Britain election results 2019: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर बॉरिस जॉनसन और ताकतवर बनकर उभरे हैं. ब्रिटेन संसद के चुनाव में 649 सीटों के लिए मुकाबला हुआ. बॉरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी ने 364 सीटें जीतीं. जबकि जेरेमी कोर्बिन के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी को 203 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. जैसे ही बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री पद के लिए लोगों ने विजयी बनाया, सभी को ठीक वैसी ही हैरानी हुई, जैसी डोनाल्ड ट्रंप के जीत जाने पर हुई थी. लेकिन ट्रंप की ही तरह बॉरिस जॉनसन भी घोर राष्ट्रवादी मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे थे. उन्होंने Brexit को अपना सबसे प्रमुख हथियार बनाया, और जनता को ये भरोसा दिलाने में कामयाब रहे कि वे ही Brexit को अंजाम दे सकते हैं. ब्रिटने, खासकर इंग्लैंड में उनकी पार्टी को सबसे ज्यादा कामयाबी मिली है. शहरी इलाकों में भले लेबर पार्टी को सीटें मिली हों, लेकिन बाकी इंग्लैंड कंजर्वेटिव पार्टी के नीले रंग से सराबोर हो गया है. वैसे, बॉरिस जॉनसन के आलोचक उनकी रंगीन मिजाजी को मुद्दा बनाते रहे हैं. बोरिस की जिंदगी में ड्रग्स, अफेयर्स और विवाद हमेशा से हावी रहे हैं. एक नजर डालते हैं इनसे जुड़े विवादों पर:
सुनहरे बाल और बोलने में गलतियां
बोरिस सबसे अधिक अपने सुनहरे बालों और बोलने में गलतियां करने के लिए जाने जाते हैं. उनका बर्ताव लोगों को अजीब लगता है, उनके कपड़े पहनने का ढंग भी लोग पसंद नहीं करते और समय पर कभी नहीं पहुंचना तो जैसे बोरिस की आदत में शुमार है. 2012 के लंदन ओपलंपिक के दौरान वह जिपवायर पर लटके थे, लेकिन उस दौरान कुछ चूक होने की वजह से उनकी एक तस्वीर तक वायरल हो गई. वैसे लोग...
Britain election results 2019: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद पर बॉरिस जॉनसन और ताकतवर बनकर उभरे हैं. ब्रिटेन संसद के चुनाव में 649 सीटों के लिए मुकाबला हुआ. बॉरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी ने 364 सीटें जीतीं. जबकि जेरेमी कोर्बिन के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी को 203 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. जैसे ही बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री पद के लिए लोगों ने विजयी बनाया, सभी को ठीक वैसी ही हैरानी हुई, जैसी डोनाल्ड ट्रंप के जीत जाने पर हुई थी. लेकिन ट्रंप की ही तरह बॉरिस जॉनसन भी घोर राष्ट्रवादी मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे थे. उन्होंने Brexit को अपना सबसे प्रमुख हथियार बनाया, और जनता को ये भरोसा दिलाने में कामयाब रहे कि वे ही Brexit को अंजाम दे सकते हैं. ब्रिटने, खासकर इंग्लैंड में उनकी पार्टी को सबसे ज्यादा कामयाबी मिली है. शहरी इलाकों में भले लेबर पार्टी को सीटें मिली हों, लेकिन बाकी इंग्लैंड कंजर्वेटिव पार्टी के नीले रंग से सराबोर हो गया है. वैसे, बॉरिस जॉनसन के आलोचक उनकी रंगीन मिजाजी को मुद्दा बनाते रहे हैं. बोरिस की जिंदगी में ड्रग्स, अफेयर्स और विवाद हमेशा से हावी रहे हैं. एक नजर डालते हैं इनसे जुड़े विवादों पर:
सुनहरे बाल और बोलने में गलतियां
बोरिस सबसे अधिक अपने सुनहरे बालों और बोलने में गलतियां करने के लिए जाने जाते हैं. उनका बर्ताव लोगों को अजीब लगता है, उनके कपड़े पहनने का ढंग भी लोग पसंद नहीं करते और समय पर कभी नहीं पहुंचना तो जैसे बोरिस की आदत में शुमार है. 2012 के लंदन ओपलंपिक के दौरान वह जिपवायर पर लटके थे, लेकिन उस दौरान कुछ चूक होने की वजह से उनकी एक तस्वीर तक वायरल हो गई. वैसे लोग भले ही उन्हें जोकर जैसा समझते हों, लेकिन थेरेसा मे ये अच्छे से समझती थीं कि उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और उनका अंदाजा बिल्कुल सही निकला.
जब पहली बार नौकरी से निकाले गए
बोरिस जॉनसन से जुड़े विवादों की शुरुआत करते हैं उनकी पहली नौकरी से. ये बात तब की है, जब वह करीब 20 साल की उम्र के थे. उस समय उन्होंने मीडिया कंपनी द टाइम्स में नौकरी की थी, लेकिन एक ऐसी गलती कर दी, जिसकी वजह से उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. दरअसल, बोरिस ने अपना एक आर्टिकल लिखा था, जिसमें उन्होंने एक इतिहासकार को गलत तरीके से कोट कर दिया था. जिसके बाद मीडिया कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया.
ड्रग्स भी ले चुके हैं
चुनाव के दौरान भले ही बोरिस जॉनसन साफ इमेज वाले रहे हों, लेकिन वह ड्रग्स भी ले चुके हैं. रेडियो 4 पर एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने खुद ये बात कबूल की थी कि किशोरावस्था के दौरान उन्होंने कई बार ड्रग्स लिया था.
लव लाइफ और लव चाइल्ड
ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि बोरिस की लव लाइफ काफी कॉम्प्लिकेटेड रहे. उनकी दूसरी पत्नी मरीना से उन्हें 4 बच्चे हैं और उनका एक लव चाइल्ड भी है. 2009 के दौरान एक प्रॉपर्टी डेवलपर की पत्नी हेलेन से उनका अफेयर था. उसी साल बाद में उनकी एक बेटी स्टेफनी हुई. हेलेन ने उस बच्चे को राज ही रखना चाहा और एक अखबार पर रिपोर्ट छापने को लेकर केस भी कर दिया. हालांकि, कोर्ट ने फैसला दिया कि दुनिया को बोरिस की बच्ची के बारे में जानने का हक है. इससे पहले पेट्रोनेला नाम की महिला के साथ भी उनका अफेयर काफी समय तक चला था. उन्होंने अपने इस रिलेशन को छुपाया था, जिसके लिए उन्हें माइकल हॉवर्ड की कैबिनेट से निकाल दिया गया.
विवादित बयान
2006 में बोरिस को पापुआ न्यू गिन्नी के लोगों से उन पर रेसिस्ट कमेंट करने के लिए माफी मांगनी पड़ी थी. 2008 में उन्होंने बीजिंग ओलंपिक के दौरान कहा था कि ये भ्रम है कि टेबल टेनिस की शुरुआत चीन से हुई, जबकि एक विक्टोरियन ने इसे डेवलप किया था. 2017 में कंजरवेटिव पार्टी कॉन्फेरेंस के एक इवेंट में भी उन्होंने विवादित बयान दिया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकालने के लिए आवाजें उठने लगी थीं. गे मैरिज पर उनके विचार तो बेहद भड़काऊ हैं.
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