एमसीडी चुनाव के नतीजों से साफ हो चुका है कि आम आदमी पार्टी को बहुमत मिल गया है. और, एमसीडी की सत्ता पर 15 साल से काबिज भाजपा को बेदखल कर दिया गया है. एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी खूब लहालोट नजर आ रही है. और, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा फिर से दोहराया है. लेकिन, केजरीवाल की दिल्ली सरकार के दो बड़े मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी को शिकस्त का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद कहना गलत नहीं होगा कि अरविंद केजरीवाल भले ही एमसीडी चुनाव जीत गए हों. लेकिन, चुनावी नतीजों ने ऐलान कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल 'हार' गए हैं.
एमसीडी चुनाव के नतीजों के अनुसार, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 4 वार्डों में से तीन पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है. और, केवल एक वार्ड में ही आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई हैं. वहीं, सत्येंद्र जैन की शकूरबस्ती विधानसभा के अंतर्गत आने वाले तीनों ही वार्डों में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है. आसान शब्दों में कहें, तो अरविंद केजरीवाल का 'कट्टर ईमानदार' वाला जुमला जनता के गले नहीं उतरा. और, इसका असर अरविंद केजरीवाल की ओर से 'कट्टर ईमानदार' घोषित किए गए दोनों नेताओं मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भुगतना पड़ा है. अपने ही गढ़ में आम आदमी पार्टी को वोट न दिला पाने का सीधा सा मतलब है कि सिसोदिया और जैन को जनता ने खारिज कर दिया है.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों को वर्ल्ड क्लास...
एमसीडी चुनाव के नतीजों से साफ हो चुका है कि आम आदमी पार्टी को बहुमत मिल गया है. और, एमसीडी की सत्ता पर 15 साल से काबिज भाजपा को बेदखल कर दिया गया है. एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी खूब लहालोट नजर आ रही है. और, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा फिर से दोहराया है. लेकिन, केजरीवाल की दिल्ली सरकार के दो बड़े मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी को शिकस्त का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद कहना गलत नहीं होगा कि अरविंद केजरीवाल भले ही एमसीडी चुनाव जीत गए हों. लेकिन, चुनावी नतीजों ने ऐलान कर दिया है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल 'हार' गए हैं.
एमसीडी चुनाव के नतीजों के अनुसार, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 4 वार्डों में से तीन पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है. और, केवल एक वार्ड में ही आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई हैं. वहीं, सत्येंद्र जैन की शकूरबस्ती विधानसभा के अंतर्गत आने वाले तीनों ही वार्डों में आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है. आसान शब्दों में कहें, तो अरविंद केजरीवाल का 'कट्टर ईमानदार' वाला जुमला जनता के गले नहीं उतरा. और, इसका असर अरविंद केजरीवाल की ओर से 'कट्टर ईमानदार' घोषित किए गए दोनों नेताओं मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भुगतना पड़ा है. अपने ही गढ़ में आम आदमी पार्टी को वोट न दिला पाने का सीधा सा मतलब है कि सिसोदिया और जैन को जनता ने खारिज कर दिया है.
दिल्ली के सरकारी स्कूलों को वर्ल्ड क्लास बनाने का दावा करने वाले मनीष सिसोदिया के खिलाफ भाजपा ने स्कूलों में घोटाला करने के आरोप लगाए हैं. इतना ही नहीं, भाजपा ने दिल्ली की शराब नीति में कई अनियमितताओं को बरतने का जिम्मेदार भी मनीष सिसोदिया को ठहराया था. भाजपा के आरोप थे कि दिल्ली की शराब नीति आम आदमी पार्टी के नेता ने वित्तीय सहायता पहुंचाने वाले सहयोगियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई थी. इन कथित घोटाले के आरोपों से घिरे मनीष सिसोदिया के खिलाफ लंबे समय तक सीबीआई ने जांच की थी. इस कथित शराब घोटाले में अभी तक सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार नहीं किया है. लेकिन, सिसोदिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. दिल्ली के शराब घोटाले के तार तेलंगाना तक पहुंच चुके हैं. और, भाजपा का दावा है कि जल्द ही मनीष सिसोदिया को उनके ही साथी सत्येंद्र जैन के पास तिहाड़ जेल में पहुंचा दिया जाएगा.
सत्येंद्र जैन की बात करें, तो मनी लॉन्ड्रिंग मामले में करीब 5 महीनों से वो जेल में बंद हैं. इस दौरान कई बार जैन की जमानत खारिज की जा चुकी है. इतना ही नहीं, बीते दिनों तिहाड़ जेल के अंदर सत्येंद्र जैन के मसाज लेने, घर का खाना खाने, कई लोगों के साथ मीटिंग करने जैसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इसके बारे में ईडी ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा था कि सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है. क्योंकि, जैन जेल मंत्री हैं. सत्येंद्र जैन पर जेल में मसाज करवाने, घंटों तक मुलाकात करने, घर का खाना खाने जैसे आरोप लगाए गए थे. और, इसके साक्ष्य के तौर पर ईडी ने कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज भी सौंपी थी. माना जा रहा है कि एमसीडी चुनाव के दौरान यही वीडियो लीक होकर सबके सामने आ गए थे.
आसान शब्दों में कहें, तो जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट ले रहे सत्येंद्र जैन और दिल्ली के हर वार्ड में तीन शराब की दुकानें खुलवाने वाले मनीष सिसोदिया को जनता ने बुरी तरह से नकार दिया. और, भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में अरविंद केजरीवाल द्वारा मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को दिए गए 'कट्टर ईमानदार' वाले सर्टिफिकेट किसी काम नहीं आए. बता दें कि दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के विधानसभा क्षेत्र के चार वार्डों में से सिर्फ एक में ही आम आदमी पार्टी को जीत मिली है. और, कैलाश गहलोत पर भी भाजपा ने बस खरीदी मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
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