मोदी जी ये आपने क्या किया - अच्छा सिला दिया मेरे वोट का!
नरेंद्र मोदी सरकार अब लोगों के घरों में रखे सोने का हिसाब-किताब लेने जा रही है. सरकार के इस ताजा फरमान पर एक महिला उखड़ गई और उसने यह पत्र लिख आईचौक को भेजा है. पढि़ए-
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श्री नरेंद्र मोदी जी,
देश के एकमेव प्रधानमंत्री
बहुत बहुत प्रणाम!
अब पूछने की जरूरत तो है नहीं कि आप कैसे हैं? सब दिख ही रहा है टीवी पर, जहां जहां जाते हैं और जो जो बोलते हैं. लेकिन हम कैसे हैं ये आप नहीं देख पा रहे हैं. लेकिन हम आपको बताए देते हैं कि हम बहुते दुखी हैं. अगर ऐसे ही अच्छे दिन लाने थे तो नहिंए लाते. ऐसे अच्छे दिन की कौनो जरूरत नहीं रही.
जब से होश संभाले तभिए से हम कांग्रेस को वोट देते रहे - पिछली दफा तक दिये, वो भी इंदिरा जी के नाम पर ही. लेकिन पहली बार आपको ये कहते सुना कि 'भाइयों बहनों मुझे वोट दो' तो लगा कोई लीडर आया है जो इंदिरा गांधी की तरह दमदार है.
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मुझे लगा आप बोलते बहुते बढ़िया हैं - आप बोलते हैं तो लगता है आप में कवनो छल कपट नहीं है. एकदम मीठा मीठा सवाल जवाब करते हैं. मेरा घर भर हाथ के पंजे पर बटन दबाया, मेरे पति लाल सलाम करते रहे हैं - फिर भी मैंने आपही को वोट दिया. लेकिन ये क्या मोदी जी - अच्छा सिला दिया आपने मेरे वोट का...
कौन कहता है अमेरिकी ही बिजनेस जानते हैं? |
विरोधी फेयर एंड लवली और सूट बूट की सरकार कहते रहे, लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा. ऊ सूट बहुते बढ़िया लग रहा था. ऊ सूट में ही तो आप इतने फब रहे थे कि ओबामा से भी बीस लग रहे थे. टीवी पर तो ये भी दिखाया कि उस पर भी आपका नाम लिखा था. आप प्रधान सेवक कहते तो मुझे कभी अच्छा नहीं लगता, भला - 10 लाख का सूट पहननेवाला सेवक हो सकता है क्या? मैंने लोगों को ओबामा जी कहते सुना था जब आपको बराक-बराक बोलते टीवी पर देखा तो लगा मेरा वोट वसूल हो गया. तब तो और खुशी हुई जब सुना कि आपने पहना हुआ सूट भी 10 लाख में बेच दिया. मुझे पक्का यकीन हो गया कि अमेरिकी भले खुद को बिजनेसमैन कहते फिरें लेकिन वाकई आपके गुजराती खून में कारोबार है. है कि नहीं? आपने सर्जिकल स्ट्राइक किया, फिर तो मन इतना खुश हुआ, इतना खुश हुआ, इतना खुश हुआ कि क्या बताएं कि कितना खुश हुआ. शानदार. जबरदस्त. जिंदाबाद.
अब हमारी हाल भी सुनिये लीजिए. ये हाल नहीं बेहाल है. आपने चोरिका निकलवा दिया मैंने कुछ नहीं कहा. आपने बताया नोटबंदी देश के लिए अच्छा है. अरे देश के लिए तो हम जान तक देने को तैयार हैं. आप एक बार पुकार के तो देखिये. देश की बात होगी तो सिनेमा हाल में क्या हम तो नेशनल हाइवे पर भी दिन रात खड़े रहने को तैयार हैं.
सब काम ठीक है लेकिन ई सोनावाला तो बिलकुले नहीं ठीक है मोदी जी. ये आपने थोड़ा भी अच्छा नहीं किया. अब आप कह रहे हैं कि हम सोना भी नहीं रख सकते. ई तो गजबे करते हैं सर. सारा रुपया तो निकाल के दे दिया - अब जो सोना रखा है उस पर भी आप नजर लग गई. आप को पता है आपका एक भी गलत फैसला हम पर कितना भारी पड़ेगा. अब बताइए भला हम कैसे समझाएंगे कि हमारे पास जो गहना है वो इतना या उतना क्यों है?
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आपने तो सास-बहू में झगड़ा लगा दिया. आपने तो देवरानी-जेठानी में रार करा दिया. घर में किसके पास कितना गहना है किसी को नहीं मालूम. हम लोग शादी ब्याह में भी नजर बचाकर ही पहनते हैं. अगर हमारी देवरानी और जेठानी को पता चला कि सास ने हमे ज्यादा गहने दे दिये तो हम तो दोनों तरफ से गये. अगर हम बहनों को भी एक दूसरे के बारे में पता चला तब तो हम आपस में भी नजर नहीं मिला पाएंगे.
हम तो सबसे ज्यादा उसके बारे में परेशान हैं जिनके यहां पिछले साल शादी में बैंगलोर गये थे. सुना कि नई दुल्हन के पास दो किलो सोना है. कितनी खुश लग रही थी. अब ई कौन तरीका है कि आप लोगों की खुशी छीन लें. एक बात और. अब इसके लिए टीवी पर रोइए-धोइएगा नहीं. ई रोज रोज होगा तो साफे नौटंकी लगने लगेगा. साफ साफ बताइए मामला क्या है? कहीं आपो धीरे धीरे इंदिरा जी की तरह इमरजेंसी की तैयारी में तो नहीं हैं?
अब ई टीवी के लोगों का ब्रेकिंग न्यूज समझ में नहीं आ रहा है. कोई कह रहा है कि अगर शादी नहीं हुई है तो इतना और शादीशुदा महिला है तो इतना सोना रख सकती है. एक बार फिर आपे डीडी पर ब्रेकिंग न्यूज पढ़िये और नोटबंदी की तरह एक एक बात समझाइये. देर मत कीजिएगा, कहीं ऐसा न हो लोग फर्जी सर्टिफिकेट न बनवा लें जैसे किराये के मकान के लिए पति-पत्नी बन जाते हैं.
आपकी
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