कांग्रेस पार्टी में नयी जान फूंकने के उद्देश्य से राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर हैं. 150 दिन चलने वाली इस यात्रा का आज चौथा दिन है. मुलाकातों का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में अभी बीते दिन ही तमिलनाडु स्थित कन्याकुमारी पहुंचे राहुल गांधी ने अक्सर ही अपने विवादास्पद बयानों से सामाजिक ताने बाने को प्रभावित करने वाले कैथोलिक चर्च के पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की है. राहुल का पादरी पोन्नैया से मुलाकात करना भर था भाजपा को वो मौका मिल गया जिसकी उसे तलाश थी. राहुल और पादरी की बातचीत के उस हिस्से ने सोशल मीडिया पर घमासान मचा दिया है जिसमें पादरी जॉर्ज पोन्निया ने इस बात को प्रमुखता से बल दिया कि यीशु मसीह ही असली भगवान हैं. पादरी के इस बयान को आधार बनाकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही है और जैसे तर्क कांग्रेस के हैं तमाम बड़े छोटे नेता एक बार फिर राहुल गांधी के बचाव के लिए एकजुट हो गए हैं.
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि कन्याकुमारी के मुट्टीडिचन पराई चर्च में राहुल गांधी और पादरी की बातचीत हुई. जैसा कि वीडियो में सुनाई दे रहा है, राहुल गांधी ने पादरी से पूछा कि यीशु मसीह भगवान का एक रूप है? क्या यह सही है?" उनके इस सवाल पर पादरी जॉर्ज पोन्निया ने कहा, "नहीं, वही असली भगवान हैं."
भाजपा नेता और प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. पूनावाला ने राहुल की इस यात्रा को 'भारत तोड़ो' यात्रा की संज्ञा दी है. कांग्रेस और राहुल गांधी को आड़े हाथों लेने के लुए पूनावाला ने ट्विटर का इस्तेमाल किया है. उन्होंने...
कांग्रेस पार्टी में नयी जान फूंकने के उद्देश्य से राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर हैं. 150 दिन चलने वाली इस यात्रा का आज चौथा दिन है. मुलाकातों का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में अभी बीते दिन ही तमिलनाडु स्थित कन्याकुमारी पहुंचे राहुल गांधी ने अक्सर ही अपने विवादास्पद बयानों से सामाजिक ताने बाने को प्रभावित करने वाले कैथोलिक चर्च के पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की है. राहुल का पादरी पोन्नैया से मुलाकात करना भर था भाजपा को वो मौका मिल गया जिसकी उसे तलाश थी. राहुल और पादरी की बातचीत के उस हिस्से ने सोशल मीडिया पर घमासान मचा दिया है जिसमें पादरी जॉर्ज पोन्निया ने इस बात को प्रमुखता से बल दिया कि यीशु मसीह ही असली भगवान हैं. पादरी के इस बयान को आधार बनाकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमला कर रही है और जैसे तर्क कांग्रेस के हैं तमाम बड़े छोटे नेता एक बार फिर राहुल गांधी के बचाव के लिए एकजुट हो गए हैं.
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि कन्याकुमारी के मुट्टीडिचन पराई चर्च में राहुल गांधी और पादरी की बातचीत हुई. जैसा कि वीडियो में सुनाई दे रहा है, राहुल गांधी ने पादरी से पूछा कि यीशु मसीह भगवान का एक रूप है? क्या यह सही है?" उनके इस सवाल पर पादरी जॉर्ज पोन्निया ने कहा, "नहीं, वही असली भगवान हैं."
भाजपा नेता और प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. पूनावाला ने राहुल की इस यात्रा को 'भारत तोड़ो' यात्रा की संज्ञा दी है. कांग्रेस और राहुल गांधी को आड़े हाथों लेने के लुए पूनावाला ने ट्विटर का इस्तेमाल किया है. उन्होंने लिखा है कि, 'जॉर्ज पोन्नैया राहुल गांधी से मिले थे. वे कहते हैं कि यीशु ही एकमात्र ईश्वर है. इस आदमी को पहले भी हिंदू धर्म के खिलाफ नफरत वाले बयाने देने के लिए गिरफ्तार किया गया था.' उन्होंने पूछा- क्या भारत तोड़ो आइकन के साथ भारत जोड़ो यात्रा हो रही है?
जैसा कि हम बता चुके हैं राहुल गांधी के बचाव में पार्टी के तमाम बड़े छोटे नेता एकजुट हो गए हैं. विवाद के बाद जयराम रमेश खुलकर सामने आए हैं.जयराम रमेश ने कहा है कि, 'बीजेपी की हेट फैक्ट्री का एक नृशंस ट्वीट वायरल हो रहा है.ऑडियो में जो कुछ भी रिकॉर्ड किया गया है उससे इसका कोई संबंध नहीं है. यह भाजपा की शरारत है जो भारत जोड़े यात्रा के सफल शुभारंभ के बाद और अधिक हताश हो गई है. इस यात्रा को लोगों का समर्थन मिल रहा है.'
विवाद के बाद कांग्रेस लाख तर्क रच ले. लेकिन ये कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर राहुल गांधी ने एक बड़ी गलती को अंजाम दे दिया है. कझ सकते हैं कि अपनी भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के लिए बहुत जरूरी है कि वो खुद को धर्म और धर्म के ठेकेदारों से दूर रखें. वरना आलोचक तो उनपर अपनी नजरें गड़ाए हुए है ही.
वहीं बात विवादित पादरी पादरी जॉर्ज पोन्निया की हुई है. तो ये बता देना भी बहुत जरूरी हो जाता है कि ये कोई पहली बार नहीं है जब पादरी ने एक अतरंगी बात से विवाद की आग को आंच दी है. पोन्नैया का भड़काऊ बयान देने का इतिहास रहा है. उन्हें पिछले साल जुलाई में मदुरै के कालीकुडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, डीएमके मंत्री और अन्य के खिलाफ कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
बहरहाल चूंकि घाट घाट जाकर राहुल गांधी 'धर्म' को समझने को आतुर हैं ही. ऐसे में हम ये सवाल जरूर कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहेंगे कि क्या पादरी जॉर्ज पोनइया के बाद राहुल गांधी को यति नरसिंहानंद से भी मिल लेना चाहिए? ये सवाल इसलिए क्योंकि जिस नीयत से राहुल ने सवाल चर्च के पादरी से किया है अगर उसका उन्हें कोई सबसे बेहतर और सटीक जवाब दे सकता है तो वो और कोई नहीं बल्कि यति नरसिंहानंद ही हैं. जैसा यति का स्वाभाव है हमें इस बात का पूरा यकीन है कि धर्म या ये कहें कि हिंदुत्व को लेजकर जो गफलत राहुल गांधी के दिमाग में है अगर कांसेप्ट कोई क्लियर कर सकता है तो वो राहुल गांधी के लिए सिर्फ और सिर्फ यति नरसिंहानंद सरस्वती ही हैं.
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