एक कायदे से सजा हुआ कमरा. कमरे में लोगों का हुजूम. पार्टी का माहौल. डांस गाना और बंदूकें... सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी के साथ वायरल किया जा रहा है. वायरल हुए इस वीडियो में नाच गाने के बीच एक व्यक्ति शराब पीते हुए बंदूकों के बल पर अपना रसूख दिखा रहा है. बात अगर इस आदमी की हो तो इनका नाम है कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन. चैंपियन उत्तराखंड के खानपुर से भाजपा के विधायक हैं. विधायक जी के पैर में कुछ तकलीफ थीं. उन्होंने ऑपरेशन कराया और ऑपरेशन कामयाब हुआ. इसी बात से खुश विधायक जी ने अपने समर्थकों को पार्टी दी और जोश जोश में ऐसा कर बैठे जो शायद उन्हें बिल्कुल भी शोभा नहीं देता था. पार्टी के दौरान विधायक जी हाथ और मुंह में पिस्तौल लेकर शराब पीते हुए डांस कर रहे थे. ये कोई पहली बार नहीं है जब भाजपा के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन चर्चा में आए हों. बात अभी कुछ दिन पहले की है. विधायक जी को 3 महीनों के लिए पार्टी से हटा दिया गया है. सवाल होगा कि क्यों? तो जवाब है धमकी.
विधायक जी की एक स्थानीय पत्रकार से किसी बात को लेकर बहस हुई थी. पत्रकार का बर्ताव विधायक जी को इतना बुरा लगा कि उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली. बाद में पत्रकार ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उसी के बाद पार्टी द्वारा विधायक पर एक्शन लिया गया.
विधायक शराब के अलावा किस हद तक सत्ता के नशे में चूर हैं, इसे हम वीडियो में इनकी भाषा से समझ सकते हैं. वीडियो में जैसा लहजा कुंवर प्रणव...
एक कायदे से सजा हुआ कमरा. कमरे में लोगों का हुजूम. पार्टी का माहौल. डांस गाना और बंदूकें... सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी के साथ वायरल किया जा रहा है. वायरल हुए इस वीडियो में नाच गाने के बीच एक व्यक्ति शराब पीते हुए बंदूकों के बल पर अपना रसूख दिखा रहा है. बात अगर इस आदमी की हो तो इनका नाम है कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन. चैंपियन उत्तराखंड के खानपुर से भाजपा के विधायक हैं. विधायक जी के पैर में कुछ तकलीफ थीं. उन्होंने ऑपरेशन कराया और ऑपरेशन कामयाब हुआ. इसी बात से खुश विधायक जी ने अपने समर्थकों को पार्टी दी और जोश जोश में ऐसा कर बैठे जो शायद उन्हें बिल्कुल भी शोभा नहीं देता था. पार्टी के दौरान विधायक जी हाथ और मुंह में पिस्तौल लेकर शराब पीते हुए डांस कर रहे थे. ये कोई पहली बार नहीं है जब भाजपा के विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन चर्चा में आए हों. बात अभी कुछ दिन पहले की है. विधायक जी को 3 महीनों के लिए पार्टी से हटा दिया गया है. सवाल होगा कि क्यों? तो जवाब है धमकी.
विधायक जी की एक स्थानीय पत्रकार से किसी बात को लेकर बहस हुई थी. पत्रकार का बर्ताव विधायक जी को इतना बुरा लगा कि उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली. बाद में पत्रकार ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उसी के बाद पार्टी द्वारा विधायक पर एक्शन लिया गया.
विधायक शराब के अलावा किस हद तक सत्ता के नशे में चूर हैं, इसे हम वीडियो में इनकी भाषा से समझ सकते हैं. वीडियो में जैसा लहजा कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का है वो ये साफ बता रहा है कि ये खुद को बादशाह और बाक़ी सबको मातहत समझ रहे हैं. वीडियो में हथियार लहराने पर उनके समर्थक लगातार उनकी शान में कसीदे पढ़ रहे हैं. समर्थक उनसे साफ लहजे में कह रहे हैं कि, ‘उत्तराखंड में ऐसा कोई नहीं कर सकता, सिर्फ आप ही कर सकते हैं.'
इस पर प्रणव शेखी दिखाते हुए कह रहे हैं कि, 'उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि देश में ऐसा कोई नहीं कर सकता.’ क्योंकि ये वीडियो लगातार वायरल हो रहा है इसलिए इससे पुलिस भी सकते में आ गई है. मामले को लेकर पुलिस ने तर्क दिया है कि वीडियो में जो बंदूकें और हथियार दिख रहे हैं उनकी जांच की जा रही है और जल्द ही पता लगा लिया जाएगा कि हथियार लाइसेंसी हैं फिर उनका इस्तेमाल विधायक द्वारा गैरकानूनी रूप से किया गया है.
क्या है 'चैंपियन' का इतिहास
वर्तमान में उत्तराखंड के खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह का शुमार राज्य के पुराने कद्दावरों में है. पूर्व में ये कांग्रेस में थे और लगातार 4 बार विधायक रहे हैं. राज्य में इनका रुतबा कैसा था इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जिस वक़्त सूबे में कांग्रेस की सरकार थी और एनडी तिवारी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत मुख्यमंत्री थे इन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था.
रह चुके हैं बागी वो
बात 2012 की है सिंह ने उत्तराखंड के खानपुर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था. मई 2016 में इन्होंने 8 अन्य विधायकों को साथ लेकर हरीश रावत के खिलाफ विद्रोह कर दिया. इसके बाद इन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली. ध्यान रहे कि 2017 के चुनाव के बाद प्रणव सिंह कांग्रेस से भाजपा में आ गए थे, इसके बाद वो anti-defection law का उल्लंघन करने के दोषी पाए गए और उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया.
विवादों से पुराना नाता
उत्तराखंड के झबरेड़ा से विधायक देशराज कर्णवाल को चैंपियन अपना राजनीतिक दुश्मन मानते हैं. बात इसी साल अप्रैल की है. चैंपियन और कर्णवाल का झगड़ा राजनीतिक अखाड़े से निकल कर सचमुच के अखाड़े में चला गया था जहां नेहरू स्टेडियम में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने कर्णवाल को खुली चुनौती दी थी. उन्होंने देशराज कर्णवाल को चुनौती देते हुए कहा था कि यदि उनमें हिम्मत है तो वो अखाड़े में आएं और उनसे मुकाबला करें. देशराज नहीं आए थे इसलिए चैंपियन ने उन्हें बुजदिल और डरपोक कहते हुए कहा था कि देशराज एक चूहा है और वह बिल में घुस गया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि बहुत जल्द वो देशराज की विधायकी छीन लेंगे.
रमेश पोखरियाल निशंक परअभद्र टिप्पणी
आत इसी साल अप्रैल की है. अपनी पत्नी के साथ कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन हरिद्वार में थे. प्रणव अपनी पत्नी के लिए हरिद्वार लोकसभा सीट से टिकट मांग रहे थे. पार्टी ने इस सीट से निशंक को टिकट दिया और ये बात चैंपियन को नागवार गुजर गई और उन्होंने वर्तमान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के लिए अभद्र टिप्पणी का प्रयोग किया. चैंपियन ने निशंक के खिलाफ अपनी टिप्पणी में उन्हें 'प्रवासी पक्षी' बताया था.
डांसर के ऊपर नोट उड़ाने में भी नप चुके हैं विधायक
ताजे वीडियो से साफ है कि विधायक जी नाच गाने के शौकीन हैं. उनका ये शौक उन्हें पहले भी सुर्ख़ियों में लाया था. फरवरी 2016 में एक कार्यक्रम के दौरान कुंवर प्रणव सिंह रुड़की में थे. कार्यक्रम में उनके साथ वक्फ विकास बोर्ड के अध्यक्ष राव सज्जाद भी थे. कार्यक्रम में मनोरंजन की दृष्टि से आयोजकों ने नाच गाने का कार्यक्रम रखा जहां राव सज्जाद और कुंवर प्रणव सिंह ने खूब पैसे लुटाए. मामला मीडिया के कैमरों में आए के बाद चर्चा का विषय बना और इसपर पार्टी की खूब किरकिरी हुई.
कांग्रेस में रहते हुए चलाई थी गोली मिली थी बेल
कुंवर प्रणव सिंह का बंदूकों का शौक कोई आज का नहीं है. बात 2013 की है. तत्कालीन कबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के घर पर प्रोग्राम था. सिंह भी वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंचे और जोश जोश में उन्होंने फायरिंग कर दी जिसके चलते दो लोग घायल हुए और नौबत थाना पुलिस तक आ गई. बात में चैंपियन ने सरेंडर किया और उन्हें बेल मिली.
बहरहाल अब जबकि ये वीडियो हमारे सामने आ चुका है तो देखना दिलचस्प रहेगा कि पार्टी इसपर क्या एक्शन लेती है? बाक़ी बात अगर दागियों विधायकों पर पीएम मोदी की नीतियों की हो तो हम ऐसे तमाम उदाहरण देख चुके हैं जहां पार्टी की छवि खराब करने वाले लोगों पर एक्शन लिया गया है. कुंवर साहब पर क्या फैसला लिया जाएगा इसका फैसला वक़्त करेगा मगर इतना तो यकीन है कि पार्टी इन्हें ज़रूर बताएगी कि इंसान को अपनी हद में कैसे रहना चाहिए.
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