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Updated: 08 सितम्बर, 2016 02:05 PM
राहुल मिश्र
राहुल मिश्र
  @rmisra
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दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी एप्पल के प्रमुख टिम कुक जब भारत आए थे तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत में मैन्यूफैक्चिरिंग की इच्छा जताई थी. एप्पल ने मुंबई और बंगलुरू में यूनिट लगाने के लिए जमीन भी खरीद ली है. और अब वह भारत सरकार से चाहती है कि उसे देश के स्मार्टफोन मार्केट में अपना इस्तेमाल किया हुआ आईफोन बेचने की इजाजत मिल जाए.

फेसबुक के मार्क जकरबर्ग की तरह टिम कुक ने भी अपनी कंपनी का भारत में विस्तार करने के लिए देवी-देवताओं का सहारा लिया है. भारत पहुंचते ही सबसे पहले कुक ने मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में मत्था टेका है. गौरतलब है कि एप्पल अभी तक आईफोन समेत अपने सभी प्रोडक्ट्स की मैन्यूफैक्चरिंग चीन में कराता था और इसके साथ ही कंपनी को चीन की स्मार्टफोन मार्केट में सर्वाधिक मुनाफा होता रहा है. हालांकि अब चीन में आर्थिक सुस्ती के चलते आईफोन की सेल में बड़ी गिरावट दर्ज हुई है जिसके चलते कंपनी अब भारत के बड़े बाजार पर किस्मत आजमा कर कंपनी के मुनाफे को बढ़ाने की कोशिश में है.

चीन के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है लेकिन एप्पल अभी तक महज 1 फीसदी बाजार पर अपनी पकड़ बना पाई है. इसकी बड़ी वजह भारत में सस्ते स्मार्टफोन की मजबूत पकड़ है. वहीं आईफोन की ऊंची कीमत भारतीय कंज्यूमर के गले नहीं उतरती. जहां लेटेस्ट आईफोन बाजार में 60 हजार रुपये से ज्यादा कीमत पर बिकता है वहीं भारतीय ग्राहकों का रुझान 5 हजार रुपये से 30 हजार रुपये तक के स्मार्टफोन खरीदने की तरफ है.

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सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन के बाद एप्पल प्रमुख टिम कुक

अभीतक एप्पल ने भारतीय बाजार में डिमांड पकड़ने के लिए अपने नए प्रोडक्ट की कीमत गिराने से मना किया है. कंपनी ने यहां सेल बढ़ाने के लिए भारत सरकार से अपने पुराने इस्तेमाल किए हुए फोन को एक बार फिर से बेचने की इजाजत मांगी है. यह इजाजत मिलने पर वह डिस्काउंट के साथ सस्ते दरों पर पुराना फोन भारतीय ग्रहकों की जेब को ध्यान में रख बेच सकेगा. फिलहाल भारत ने इस मुद्दे पर एप्पल को हरी झंडी नहीं दिखाई है. केन्द्र सरकार का मानना है कि एप्पल को इजाजत देने से देश डंपिंग के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगेगा.

लिहाजा कुक की भारत यात्रा इस मुद्दे के साथ-साथ भारत में मैन्यूफैक्चरिंग करने के लिए सरकार के साथ करार के लिए की गई. इसके लिए कुक पहले मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन करते हैं फिर मायानगरी में फिल्मी सितारों की महफिल सजाते हैं. इन सबके बीच कुक ने रिलायंस समूह के साथ अपने करार को आगे बढ़ाने के लिए मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी से भी मुलाकात की. गौरतलब है रिलायंस समूह ने अपने रिलायंस जियो प्रोजेक्ट में एप्पल के साथ करार किया है और माना जा रहा है कि रिलायंस जियो भारत में मोबाइल इंटरनेट और टेलिफोनी की दुनिया में मील का पत्थर साबित होगी. जानकारों के मुताबिक रिलायंस जियो की नई टेक्नॉलोजी से मोबाइल में कॉल ड्रॉप और उच्च डेटा दरों की समस्या से निजात मिलेगा. फिलहाल कुक और अंबानी एप्पल के प्रोडक्ट को रिलायंस जियो के कनेक्शन के साथ देने पर काम कर रहे हैं.

इसके अलावा चीन में आईफोन की सेल में गिरावट और वहां जारी आर्थिक सुधारों के दबावों के चलते एप्पल अब भारत में अपने प्रोडक्ट का निर्माण करना चाहती है. एप्पल के इस कदम से जहां क्वॉलिटी मैन्यूफैक्चरिंग की दिशा में भारत एक बड़ा कदम उठाएगा वहीं रोजगार के अच्छे संसाधन भी पैदा होंगे. शायद इसीलिए इस यात्रा से कुक को भरोसा है कि सिद्धिविनायक मंदिर में मत्था टेकने से उनकी मनोकामना पूरी होगी और वह भारत से अगले हजार वर्षों तक अपना रिश्ता जोड़ सकेंगे. बशर्ते, सिद्धिविनायक मंदिर मंदिर में बैठे गणेश जी को टिम कुक का पुराना और इस्तेमाल किया हुए एप्पल पसंद आ जाए.

लेखक

राहुल मिश्र राहुल मिश्र @rmisra

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में असिस्‍टेंट एड‍िटर हैं

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