रायबरेली में 28 जुलाई को कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गयी, जबकि पीड़िता और उनके वकील जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. इस मामले में लोगों के आक्रोश की जो सबसे बड़ी वजह ये है कि बीजेपी सेंगर पर कार्रवाई नहीं कर रही थी. अब भाजपा ने सेंगर को पार्टी से निकाल दिया है. हालांकि, पार्टी पर ये सवाल अभी भी उठ रहे हैं कि सेंगर के खिलाफ कार्रवाई इतनी देर से क्यों की गई, जबकि वह 2018 से जेल में बंद है. लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर क्या वजह है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी एक एक बेहद ही संगीन आरोप वाले आोरपी विधायक के सामने नतमस्तक हो गई थी. लोग पूछने लगे थे कि क्या बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा महज छलावा है. विपक्षी पार्टियां भी सड़क से लेकर संसद तक में सवाल उठा रही थीं. लोगों को लगने लगा था कि सियासत के इस शोर में पीड़ता की वो चित्कार शायद दबकर ना रह जाए, जिस तरह आज तक होता आया है. वैसे ये पहला मामला नहीं है जब नारी सम्मान और महिला सशक्तिकरण पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं के दामन पर महिलाओं के साथ दरिंदगी या फिर अपने प्रभाव का गलत फायदा उठाकर यौन-शोषण के गंभीर आरोप लगे हों. और पूरी पार्टी अपने नेताओं के घिनौनी करतूत पर या तो मौन साध ले या फिर खुलकर बचाव कर रही हो, बल्कि इसकी एक लंबी फेहरिस्त है.
JD: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस
अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में अनाथ और बेबस लड़कियों के साथ दरिंदगी के ऐसे मामले उजागर हुए जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस मामले में राज्य के तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू...
रायबरेली में 28 जुलाई को कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गयी, जबकि पीड़िता और उनके वकील जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं. इस मामले में लोगों के आक्रोश की जो सबसे बड़ी वजह ये है कि बीजेपी सेंगर पर कार्रवाई नहीं कर रही थी. अब भाजपा ने सेंगर को पार्टी से निकाल दिया है. हालांकि, पार्टी पर ये सवाल अभी भी उठ रहे हैं कि सेंगर के खिलाफ कार्रवाई इतनी देर से क्यों की गई, जबकि वह 2018 से जेल में बंद है. लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर क्या वजह है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी एक एक बेहद ही संगीन आरोप वाले आोरपी विधायक के सामने नतमस्तक हो गई थी. लोग पूछने लगे थे कि क्या बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा महज छलावा है. विपक्षी पार्टियां भी सड़क से लेकर संसद तक में सवाल उठा रही थीं. लोगों को लगने लगा था कि सियासत के इस शोर में पीड़ता की वो चित्कार शायद दबकर ना रह जाए, जिस तरह आज तक होता आया है. वैसे ये पहला मामला नहीं है जब नारी सम्मान और महिला सशक्तिकरण पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं के दामन पर महिलाओं के साथ दरिंदगी या फिर अपने प्रभाव का गलत फायदा उठाकर यौन-शोषण के गंभीर आरोप लगे हों. और पूरी पार्टी अपने नेताओं के घिनौनी करतूत पर या तो मौन साध ले या फिर खुलकर बचाव कर रही हो, बल्कि इसकी एक लंबी फेहरिस्त है.
JD: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस
अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में अनाथ और बेबस लड़कियों के साथ दरिंदगी के ऐसे मामले उजागर हुए जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस मामले में राज्य के तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रेश्वर प्रसाद वर्मा समेत कई सफेदपोशों की ओर उंगलियां उठी पर सत्ताधारी पार्टी खुलकर अपने मंत्री का बचाव करती रही. लेकिन मामला जब तुल पकड़ा, मामले की सीबीआई जांच शुरु हई, सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को फटाकर लगाई तब नीतीश कुमार को अपने मंत्री से इस्तीफा लेना पड़ा. मामले की सीबीआई जांच अभी भी जारी है.
RJD: राजबल्लभ यादव नाबालिग यौन शोषण
आरजेडी के बड़े नेता और लालू यादव के करीबी रहे पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव ने नालंदा की रहने वाली एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण किया था. इस बात के लिए यादव को सजा भी सुनाई जा चुकी है और वह फिलहाल जेल में हैं. पर राजबल्लभ यादव के समर्थन में आरजेडी लगातर खड़ी रही.
Congress: सेक्स रैकेट का कांग्रेस कनेक्शन
साल 2017 में बिहार में ही एक हाई प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ, जिसमें कांग्रेस नेता ब्रजेश पांडेय और उसके दोस्त निखिल प्रियदर्शी पर एक दलित लड़की के साथ यौन-शोषण करने और सेक्स रैकेट चालने का मामला सामने आया. इसी मामले में निखिल ने एक पत्रकार से कह था, 'मेरे पॉकेट में खुफिया कैमरे से शूट किये गये 55 ऐसे लोगों के वीडियो क्लिपिंग्स हैं जिनको यदि मैं सार्वजनिक कर दूं तो कई धाकड़ नेताओं और सीनियर अधिकारियों की वाट लग जाएगी', आरोप था कि कांग्रेसी नेता के अलावा भी कई रसूखदार लोगों ने इस लड़की का शारीरिक शोषण किया. पर कांग्रेस ने किसी नेता पर कोई कर्रवाई नहीं की. हालांकि बाद में आरोपी निखिल ने पीड़ित लड़की से कोर्ट में शादी कर मामले को रफा-दफा कर दिया.
BJP: एमजे अकबर मामला
मोदी सरकार एक में तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर एक महिला पत्रकार ने #MeToo कैंपन के तहत यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया. शुरु में तो बीजेपी ने अपने मंत्री की बचाव करने की कोशिश की, लेकिन जब सियासी बवाल बढ़ा तो एमजे अकबर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.
Congress: एनडी तिवारी सेक्स स्कैंडल
2008 में रोहित शेखर ने तिवारी को अपना बायोलॉजिकल पिता बताया. कोर्ट द्वारा डीएनए टेस्ट कराने के आदेश के बाद जुलाई 2012 को आए डीएनए रिपोर्ट ने तिवारी को शेखर का पिता घोषित किया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके एनडी तिवारी 2009 में आंध्रप्रदेश के राज्यपाल के पद पर काबिज थे. तिवारी उस वक्त 85 साल के थे. आरोप लगने के बाद तिवारी ने राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया.
AAP: संदीप कुमार सेक्स सीडी
याद कीजिए जरा दिल्ली के मंत्री संदीप कुमार का एक महिला के साथ सेक्स करते हुए वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मंत्री पर महिला को राशन कार्ड बनवा देने का झांसा देकर यौन-शोषण के आरोप लगे, पार्टी के तत्कालीन नेता आशुतोष के द्वारा संदीप के समर्थन में लिखे गए ब्लॉग के खिलाफ थाने में शिकायत तक दर्ज कराई गयी.
NSI के राष्ट्रीय अध्यक्ष यौन शोषण का आरोप
जून 2018 में कांग्रेस के छात्र विंग नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान पर NSI की कार्यकर्ता के साथ ही यौन शोषण के आरोप लगे. करीब 2 महीने तक पार्टी इस मुद्दे पर मौन साधे रही, लेकिन बाद में बढते सियासी बवाल के बाद कांग्रेस को फिरोज पर कार्रवाई करनी पड़ी, और उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया.
गोपाल कांडा केस
एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा कथित तौर पर हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के हवस का शिकार बनी थी. गीतिका, कांडा के एमएलडीआर एयरलाइन्स से जुड़ी थी और यौन शोषण का शिकार होने के बाद 2012 में उसने आत्महत्या कर ली थी. अपने सुसाइड नोट में गीतिका ने कांडा पर आरोप लगाए थे. कांग्रेस सरकार वे पावरफुल मंत्री थे, इसलिए सरकार उनके सामने नतमस्तक थी. पर विपक्ष और कोर्ट की कार्रवाई के कारण आखिरकार कांडा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
Congress: महिपाल मदेरना सेक्स स्कैंडल
2011 में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को उनके जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरना और कांग्रेस विधायक मलखान सिंह पर भंवरी देवी सेक्स स्कैंडल के आरोप ने हिलाकर रख दिया. भंवरी देवी एएनएम थी. अचानक से एक दिन वो गायब हो गई तब उनके पति ने मदेरना पर उनके अपहरण का आरोप लगाया. कहा जाता है कि भंवरी देवी ने मदेरना से मदेरना और कई और रसूखदार लोगों के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाले वीडियो को डिलीट करने के लिए सौदा करने की कोशिश की थी. इस मामले को लेकर कई महीने तक जबर्दस्त सियासी बवाल हुआ, आखिरकार मदेरना को गहलोत सरकार से बर्खास्त कर दिया गया.
Samajwadi Party: गायत्री प्रजापति रेप केस
सपा के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला दर्ज किया किया. सियासी गलियारों में जमकर बवाल हुआ. पर प्रजापति को मुलायम का वरदहस्त प्राप्त था. तमाम हंगामों के बावजूद प्रजापति पर पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की.
अमरमणि त्रिपाठी केस
उत्तरप्रदेश के मंत्री अमरमणि त्रिपाठी को मधुमिता शुक्ला के कत्ल के आरोप में जेल की सजा मिली. कत्ल के वक्त मधुमिता अमरमणि के बच्चे की मां बनने वाली थी और कई धमकियों के बाद भी उसने गर्भपात कराने से मना कर दिया था. 2003 में मधुमिता की हत्या कर दी गई. मधुमिता की मौत ने उत्तरप्रदेश में भूचाल ला दिया जिसकी वजह से उसे मायावती सरकार से त्यागपत्र देना पड़ा.
RJD: शिल्पी-गौतम मर्डर केस
1999 में बिहार सेक्स स्कैंडल की खबर से हिल गया. इस स्कैंडल का मुख्य आरोपी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के साले साधु यादव बने. इस केस में शिल्पी जैन और उसके दोस्त गौतम की हत्या का मामला सामने आया था. शिल्पी और गौतम दोनों ही साधु यादव के दोस्त थे. उन दोनों के मृत शरीर अर्धनग्न अवस्था में एक कार में पाए गए थे. सीबीआई की जांच में ये सामने आया कि दोनों प्रेमियों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी. लेकिन मीडिया ने अपने रिपोर्ट में दावा किया था कि शिल्पी का रेप हुआ था और जब गौतम उसे बचाने आया तो दोनों को जहर पीलाकर मार दिया गया. लेकिन आरजेडी ने साधू यादव पर कोई कार्रवाई नहीं की.
Congress: बिहार का बॉबी मर्डर केस
1980 में बॉबी मर्डर केस बिहार कांग्रेस के कई युवा नेताओं के लिए काल बन कर आया था. इस घटना में बिहार के पूर्व स्पीकर के बेटे का नाम भी शामिल था. बॉबी सचिवालय में टेलीफोन ऑपरेटर का काम करती थी और रहस्यमयी परिस्थितियों में वो मृत पाई गई थी. तब पटना के एसपी किशोर कुणाल ने दोषियों को पकड़ने के लिए बॉबी के दफन शरीर को खुदवाकर निकलवाया. जैसे ही केस में कांग्रेस के शीर्ष नेता राधानंदन झा के बेटे रघुवर झा को नामजद किया जाने वाला था तब बिहार के तात्कालिन मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा ने एसपी कुणाल का ट्रांसफर करा दिया. इसके बाद केस ठंडे बस्ते में चला गया. कांग्रेस ने अपने सीएम पर कोई कार्रवाई नहीं की.
IML: पीके कुन्हालिकुट्टी केस
1997 में आइसक्रीम पार्लर सेक्स स्कैंडल ने पूरे केरल को हिलाकर रख दिया. इस केस में IML के नेता और केरल सरकार में मंत्री पीके कुन्हालिकुट्टी का नाम सामने आया. इस स्कैंडल में कोझिकोड स्थित एक आइसक्रीम पार्लर में युवा महिलाओं को बरगला कर उन्हें देह-व्यापार में लिप्त कराया जाता था. काफी हंगामे के बाद कुन्हालिकुट्टी ने उद्योग मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया.
Congress: एम. विंसेंट केस
जुलाई 2017 में केरल कांग्रेस के विधायक एम. विंसेंट को यौन प्रताड़ना और एक 51 वर्षीय महिला का पीछा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाद में महिला ने आत्महत्या की कोशिश भी की थी. लेकिन कांग्रेस लगातार अपने विधायक का बचाव करती रही.
ये तो वो मामले हैं जो सियासी गलियारों में काफी सुर्खियां बटोरी, इसके अलावे भी हरियाणा में विकास बराला का मामला हो, बाबूलाल नागर सेक्स स्कैंडल हो, या संजय जोशी सेक्स स्कैंडल हो, अभिषेक मनु सिंघवी का मामला हो, या कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह द्वारा अपने ही पार्टी के महिला नेता मीनाक्षी नटराजन को टंच माल कहने का मामला हो, या फिर आजम खान द्वारा जय प्रदा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का मामला हो, या कुछ दिन पहले संसद में महिला सांसद और पीठासीन स्पीकर रमा देवी को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान हों, तमाम मामलों में सियासी पार्टियां अपने नेताओं के साथ खड़ी दिखी. और इस तरह से देखें तो महिला सम्मान के मामला में तमाम पार्टियां हमाम में नंगे के समान ही दिखती है.
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