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Updated: 03 अगस्त, 2016 11:24 PM
राहुल मिश्र
राहुल मिश्र
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देश में उदारीकरण के 25 साल बीतने के बाद हम एक बड़े आर्थिक फैसले की कगार पर खड़े हैं. केन्द्र सरकार ने एक बार फिर देश के असंगत कर ढ़ांचे को दुरुस्त करने के लिए जीएसटी बिल राज्यसभा के सामने रखा है. सरकार समेत विपक्ष को पूरी उम्मीद है कि इस बार जीएसटी पर कोई असहमति नहीं होगी और इसे सदन से हरी झंडी मिल जाएगी. इस बीच इस बड़े आर्थिक फैसले का आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा इसे जानने के लिए देश के विभिन्न सेक्टर्स पर जीएसटी के प्रभाव को समझने की जरूरत है.

कंज्यूमर आइटम

कंज्यूमर आइटम सबसे बड़ा और सबसे प्रमुख क्षेत्र है जिसका आपकी जिंदगी पर सीधा असर पड़ता है. इस क्षेत्र में खाने-पीने का समान, सिगरेट-बीड़ी और तंबाकू और रोजमर्रा की जिंदगी में घर में इस्तेमाल होने वाली चीजे आती हैं. मौजूदा समय में इस क्षेत्र में टैक्स की दर 5 फीसदी से लेकर 27 फीसदी तक है और औसतन 21 फीसदी टैक्स लगता है. जीएसटी पास होने के बाद इस क्षेत्र में संभवत 18 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा लिहाजा इस क्षेत्र के कुछ प्रोडक्ट्स कंज्यूमर के लिए सस्ते होंगे तो कुछ कीमतों में इजाफा भी देखने को मिलेगा. इसके अलावा इस क्षेत्र में ऐसे कंज्यूमर आइटम भी आते हैं जो हमारे लिए अनिवार्य नहीं होते जैसे एंटरटेनमेंट, कंप्यूटर, मोबाइल इत्यादि. मौजूदा समय में इन आइटम्स पर 15 फीसदी टैक्स देय है जो जीएसटी लागू होने के बाद 18 फीसदी हो जाएगा लिहाजा ऐसे सभी प्रोडक्ट्स की कीमतों में इजाफा तय है.

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रियल एस्टेट

रियल एस्टेट देश में बेहद अहम क्षेत्र है. इस क्षेत्र में गति का मतलब है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल रहा है और ज्यादा से ज्यादा बेघर लोगों को घर मिल रहा है. मौजूदा समय में इस क्षेत्र में सभी राज्यों में औसतन 15 से 16 फीसदी स्टैंप ड्यूटी टैक्स लिया जाता है और 7 फीसदी तक अन्य ड्यूटी लगती है. जीएसटी लागू होने के बाद यह टैक्स 18 फीसदी पर तय हो जाएगा जिसका सीधा मतलब है कि कंपनियों के लिए नए ऑफिस का निर्माण और खरीद सस्ता हो जाएगा और इस बचत को वह नई नौकरियों में बदल सकते हैं. इसके अलावा हमारा आपका अपना घर खरीदने का सपना पूरा करना थोड़ा आसान हो जाएगा.

ट्रांसपोर्टेशन

इससे के क्षेत्र में ज्यादा बड़ी कंपनियों और सरकारी उपक्रमों को अन्य सेक्टर में जिएसटी लागू होने से होने वाले लाभ का सीधा फायदा मिलने की उम्मीद है. हालांकि पेट्रोल डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाता तो इस क्षेत्र का सीधा फायदा ट्रांस्पोर्टिंग कम्यूटर को मिलता. कुल मिलाकर जिएसटी लागू होने पर ट्रांस्पोर्टेशन में फायदा ही दिखाई देगा.

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मीडिया एंड एंटरटेनमेंट

मौजूदा समय में टेलीवीजन, फिल्म और डिजिटल कंटेट के लिए हम 15 फीसदी तक सर्विस टैक्स देते हैं. इसके अलावा इस क्षेत्र में 8-12 फीसदी का एंटरटेंनमेंट टैक्स भी देय होता है. इसके चलते हमें क्षेत्र में 25-27 फीसदी का टैक्स अदा करना पड़ा है. जीएसटी लागू होने के बाद हमें महज 18 फीसदी का टैक्स देना होगा जिससे घर में टीवी, केबल, इंटरनेट और सिनेमा के खर्च में हमें बचत देखने को मिलेगी.

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 अब जल्द आ रहा है जीएसटी

बैंकिंग

मौजूदा समय में बैंक की सेवाओं के लिए हम 15 फीसदी सर्विस टैक्स अदा करते हैं. सेविंग अकाउंट के अलावा प्रिवेलेज अकाउंट, ड्राफ्ट, पेऑर्डर जैसी चीजों पर यह टैक्स देय है. वहीं बैंक से कर्ज अथवा पर यह टैक्स जोड़कर ईएमआई की गड़ना की जाती है. जीएसटी लागू होने के बाद यह टैक्स बढ़कर 18 फीसदी हो जाएगा लिहाजा बैंक में सिवाए सेविंग बैंक अकाउन्ट के सभी अन्य काम के लिए हमें ज्यादा खर्च करना पड़ेगा.

टेलीकॉम

टेलीकॉम सेक्टर में मोबाइल, लैंडलाइन, इंटरनेट-ब्रॉडबैंड सेवा पर फिलहाल हम 15 फीसदी तक टैक्स अदा करते हैं. यह जीएसटी लागू होने के बाद बढ़कर 18 फीसदी हो जाएगा जिससे ये सभी काम अब से ज्यादा महंगे साबित होंगे. इस इजाफे का एक असर और देखने को मिल सकता है कि कंज्यूमर इन चीजों के इस्तेमाल में कटौती कर सकते हैं जिससे पचने के लिए कंपनियों पर अपने मुनाफे को कम करने का दबाव बनेगा.

आटो इंडस्ट्री

ऑटो इंडस्ट्री में मौजूदा समय पर 27 फीसदी तक टैक्स लगता है. जीएसटी लागू होने के बाद यह कम होकर 18 फीसदी हो जाएगा जिसका सीधा फायदा ऑटो सेक्टर की कंपनियों को मिलेगा. जीएसटी लागू होने के बाद ऑटो कंपनियां टैक्स में इस कमी को दो-पहिया और चार-पहिया वाहनों के साथ-साथ कॉमर्शियल वाहनों की कीमत में कटौती कर सकती हैं जिससे कंज्यूमर को फायदा पहुंचेगा.

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सीमेंट

इस सेक्टर में मौजूदा समय में कुल टैक्स 27 फीसदी वसूला जाता है. जीएसटी लागू होने पर यह कम होकर 18 फीसदी रह जाएगा. इससे बाजार में सीमेंट की कीमत में गिरावट दर्ज होगी. साथ ही इसके इनडायरेक्ट असर रियल एस्टेट सेक्टर पर भी पड़ेगा. इसका सीधा फायदा मकान निर्माण कराने वाले लोगों को होगा क्योंकि सीमेट में उनकी बचत होगा. वहीं इसका फायदा बिल्डर्स को भी पहुंचेगा जिसे वह कंज्यूमर को फ्लैट की कीमत कम करके बढ़ा सकते हैं.

फार्मा

देश में फार्मा सेक्टर में मौजूदा टैक्स 15 फीसदी है. यह टैक्स उन सभी दवाओं पर लगता है जो जीवन रक्षक कैटेगरी में नहीं आती. लिहाजा जीएसटी लागू होने के बाद देश में ज्यादातर दवाइयों के दाम में इजाफा दर्ज होगा. यह इजाफा न सिर्फ दवाओं पर दिखाई देगा बल्कि मेडिकल से जुड़े सभी एक्विपमेंट पर भी देखने को मिलेगा.

मेटल सेक्टर

इस सेक्टर पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि टैक्स जस का तस 18 फीसदी रहेगा. लिहाजा देश में लोहा, जस्ता, तांबा, स्टील और इनसे बने उत्पाद में कोई गिरावट देखने को नहीं मिलेगी.

लेखक

राहुल मिश्र राहुल मिश्र @rmisra

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में असिस्‍टेंट एड‍िटर हैं

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