देश को अपना पहला सीडीएस (First CDS of India) मिला है. जनरल बिपिन रावत हैं CDS यानी Chief Of Defence Staff के रूप में बिपिन रावत (General Bipin Rawat first CDS of India ) की कमान संभाल ली है. पद संभालने के फ़ौरन बाद जनरल बिपिन रावत ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh Meeting with CDS) से मुलाकात की है. वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi on CDS) ने भी ट्वीट किया है और जमकर बिपिन रावत की तारीफ की है. अपने ट्वीट में देश के प्रधानमंत्री ने कहा है कि जनरल एक शानदार अफसर हैं. उन्होंने पूरे जोश के साथ देश की सेवा की है. बता दें कि गत वर्ष 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तीनों सेनाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने और सैन्य बलों के आधुनिकीकरण के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ऐलान किया था. बिपिन रावत देश के पहले Chief Of Defence Staff बन चुके हैं. साथ ही वो तस्वीरें भी आ गयीं हैं जिनमें उनका कार्यालय कैसा है (Office of CDS)? उसमें क्या क्या चीजें हैं? CDS के नए ऑफिस में खास क्या होगा? जैसे तमाम सवालों का पूरा ब्योरा दिया गया है. ये तस्वीरें इंटरनेट पर खूब वायरल हैं और लोगों की प्रतिक्रियाएं और शुभकामना सन्देश भी इनपर खूब आ रहे हैं.
इंटरनेट पर लोगों का ध्यान खींच रही जनरल रावत के कार्यालय की ये नई तस्वीर है तो आलीशान. मगर जब इसपर गौर करें तो मिलता है कि जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति और उनको नया कार्यालय दिए जाने के वक़्त रक्षा विभाग के अधिकारी बड़ी जल्दबाजी में थे. हो सकता है ये बात विचलित कर जाए और तमाम तरीके के सवाल जहन में आएं. तो बता दें कि साउथ ब्लॉक स्थित जनरल बिपिन...
देश को अपना पहला सीडीएस (First CDS of India) मिला है. जनरल बिपिन रावत हैं CDS यानी Chief Of Defence Staff के रूप में बिपिन रावत (General Bipin Rawat first CDS of India ) की कमान संभाल ली है. पद संभालने के फ़ौरन बाद जनरल बिपिन रावत ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh Meeting with CDS) से मुलाकात की है. वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi on CDS) ने भी ट्वीट किया है और जमकर बिपिन रावत की तारीफ की है. अपने ट्वीट में देश के प्रधानमंत्री ने कहा है कि जनरल एक शानदार अफसर हैं. उन्होंने पूरे जोश के साथ देश की सेवा की है. बता दें कि गत वर्ष 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तीनों सेनाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करने और सैन्य बलों के आधुनिकीकरण के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के गठन ऐलान किया था. बिपिन रावत देश के पहले Chief Of Defence Staff बन चुके हैं. साथ ही वो तस्वीरें भी आ गयीं हैं जिनमें उनका कार्यालय कैसा है (Office of CDS)? उसमें क्या क्या चीजें हैं? CDS के नए ऑफिस में खास क्या होगा? जैसे तमाम सवालों का पूरा ब्योरा दिया गया है. ये तस्वीरें इंटरनेट पर खूब वायरल हैं और लोगों की प्रतिक्रियाएं और शुभकामना सन्देश भी इनपर खूब आ रहे हैं.
इंटरनेट पर लोगों का ध्यान खींच रही जनरल रावत के कार्यालय की ये नई तस्वीर है तो आलीशान. मगर जब इसपर गौर करें तो मिलता है कि जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति और उनको नया कार्यालय दिए जाने के वक़्त रक्षा विभाग के अधिकारी बड़ी जल्दबाजी में थे. हो सकता है ये बात विचलित कर जाए और तमाम तरीके के सवाल जहन में आएं. तो बता दें कि साउथ ब्लॉक स्थित जनरल बिपिन रावत के कार्यालय की जो तस्वीर शेयर हो रही है वहां बोर्ड पर अंग्रेजी में लिखा है Chief Of Defence Staff जबकि इसी बोर्ड की हिंदी पर नजर डालें तो मिलेगा कि लिखा है 'मुख्य रक्षा अध्यक्ष.' आपको बताते चलें कि मुख्य रक्षा अध्यक्ष और Chief Of Defence Staff ये दो अनुवाद, दो बिलकुल अलग तरह की बातें प्रदर्शित करते नजर आ रहे हैं.
बात हिंदी अनुवाद मुख्य रक्षा अध्यक्ष की हुई है तो यदि इसे वापस अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया जाए तो इसका अर्थ होगा Chief Defence President/Chairman जो कि Chief Of Defence Staff से कहीं से भी मेल खाता नजर नहीं आ रहा है.
बात अगर Chief Of Defence Staff के सही अनुवाद की हो तो तमाम भाषाविद ऐसे हैं जिनका मानना है कि यदि 'मुख्य रक्षा अध्यक्ष' की जगह सैन्य निकायों का प्रमुख लिखा जाए या फिर सैन्य बालों का प्रमुख लिखा जाए तो ये सही अनुवाद होगा. चूंकि CDS का पद तीनों सेनाओं थलसेना, वायुसेना और जलसेना (Army, Air Force and Navy) के प्रमुखों से ऊपर है, और वह तीनों ही सेनाओं का प्रमुख पद है. खैर, CDS के दफ्तर के बाहर नाम पट्टिका पर पद का दर्ज करने वाले रक्षा विभाग के अनुवादकों ने किस अर्थ से CDS को 'प्रमुख सेना अध्यक्ष' लिखा है, यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है. लेकिन भारतीय सेनाओं को एक बेहद जरूरी पद जरूर मिल गया है, जो तीनों सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित कर सके.
CDS insignia यानी प्रतीक चिन्ह का विवरण
क्योंकि लाल किले की प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही इस बात को स्पष्ट कर चुके थे कि जो Chief Of Defence Staff होगा वो तीनों सेनाओं और उनकी कार्यप्रणाली के बीच सामंजस्य बैठाने का काम करेगा. तो ऐसे में जब हम सीडीएस के प्रतीक चिन्ह को देखें तो इस बात की साफ़ झलक हमें वहां नजर आती है. सीडीएस के प्रतीक चिन्ह में जहां एक तरफ थल सेना की तलवार और अशोक का चिन्ह है. तो वहीं इसमें नेवी के एंकर और वायु सेना के प्रतीक पक्षी गरुण (Eagle) को भी दर्शाया गया है. सीडीएस का प्रतीक चिन्ह स्वयं इस बात को दर्शा देता है कि तीनों सेनाएं और तीनों ही सेनाओं के सेना प्रमुख CDS की निगरानी में रहेंगे.
CDS unifom में क्या खास है
CDS का पद नव निर्मित है इसलिए वर्दी को भी नए सिरे से डिजाइन किया गया है. वर्दी ऑलिव ग्रीन (जैतूनी हरे) रंग की है. लेकिन कंधे पर बैज बेल्ट का बकल, पीक कैप और बटन तीनों ही सेनाओं का प्रतिनिधित्व करेगा. क्योंकि कंधे का बैज सेना में बहुत अहम माना जाता है इसलिए CDS की वर्दी में लगे शोल्डर बैज में कोई भी तलवार का चिन्ह या फिर स्टार नहीं होगा. CDS का शोल्डर बैज मैरून रंग का होगा जिसमें अशोक का चिन्ह बना होगा. साथ ही इसमें कोई डोरी भी नहीं होगी. कॉलर में भी 4 सितारे नहीं होंगे जो सेना प्रमुखों को मिलते हैं.
CDS पद नियुक्त होने के बाद जनरल बिपिन रावत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि उन्होंने करीब 40 साल गोरखा रेजिमेंट वाली तिरछी टोपी पहनी है. और अब वे P-Cap पहने हुए हैं और सिर पर काफी हल्का महसूस कर रहे हैं. उम्मीद है इस सीधी टोपी की तरह वे तीनों सेनाओं के बीच संतुलन बैठाने में भी कामयाब होंगे.
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