पीओके में सेना की सर्जिकल स्ट्राइक्स का मुद्दा आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक होगा. बीजेपी ने इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. जिसमें पार्टी सेना के ऑपरेशन पर सीधे सियासत करने से तो बचेगी लेकिन सेना के सम्मान की हिफाज़त करती नजर आएगी. यानी चुनावी मैदान में मोहल्लों से लेकर सोशल मीडिया तक विरोधियो के सवालों का जवाब आक्रामक तरीके से दिया जाएगा. अभियान के केंद्र में नरेंद्र मोदी की छवि होगी तो साथ ही होगा सर्जिकल स्ट्राइक जैसे निर्णायक फैसले का संदेश.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने साफ़ कहा है कि ये मुद्दा सेना के गौरव और मोदी सरकार की इच्छाशक्ति को दर्शाता है. इस मुद्दे को पार्टी जनता के बीच लेकर जायेगी. अमित शाह का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक का राजनितिक इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है.
यह भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक बन गई बीजेपी की संजीवनी बूटी
बीजेपी के रणनीतिकारों का मानना है कि सर्जिकल स्ट्राइक को मुद्दा बनाकर विपक्ष ने पार्टी का काम आसान कर दिया है. क्योंकि इस वक़्त देश में जनता भावनात्मक है और ऐसे लोगो पर गुस्सा उतार रही है जो इस मुद्दे पर सवाल खड़ा करें.
चुनावी मैदान से लेकर सोशल मीडिया पर दिखेगा 'सर्जिकल स्ट्राइक'
बीजेपी की रणनीति है कि आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां पोस्टर, होर्डिंग्स के ज़रिये इस मुद्दे को जमकर भुनाया जाये. सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की उपलब्धि को दर्शाने के अलावा विपक्ष पर देश और सेना के खिलाफ बोलने का आरोप लगाकर हमले बोले जाएं.
पीओके में सेना की सर्जिकल स्ट्राइक्स का मुद्दा आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक होगा. बीजेपी ने इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने का पूरा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. जिसमें पार्टी सेना के ऑपरेशन पर सीधे सियासत करने से तो बचेगी लेकिन सेना के सम्मान की हिफाज़त करती नजर आएगी. यानी चुनावी मैदान में मोहल्लों से लेकर सोशल मीडिया तक विरोधियो के सवालों का जवाब आक्रामक तरीके से दिया जाएगा. अभियान के केंद्र में नरेंद्र मोदी की छवि होगी तो साथ ही होगा सर्जिकल स्ट्राइक जैसे निर्णायक फैसले का संदेश. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने साफ़ कहा है कि ये मुद्दा सेना के गौरव और मोदी सरकार की इच्छाशक्ति को दर्शाता है. इस मुद्दे को पार्टी जनता के बीच लेकर जायेगी. अमित शाह का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक का राजनितिक इस्तेमाल करने का आरोप लगा रही है. यह भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक बन गई बीजेपी की संजीवनी बूटी बीजेपी के रणनीतिकारों का मानना है कि सर्जिकल स्ट्राइक को मुद्दा बनाकर विपक्ष ने पार्टी का काम आसान कर दिया है. क्योंकि इस वक़्त देश में जनता भावनात्मक है और ऐसे लोगो पर गुस्सा उतार रही है जो इस मुद्दे पर सवाल खड़ा करें. चुनावी मैदान से लेकर सोशल मीडिया पर दिखेगा 'सर्जिकल स्ट्राइक' बीजेपी की रणनीति है कि आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां पोस्टर, होर्डिंग्स के ज़रिये इस मुद्दे को जमकर भुनाया जाये. सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की उपलब्धि को दर्शाने के अलावा विपक्ष पर देश और सेना के खिलाफ बोलने का आरोप लगाकर हमले बोले जाएं.
छोटे कस्बो और ज़िलों में सम्मान समारोह के ज़रिये नेता लोगों के बीच जाएं. खासकर त्यौहार के सीजन में इस हमले को देश की आन-बान, सेना और शहीदों की शान के साथ जोड़कर दिखाया जाए. अमित शाह ने यूपी नेताओ को बताई रणनीति पार्टी की ये रणनीति बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में यूपी कोर ग्रुप के नेताओं को बताई. साथ ही निर्देश दिया कि फौरन इसपर काम शुरू हो. इसके बाद ही रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का लखनऊ और आगरा में सम्मान समारोह आयोजित किया गया. आगरा को इसीलिए चुना गया क्योंकि वहां सेना के स्पेशल फोर्सेज का ट्रेनिंग स्कूल है. इस तरह के आयोजन भविष्य में और ज़्यादा होंगे. पंजाब में आप को घेरेगी बीजेपी पंजाब में अरविन्द केजरीवाल के बयान को बीजेपी जनता के बीच लेकर जायेगी. चुनाव में ये अकाली-बीजेपी का बड़ा मुद्दा होगा. एक ऐसा जहां फौज में जाने वाले जवानों की तादाद ज़्यादा है वहां बीजेपी भावनात्मक प्रचार करेगी. कोशिश होगी कि आप पार्टी और केजरीवाल को सेना का मनोबल तोड़ने वाले नेता के तौर पर पेश किया जाए. यह भी पढ़ें- क्या ममता की खामोशी और केजरीवाल के वीडियो मैसेज में कुछ कॉमन है? इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |