करीब 10 मिनट के वीडियो की शुरुआत में ही केजरीवाल बहुत तनाव में नजर आ रहे थे. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी के कई विधायकों पर महिलाओं ने छेड़छाड़ और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है. जिसके चलते करीब दस विधायकों को हिरासत में लिया गया. इसके अलावा सप्ताह भर पहले आप की एक महिला कार्यकर्ता ने अपने सुसाइड नोट पर आप के ही कुछ नेताओं पर आरोप लगाए. लगातार हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर केजरीवाल मोदी पर निशाना साधते रहे हैं. लेकिन बुधवार को वे खुलकर बोले. लगातार बोले.
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दिल्ली पुलिस, सीबीआई और आयकर विभाग के छापों के पीछे उन्होंने मास्टर माइंड मोदी को बता डाला. वे अमित शाह और पीएमओ का नाम जोड़ना भी नहीं भूले. पहले तो वे बोले कि इसका मतलब वे नहीं समझ पा रहे हैं, फिर खुद ही खुलासा करते हैं कि मोदी मुझसे बौखलाए हुए हैं और बहुत ज्यादा गुस्से में हैं. वे दिमाग से काम नहीं कर रहे हैं.
फिर अपनी तारीफ करना नहीं भूले. बताया कि दिल्ली में काम अच्छा हो रहा है. सब सुधार दिया गया है. और मोदी खुद हर मोर्चे पर फेल हो रहे हैं. इसलिए वे बौखलाए हुए हैं. हर मुद्दे पर मोदी जी का निर्णय बोखलाहट में हो रहा है.
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फिर खांसते हुए दलितों का मुद्दा उठाया. लेकिन आखिर में उन्होंने अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि यह बहुत क्रिटिकल समय है. सोच लो. परिवार में बात कर लो. ये किसी भी हद तक जा सकते हैं. अगर आप कुर्बानी देने के लिए तैयार हो तो साथ रहो. जेल तो छोटी चीज है. जेल तो हर एक को...
करीब 10 मिनट के वीडियो की शुरुआत में ही केजरीवाल बहुत तनाव में नजर आ रहे थे. दरअसल, पिछले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी के कई विधायकों पर महिलाओं ने छेड़छाड़ और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया है. जिसके चलते करीब दस विधायकों को हिरासत में लिया गया. इसके अलावा सप्ताह भर पहले आप की एक महिला कार्यकर्ता ने अपने सुसाइड नोट पर आप के ही कुछ नेताओं पर आरोप लगाए. लगातार हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर केजरीवाल मोदी पर निशाना साधते रहे हैं. लेकिन बुधवार को वे खुलकर बोले. लगातार बोले.
इसे भी पढ़ें: केजरीवाल मसीहा हैं, फ्रॉड हैं या फिर एक्टर?
दिल्ली पुलिस, सीबीआई और आयकर विभाग के छापों के पीछे उन्होंने मास्टर माइंड मोदी को बता डाला. वे अमित शाह और पीएमओ का नाम जोड़ना भी नहीं भूले. पहले तो वे बोले कि इसका मतलब वे नहीं समझ पा रहे हैं, फिर खुद ही खुलासा करते हैं कि मोदी मुझसे बौखलाए हुए हैं और बहुत ज्यादा गुस्से में हैं. वे दिमाग से काम नहीं कर रहे हैं.
फिर अपनी तारीफ करना नहीं भूले. बताया कि दिल्ली में काम अच्छा हो रहा है. सब सुधार दिया गया है. और मोदी खुद हर मोर्चे पर फेल हो रहे हैं. इसलिए वे बौखलाए हुए हैं. हर मुद्दे पर मोदी जी का निर्णय बोखलाहट में हो रहा है.
इसे भी पढ़ें: सबसे लड़ते क्यों रहते हैं केजरीवाल?
फिर खांसते हुए दलितों का मुद्दा उठाया. लेकिन आखिर में उन्होंने अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि यह बहुत क्रिटिकल समय है. सोच लो. परिवार में बात कर लो. ये किसी भी हद तक जा सकते हैं. अगर आप कुर्बानी देने के लिए तैयार हो तो साथ रहो. जेल तो छोटी चीज है. जेल तो हर एक को जाना पड़ेगा. मुझे भी जाना पड़ेगा. लेकिन ये उसके आगे भी जा सकते हैं. मरवा भी सकते हैं. यदि आपके मन में कोई कमजोरी है तो रहने दो. जय हिंद.
यह वीडियो केजरीवाल ने अपने फेसबुक पेज पर अपलोड किया. जिस पर कोई लोगों ने विपरीत प्रतिक्रिया भी दी है कि बौखलाहट मोदी में कम, केजरीवाल में ज्यादा दिखाई दे रही है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.