चंडीगढ़ में कैप्टन अमरिंदर सिंह का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. लेकिन कैप्टन के शपथ लेने से ज्याद चर्चा का विषय बन रही हैं वहां पर मौजूद एक पाकिस्तानी मेहमान- आरूसा आलम. आरूसा खास तौर पर पटियाला के महाराज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ही भारत आई थी.
कैप्टन अमरिंदर सिंह की करीबी दोस्त मानी जाने वाली आरूसा आलम उन मेहमानों में शामिल थीं जिन्हें वीवीआईपी की लिस्ट में रखा गया था. ये और बात है कि आरूसा के साथ आई एक महिला ने लोगों को पाकिस्तान की इस पूर्व पत्रकार के साथ फोटो क्लिक करने की इजाजत नहीं दी. आरूसा ने कैप्टन साहब के लिए अपने 'स्नेह' को बिना छुपाए साफ कहा कि- 'वो चंडीगढ़ विशेष रूप से 'महाराज साहब' के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ही आईं हैं. मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि महाराजा साहब पंजाब में सरकार बनाने में सफल रहे.
आरूसा ने ये भी कहा कि- 'हर कोई शांति चाहता है और भारत-पाक दोनों को शांति बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. सियाचिन में लड़ाई लड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा. दोनों देशों को चाहिए वो स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के अलावा अपने यहां से गरीबी और निरक्षरता को खत्म करने पर...
चंडीगढ़ में कैप्टन अमरिंदर सिंह का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. लेकिन कैप्टन के शपथ लेने से ज्याद चर्चा का विषय बन रही हैं वहां पर मौजूद एक पाकिस्तानी मेहमान- आरूसा आलम. आरूसा खास तौर पर पटियाला के महाराज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ही भारत आई थी.
कैप्टन अमरिंदर सिंह की करीबी दोस्त मानी जाने वाली आरूसा आलम उन मेहमानों में शामिल थीं जिन्हें वीवीआईपी की लिस्ट में रखा गया था. ये और बात है कि आरूसा के साथ आई एक महिला ने लोगों को पाकिस्तान की इस पूर्व पत्रकार के साथ फोटो क्लिक करने की इजाजत नहीं दी. आरूसा ने कैप्टन साहब के लिए अपने 'स्नेह' को बिना छुपाए साफ कहा कि- 'वो चंडीगढ़ विशेष रूप से 'महाराज साहब' के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए ही आईं हैं. मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि महाराजा साहब पंजाब में सरकार बनाने में सफल रहे.
आरूसा ने ये भी कहा कि- 'हर कोई शांति चाहता है और भारत-पाक दोनों को शांति बनाए रखने के लिए प्रयास करना चाहिए. सियाचिन में लड़ाई लड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा. दोनों देशों को चाहिए वो स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के अलावा अपने यहां से गरीबी और निरक्षरता को खत्म करने पर ध्यान दें'. आरोसा की एक महीने के अंदर चंडीगढ़ की ये दूसरी यात्रा है. इसके पहले वो 21 फरवरी को कैप्टन की जीवनी 'द पीपल्स महाराज' की लॉन्च में यहां आई थीं.
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