जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की आतंकविरोधी नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल उठाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए मोदी सरकार ने जो कदम उठाए हैं वे काफी हैं या नहीं. कांग्रेस ने भी इसी क्रम में मोदी को आड़े हाथों लेते हुए 5 सवाल पूछे हैं.
1. हमें जवाब दीजिए कि ये जो आतंकवादी हैं उनके पास जो बारूद और शस्त्र हैं, वो कहां से आता है ? वो तो विदेशी धरती से आते हैं ? और सीमाएं पूरी तरह भारत सरकार के कब्जे़ में हैं ? सीमा सुरक्षा बल आपके कब्जे में है !
2. हम आप से दूसरा सवाल पूछना चाहते हैं, वही दोहरा रहे हैं, जो आप पूछते थे, आतंकवादियों के पास धन कहां से आता है ? पूरा money transaction तो भारत सरकार के कब्जे में है. यह सब तो RBI के अंतर्गत बैंकों के माध्यम से होता है. क्या प्रधानमंत्री आप इतनी निगरानी नहीं रख सकते कि विदेश से आने वाले आतंकियों के पास यह धन न पहुंचे ?
3. तीसरा सवाल भी प्रधानमंत्री जी की ही भाषा में है, कि जब सीमाएं आपके हाथ में हैं, coastal security आपके हाथ में है, BSF, सेना, नेवी सब आपके हाथ में है तो विदेशों से घुसपैठिए आते कैसे हैं और यहां आतंकी वारदात करके भाग कैसे जाते हैं?
4. चौथा सवाल. जब सारा कम्युनिकेशन आपके हाथ में है. कोई भी अगर टेलीफोन या ईमेल करता है तो सरकार उसको intercept कर सकती है और कॉल करने वाले की जानकारी जुटा सकती है. लेकिन प्रधानमंत्री जी ये तो बताइए कि आतंकियों के बीच जो कम्युनिकेशन चलता है उसे सरकार क्यों नहीं पकड़ पाती है ?
5. पांचवां सवाल उन आतंकियों के बारे में है जो विदेश भाग चुके हैं और विदेश में बैठकर भारत में आतंकी हमले करवाते हैं. ऐसे आतंकियों का भारत में प्रत्यारोपण...
जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की आतंकविरोधी नीति पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल उठाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए मोदी सरकार ने जो कदम उठाए हैं वे काफी हैं या नहीं. कांग्रेस ने भी इसी क्रम में मोदी को आड़े हाथों लेते हुए 5 सवाल पूछे हैं.
1. हमें जवाब दीजिए कि ये जो आतंकवादी हैं उनके पास जो बारूद और शस्त्र हैं, वो कहां से आता है ? वो तो विदेशी धरती से आते हैं ? और सीमाएं पूरी तरह भारत सरकार के कब्जे़ में हैं ? सीमा सुरक्षा बल आपके कब्जे में है !
2. हम आप से दूसरा सवाल पूछना चाहते हैं, वही दोहरा रहे हैं, जो आप पूछते थे, आतंकवादियों के पास धन कहां से आता है ? पूरा money transaction तो भारत सरकार के कब्जे में है. यह सब तो RBI के अंतर्गत बैंकों के माध्यम से होता है. क्या प्रधानमंत्री आप इतनी निगरानी नहीं रख सकते कि विदेश से आने वाले आतंकियों के पास यह धन न पहुंचे ?
3. तीसरा सवाल भी प्रधानमंत्री जी की ही भाषा में है, कि जब सीमाएं आपके हाथ में हैं, coastal security आपके हाथ में है, BSF, सेना, नेवी सब आपके हाथ में है तो विदेशों से घुसपैठिए आते कैसे हैं और यहां आतंकी वारदात करके भाग कैसे जाते हैं?
4. चौथा सवाल. जब सारा कम्युनिकेशन आपके हाथ में है. कोई भी अगर टेलीफोन या ईमेल करता है तो सरकार उसको intercept कर सकती है और कॉल करने वाले की जानकारी जुटा सकती है. लेकिन प्रधानमंत्री जी ये तो बताइए कि आतंकियों के बीच जो कम्युनिकेशन चलता है उसे सरकार क्यों नहीं पकड़ पाती है ?
5. पांचवां सवाल उन आतंकियों के बारे में है जो विदेश भाग चुके हैं और विदेश में बैठकर भारत में आतंकी हमले करवाते हैं. ऐसे आतंकियों का भारत में प्रत्यारोपण करवाने का अधिकार हमें होता है. लेकिन क्या आपकी विदेश नीति में उसकी ताकत है ?
इन पांचों सवालों का जवाब दीजिए और कुछ करके दिखाइए, ताकि आतंकवाद जड़ से खत्म हो जाए.
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