पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 464 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन पार्टी को महज 44 सीटों पर जीत मिल पायी थी, जो कि पार्टी के इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन था. इस हार के चार साल बाद भी पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को पूरी तरह से घेरने में कामयाब नहीं हो पायी है. यही नहीं, साल 2013 से हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को कुछ खास सफलता नहीं मिली है वहीं बीजेपी ने कई राज्यों को कांग्रेस से छीन लिया है. हां कांग्रेस पंजाब में जीती और कर्नाटक में गठबंधन की सरकार बनाने में कामयाब जरूर रही लेकिन पार्टी को अगर अगले लोकसभा चुनाव में सफलता पानी है तो उसे कुछ राज्यों में गठबंधन अवश्य ही करना होगा.
2019 में सफलता पाने के लिए कांग्रेस के पास गठबंधन का ही विकल्प बचा है
आइए एक नजर डालते हैं ऐसे राज्यों और वहां के पिछले लोकसभा चुनाव नतीजों पर..
उत्तर प्रदेश (80)
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का जनाधार प्रदेश की दो क्षेत्रीय पार्टियों एसपी और बीएसपी से कम है ऐसे में पार्टी को इन दोनों के साथ गठबंधन कर अगले चुनाव में उतरना होगा तभी पार्टी यहां से कुछ सीटें अपने नाम करने में कामयाब रहेगी. वैसे अगर पार्टी यहां इन दोनों पार्टियों से गठबंधन नहीं करती है और एसपी-बीएसपी साथ लड़ते हैं तो भी कांग्रेस के लिए एक अच्छी बात ये होगी कि ना सिर्फ उसकी बल्कि बीजेपी की भी सीटें कम होंगी साथ ही पार्टी इन दोनों के साथ चुनाव के बाद गठबंधन कर सकती है. ऐसा हम हाल के हुए लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के आधार पर कह रहे हैं.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीजेपी |
71 |
अपना दल |
2 |
एसपी |
5 |
कांग्रेस |
2 |
बीएसपी |
0 |
बिहार (40)
बिहार की बात करें तो हाल के उपचुनाव नतीजों ने इतना बयां कर दिया है कि तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन एनडीए को चुनौती दे सकता है ऐसे में कांग्रेस पार्टी को चाहिए कि कैसे वो इस गठबंधन में रहकर कुछ और दलों को साथ ला सकती है. अगर ऐसा होता है तो नितीश के एनडीए में जाने के बावजूद बीजेपी को बिहार में उम्मीद के हिसाब से फायदा नहीं होगा. फिलहाल महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, एनसीपी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, वाम दल और शरद यादव का लोकतांत्रिक जनता दल शामिल है. इसमें अगर कांग्रेस कुशवाहा की पार्टी को भी जोड़ लेती है तो बीजेपी की मुश्किल बढ़ सकती है.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीजेपी |
22 |
एलजेपी |
6 |
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी |
3 |
राष्ट्रीय जनता दल |
4 |
कांग्रेस |
2 |
जेडीयू |
2 |
एनसीपी |
1 |
महाराष्ट्र (48)
महाराष्ट्र में शिवसेना ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वो लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और पार्टी ने हाल ही में लोकसभा में विश्वास मत के पक्ष में वोट भी नहीं किया जिससे ऐसा माना जा रहा है कि दोनों के बीच में रिश्ते और बिगड़ गए हैं और दोनों दल अकेले ही चुनाव में जाएंगे, ऐसे में अगर कांग्रेस पार्टी प्रदेश की एक और बड़ी पार्टी एनसीपी के साथ गठबंधन करने में कामयाब हो जाती है तो दोनों को फायदा होगा. वहीं अगर चारों दल अकेले चुनाव में जाते हैं तो वोटों के बंटने से बीजेपी को आसानी होगी.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीज्पी |
23 |
शिवसंना |
18 |
एनसीपी |
4 |
कांग्रेस |
2 |
झारखण्ड (14)
कांग्रेस पार्टी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा, झारखण्ड विकास मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल जैसे दलों का साथ लेकर अगर चुनावों में जाती है तो नतीजे इसके पक्ष में जा सकते हैं या कहें कि बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीजेपी |
12 |
झारखंड मुक्ति मोर्चा |
2 |
तमिलनाडु (39)
तमिलनाडु में इस बार कांग्रेस और डीएमके के लिए काफी सुनहरा मौका होगा क्योंकि एआईएडीएमके पार्टी को स्वर्गीय जयललिता की कमी जरूर खलेगी, तो वहीं प्रदेश में तीन और नयी पार्टियां बनी हैं जिससे वोटों में बड़े पैमाने पर विभाजन देखने को मिलेगा ऐसे में जो दल गठबंधन करेंगे उन्हें फायदा हो सकता है. यहां बीजेपी भी किसी ना किसी के साथ गठबंधन करने की पूरी कोशिश करेगी.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
एआईएडीएमके |
37 |
बीजेपी |
1 |
पीएमके |
1 |
डीएमके |
0 |
कांग्रेस |
0 |
कर्नाटक (28)
हाल के कर्नाटक विधानसभा चुनावों में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया था वैसे बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसकी ओर से येद्दियुरप्पा को मुख्यमंत्री घोषित किया गया था लेकिन उन्होंने विश्वासमत हासिल करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया और इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी. कम सीटें होने के बावजूद कांग्रेस ने बीजेपी को रोकने के लिए यहां कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया है. ऐसे में इन दोनों दलों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने की पूरी उम्मीद है और अगर ऐसा होता है तो दोनों बीजेपी को पिछली बार की तरह 17 सीटें जीतने से रोक सकते हैं.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीजेपी |
17 |
कांग्रेस |
9 |
जोडीएस |
2 |
असम (14)
असम में बीजेपी ने पिछले चुनाव में काफी अच्छा किया था लेकिन तब भी प्रदेश की क्षेत्रीय पार्टी एआईयूडीएफ तीन सीटें जीतने में कामयाब रही थी ऐसे में अगर कांग्रेस इसके साथ गठबंधन करती है तो नतीजे कुछ और ही होंगे.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
बीजेपी |
7 |
काेग्रेस |
3 |
एआईयूडीएफ |
3 |
पश्चिम बंगाल (42)
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि वो प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेंगी और बीजेपी को रोकने में सक्षम हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास वामदलों के साथ का गठबंधन ही विकल्प बचा है, लेकिन अगर ये दोनों दल गठबंधन करते हैं तो दोनों के लिए ही सही कदम होग क्योंकि हाल के लोकल चुनावों में तृणमूल के बाद बीजेपी दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जो इन दोनों ही दलों के भविष्य के लिए ठीक नहीं है.
2014 लोकसभा चुनाव नतीजे
तृणमूल कांग्रेस |
34 |
काेग्रेस |
4 |
सीपीएम |
2 |
बीजेपी |
2 |
यही नहीं कांग्रेस पार्टी आंध्रप्रदेश में तेलुगु देसम पार्टी (TDP) के साथ भी गठबंधन करने की सोच सकती है जो अभी हाल ही में बीजेपी से नाराज होकर एनडीए से बाहर चली गयी है. कह सकते हैं कि कांग्रेस पार्टी जिन राज्यों में खुद मजबूत है वहां वो अकेले चुनाव लड़े लेकिन फिलहाल कई राज्य ऐसे हैं जहां उसके लिए गठबंधन ही एक रास्ता है जो उसे सफलता दिला पायेगा.
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