सातवें वेतन आयोग के बाद थोड़ी सुधरी है. फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद राठी के अनुसार कॉर्पोरेट इनकम टैक्स रेट FMCG कंपनियों को फायदा दे सकता है. इसमें हिंदुस्तान यूनिलिवर, कोलगेट-पामोलिव आदि कंपनियां शामिल हैं.
क्यों हो सकता है सस्ता- मेक इन इंडिया कैम्पेन को बूस्ट करने के लिए होम मेड इलेक्ट्रॉनिक आइटम सस्ते किए जा सकते हैं. इसके अलावा, स्मार्टफोन्स भी सस्ते हो सकते हैं. गैजेट्स की बात करें तो मेक इन इंडिया डिवाइसेस में टैक्स की छूट मिल सकती है.
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