पंजाब (Punjab Election Results) की जीत का जश्न भी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kjriwal) ने दिल्ली वाले अंदाज में ही मनाया है. लोगों के सामने आकर जीत की खुशी शेयर करने अपना आगे का एजेंडा बताने से पहले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में हनुमान मंदिर जाकर दर्शन किया.
दिल्ली चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के टीवी पर हनुमान चालीसा पढ़ने और फिर जीत के लिए हनुमान जी का शुक्रिया अदा करने की काफी चर्चा रही. अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा, 'मैं अभी-अभी हनुमान जी के मंदिर से से आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं... आने वाला समय भारत का है... इसे दुनिया का नंबर वन देश बनने से कोई नहीं रोक सकता है.'
फिर केजरीवाल ने दिल्लीवालों की ही तरह पंजाब के लोगों से भारी सपोर्ट के बदले मोहब्बत का इजहार किया, 'पंजाब के लोगों ने कमाल कर दिया... वी ऑल लव यू पंजाब.'
और फिर नौजवानों, महिलाओं सहित हर तबके आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने की अपील की - '...क्योंकि ये पार्टी नहीं इकलाब है.' ऐसा बोल कर वो असल में आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय एजेंडा (AAP National Agenda) ही बता रहे हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराने वाले लाभ सिंह उगोके के बारे में बता कर अरविंद केजरीवाल ने समझाने की कोशिश की कि आम आदमी चाहे तो क्या नहीं कर सकता है - और फिर ये भी याद दिलाया कि कैसे उनको टारगेट करते हुए सभी ने मिल कर आतंकवादी साबित करने की कोशिश की - 'सभी पार्टियों ने हमारे खिलाफ साजिशें रचीं... जब ये सफल नहीं हुए तो केजरीवाल को आतंकवादी कह दिया था... आज देश की जनता ने बोल दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं, देश का सच्चा सपूत है - सच्चा देशभक्त है.'
चुनाव कैंपेन के दौरान जब कुमार विश्वास के बयानों को आधार बना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी आप नेता को निशाने बना रहे थे तब भी...
पंजाब (Punjab Election Results) की जीत का जश्न भी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kjriwal) ने दिल्ली वाले अंदाज में ही मनाया है. लोगों के सामने आकर जीत की खुशी शेयर करने अपना आगे का एजेंडा बताने से पहले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में हनुमान मंदिर जाकर दर्शन किया.
दिल्ली चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के टीवी पर हनुमान चालीसा पढ़ने और फिर जीत के लिए हनुमान जी का शुक्रिया अदा करने की काफी चर्चा रही. अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा, 'मैं अभी-अभी हनुमान जी के मंदिर से से आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं... आने वाला समय भारत का है... इसे दुनिया का नंबर वन देश बनने से कोई नहीं रोक सकता है.'
फिर केजरीवाल ने दिल्लीवालों की ही तरह पंजाब के लोगों से भारी सपोर्ट के बदले मोहब्बत का इजहार किया, 'पंजाब के लोगों ने कमाल कर दिया... वी ऑल लव यू पंजाब.'
और फिर नौजवानों, महिलाओं सहित हर तबके आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने की अपील की - '...क्योंकि ये पार्टी नहीं इकलाब है.' ऐसा बोल कर वो असल में आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय एजेंडा (AAP National Agenda) ही बता रहे हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराने वाले लाभ सिंह उगोके के बारे में बता कर अरविंद केजरीवाल ने समझाने की कोशिश की कि आम आदमी चाहे तो क्या नहीं कर सकता है - और फिर ये भी याद दिलाया कि कैसे उनको टारगेट करते हुए सभी ने मिल कर आतंकवादी साबित करने की कोशिश की - 'सभी पार्टियों ने हमारे खिलाफ साजिशें रचीं... जब ये सफल नहीं हुए तो केजरीवाल को आतंकवादी कह दिया था... आज देश की जनता ने बोल दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं, देश का सच्चा सपूत है - सच्चा देशभक्त है.'
चुनाव कैंपेन के दौरान जब कुमार विश्वास के बयानों को आधार बना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी आप नेता को निशाने बना रहे थे तब भी अरविंद केजरीवाल खुद को भगत सिंह से जोड़ कर पेश किया था, 'नेता जिसे आतंकवादी बता रहे हैं, वही भगत सिंह का सपना पूरा कर रहा है.'
चुनाव जीतने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दोहराया कि 'पंजाब में आप की जीत के साथ शहीदे आजम भगत सिंह का सपना पूरा हो रहा है' - और फिर नाम लेकर गिनाया कि कैसे उनको आतंकवादी बताने वाले सुखबीर बादल, अमरिंदर सिंह, नवजोत सिद्धू और चन्नी साहब सब हार गये.
पंजाब और वहां के दलितों पर नजर
भगवंत मान पंजाब के उन चार सबसे महत्वपूर्ण लोगों में शामिल थे जिन्होंने पहले ही प्रयास में आम आदमी पार्टी को सीधे संसद में एंट्री दिला दी थी - और 2014 का लोक सभा चुनाव हारने वालों में खुद अरविंद केजरीवाल भी शामिल थे. वो वाराणसी सीट पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े थे.
तब से लेकर अब तक ऐसे कई मौके महसूस किये गये हैं जब भगवंत मान ही पंजाब में आम आदमी पार्टी की सबसे बड़ी ताकत के तौर पर नजर आये हैं और - सबसे बड़ी कमजोरी के रूप में भी.
भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने में केजरीवाल के मन में संकोच भी ऐसा ही रहा होगा - लेकिन एक बार जब मान को सीएम फेस बना दिया तो लाइव टीवी पर लिख कर भी दे डाला कि वो जीतेंगे भी और वोटों का मार्जिन तक बता डाला.
पंचायत आज तक कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने लिख कर दिया था कि भगवंत मान धुरी में 51 हजार वोटों से चुनाव जीतेंगे - और अपने नेता का मान रखते हुए भगवंत मान ने 58, 206 वोटों से जीत दर्ज की है.
अरविंद केजरीवाल ने जो दो बातें टीवी कार्यक्रम में लिख कर दी थी, उसके खास राजनीतिक मायने भी समझ में आते हैं. एक तो चन्नी की हार और दूसरी मान की जीत. चन्नी को हराने के बाद अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान मिल कर दलित वोटों पर निगाह लगाये हुए हैं.
भगवंत मान के बयान से लगता है कि जैसे बीजेपी कहीं भी सत्ता हासिल करती है तो आगे के बरसों बरस का इंतजाम भी सोच लेती है. अरविंद केजरीवाल भी ऐसा ही कुछ सोच रहे हैं. मान के नाम के पीछे आप के ट्विटर हैंडल पर हमेशा ही सरदार लिखा जा रहा है - और उनके जरिये पंजाब के लोगों की भगत सिंह के प्रति भावनाओं से कनेक्ट होने की कोशिश हो रही है. साथ ही, दलित समुदाय पर भी खास निगाह टिकी हुई है.
भगवंत मान ने ऐलान किया है कि वो मुख्यमंत्री पद की शपथ भी राजभवन में न लेकर भगत सिंह के गांव खटकर कलां में जाकर लेंगे. साथ ही केजरीवाल स्टाइल में मान ने घोषणा की है कि पंजाब के किसी भी सरकारी दफ्तर में मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगेगी, बल्कि वहां शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर लगेगी.
मतलब, साफ है - दलित वोट बैंक पर भी केजरीवाल की नजर लग गयी है - और ये कांग्रेस से पंजाब को दलित मुख्यमंत्री देने का क्रेडिट ले लेने की भी कोशिश लगती है - और मौका मिलते ही कांग्रेस की जगह पर कब्जा जमा लेने की.
गुड गवर्नेंस का वादा
अरविंद केजरीवाल ने जीत की खुशी के बीच एक अच्छा संकेत भी नजर आता है, बशर्ते वो आगे भी बरकरार रहे - गुड गवर्नेंस की बातें. कुछ अच्छा करने का इरादा. कुछ अच्छा करने का जज्बा. कुछ अच्छा करने का आश्वासन.
अफसोस की बात ये है कि अब तक केजरीवाल ऐसी बातें शुरू में कहते जरूर हैं, लेकिन कुछ दिन बात ही भूल भी जाते हैं. दिल्ली चुनाव जीतने के बाद भी केजरीवाल ने कहा था - अब नये तरीके की राजनीति होगी. जो राजनीति देखने को मिली वो तो बहुत ही वाहियात लगी.
एक तरफ केजरीवाल घूम घूम कर जय श्रीराम बोलने लगे - और दूसरी तरफ दंगों के दौरान भी और कोरोना संकट काम में भी लगा जैसे दिल्लीवालों को उनके हाल पर छोड़ दिया हो. मौका आने पर केजरीवाल की ये बातें सिर्फ लफ्फाजी लगने लगती हैं.
भगत सिंह के हवाले से केजरीवाल ने कहा, 'एक बार कहा था अगर हमने केवल अंग्रेजों को भगा दिया और आजादी मिलने के बाद अगर हमने सिस्टम नहीं बदला तो कुछ नहीं बदला.' फिर बताने लगे कि पिछले 75 साल में इन पार्टियों और इन नेताओं ने अंग्रेजों वाला सिस्टम बना रखा है... लूट रहे थे देश को... कोई स्कूल नहीं बनाये... कोई अस्पताल नहीं बनाये... लोगों को जानबूझकर गरीब रखा गया - पूरा का पूरा वही अंग्रेजों वाला सिस्टम चल रहा था.
ये भी बताया कि वो चुनाव जीतने के बाद क्या क्या करना चाहते हैं. 'हम एक ऐसा भारत बनाएंगे... जहां पर सभी के बच्चों को शिक्षा मिलेगी... हमने बच्चों को शिक्षा देने का काम किया है... आज हमारे बच्चों को मेडिकल की शिक्षा लेने के लिए यूक्रेन में जाना पड़ता है, लेकिन हम ऐसा भारत बनाएंगे जहां बच्चों को यहां पर ही शिक्षा मिले.
लोगों को अपनी बातों पर यकीन करने के लिए केजरीवाल ने चन्नी को हराने वाले आप उम्मीदवार के बारे में बता कर समझाने की कोशिश की कि एक आम आदमी क्या नहीं कर सकता. कह रहे थे, 'आपको लग सकता है कि हम क्या कर सकते हैं... आम आदमी को लगता है कि मैं छोटा आदमी हूं क्या कर सकता हूं... आपको पता है कि चरणजीत चन्नी को किसने हराया है... भदौड़ सीट से आप के उम्मीदवार लाभ सिंह जीते हैं... लाभ सिंह उगाके मोबाइल रिपेयर करने वाली दुकान में नौकरी करता है... उनके पिता ड्राइवर और मां स्वीपर हैं... लाभ सिंह केवल 12वीं पास हैं... ऐसे व्यक्ति ने चरणजीत सिंह चन्नी को हराया है.' अपने चुनावी हलफनामे में लाभ सिंह ने एक हीरो होंडा मोटरसाइकिल को अपनी संपत्ति बताई है जिसे वो 2014 में खरीदे थे.
दिल्ली और पंजाब के लोगों के साथ ही अरविंद केजरीवाल पूरे देश से कनेक्ट होने की कोशिश करते हैं, 'जो-जो लोग मुझे टीवी पर देख रहे हैं... जो माता-बहनें मुझे देख रही हैं... जितने युवा, किसान, मजदूर और उद्योगपति देख रहे हैं... जितने व्यापारी देख रहे हैं... आप सब लोग इस बात से दुखी हैं कि कैसे ये लोग देश को लूट रहे हैं... आप भी कुछ करना चाहते हैं... पहले दिल्ली में इंकलाब हुआ, अब पंजाब में इंकलाब हुआ है... अब पूरे देश में इंकलाब होगा... सारी महिलाओं से कहना चाहूंगा कि वे आम आदमी पार्टी को ज्वाइन करें... सारे युवा, सारे किसान, सारे मजदूर और सारे उद्योगपति आम आदमी पार्टी ज्वाइन करें.
केजरीवाल के सहयोगी मनीष सिसोदिया जो कुछ हुआ है उसे दिल्ली मॉडल की उपलब्धि के तौर पर पेश कर रहे हैं. आप नेता राघव चोपड़ा कह रहे हैं कि आप अब कांग्रेस को रिप्लेस करने जा रहे हैं - ये देखना होगा राष्ट्रपति चुनाव में अरविंद केजरीवाल क्या स्टैंड लेते हैं?
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