#Coronavirus Latest News pdate - ताजा जानकारियों के अनुसार अब तक देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 28 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिनमें 16 इटली (Italy) के पर्यटक, एक उनका टैक्सी ड्राइवर, 3 केरल (Kerala) निवासी (जिन्हें उपचार देकर घर भेज दिया गया है), आगरा (Agra) निवासी 6 लोग, दिल्ली (Delhi) निवासी वह शख्स जिसके बेटे के नोएडा (Noida) स्कूल को बंद करना पड़ा था और 1 मरीज तेलंगाना (Telangana) में सामने आया है.
अब बात दक्षिण कोरिया की उस महिला की... तीन हजार से ऊपर मौतों के बाद पूरे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर डर का माहौल है. इस खौफनाक बिमारी की दवा अभी बाजार में उपलब्ध नहीं है, इसलिए कुछ गाइडलाइंस बनाई गई हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry Of Health On Coronavirus) की तरफ से भी लगातार यही कहा जा रहा है कि लोग खुद एहतियात बरतें और यदि उन्हें अपने में इस बीमारी के कुछ शुरूआती लक्षण दिखें तो तत्काल प्रभाव में डॉक्टर से कंसल्ट करें. यूं तो कोरोना वायरस एक महामारी की तरह है मगर तब क्या? जब कोई इसे जान बूझ कर फैलाए. जवाब चौंकाने वाला है. शायद आपको जानकर आश्चर्य हो कि अगर कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसपर हत्या का मामला दर्ज हो सकता है. जी हां बिलकुल सही सुन रहे हैं. आप साउथ कोरिया की एक महिला जिसे पेशेंट 31 (Patient 31) के नाम से जाना जा रहा है और जिसपर ये आरोप है कि उसने सुपर स्प्रेडर (Super Spreader) बन अनगिनत लोगों तक इस बीमारी को फैलाया है, पर हत्या का केस दर्ज हुआ है.
बता दें कि कोरोनावायरस के मद्देनजर मची इस गफलत में इस वक़्त जिस पहलू पर सबसे...
#Coronavirus Latest News pdate - ताजा जानकारियों के अनुसार अब तक देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के 28 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिनमें 16 इटली (Italy) के पर्यटक, एक उनका टैक्सी ड्राइवर, 3 केरल (Kerala) निवासी (जिन्हें उपचार देकर घर भेज दिया गया है), आगरा (Agra) निवासी 6 लोग, दिल्ली (Delhi) निवासी वह शख्स जिसके बेटे के नोएडा (Noida) स्कूल को बंद करना पड़ा था और 1 मरीज तेलंगाना (Telangana) में सामने आया है.
अब बात दक्षिण कोरिया की उस महिला की... तीन हजार से ऊपर मौतों के बाद पूरे विश्व में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर डर का माहौल है. इस खौफनाक बिमारी की दवा अभी बाजार में उपलब्ध नहीं है, इसलिए कुछ गाइडलाइंस बनाई गई हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry Of Health On Coronavirus) की तरफ से भी लगातार यही कहा जा रहा है कि लोग खुद एहतियात बरतें और यदि उन्हें अपने में इस बीमारी के कुछ शुरूआती लक्षण दिखें तो तत्काल प्रभाव में डॉक्टर से कंसल्ट करें. यूं तो कोरोना वायरस एक महामारी की तरह है मगर तब क्या? जब कोई इसे जान बूझ कर फैलाए. जवाब चौंकाने वाला है. शायद आपको जानकर आश्चर्य हो कि अगर कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसपर हत्या का मामला दर्ज हो सकता है. जी हां बिलकुल सही सुन रहे हैं. आप साउथ कोरिया की एक महिला जिसे पेशेंट 31 (Patient 31) के नाम से जाना जा रहा है और जिसपर ये आरोप है कि उसने सुपर स्प्रेडर (Super Spreader) बन अनगिनत लोगों तक इस बीमारी को फैलाया है, पर हत्या का केस दर्ज हुआ है.
बता दें कि कोरोनावायरस के मद्देनजर मची इस गफलत में इस वक़्त जिस पहलू पर सबसे ज्यादा चर्चा की जा रही है वो है बीमारी को लेकर 'सुपर स्प्रेडर' की भूमिका. ध्यान रहे कि सबसे पहले टर्म 'सुपर स्प्रेडर' 2003 में उस वक़्त सामने आया था जब सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम या सार्स के प्रकोप के दौरान ऐसे ही एक व्यक्ति की खोज हुई थी. तब भी उस व्यक्ति ने अपने जरिये कई लोगों को बीमार किया था. बाद में डब्लूएचओ ने इस मामले और इस व्यक्ति का संज्ञान लिया और इसे सुपर स्प्रेडर की संज्ञा दी.
एक ऐसे वक़्त में जब कोरोना वायरस को लेकर हालात लगातार ख़राब हो रहे हों इस बार सुपर स्प्रेडर की भूमिका में साउथ कोरिया की एक महिला है जिसे पेशेंट 31 के नाम से जाना जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये जानते बूझते हुए कि ये इस बीमारी की चपेट में है ये बाहर निकली और इसमें कई लोगों को इस बीमारी का शिकार बनाया.
जिस महिला की यहां चर्चा हो रही है उसे एक कम ज्ञात धार्मिक समूह शिनचोनजी चर्च ऑफ जीसस का मेंबर बताया जा रहा है. सियोल मेट्रोपॉलिटन सरकार ने महिला के मद्देनजर पूरे समूह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. इसकी वजह बताते हुए सियोल मेट्रोपॉलिटन सरकार ने कहा है कि बीमार होने के बावजूद 'पेशेंट 31' रेस्तरां, बाजार और चर्च सहित सार्वजनिक समारोहों में भाग लेते रहा जिस कारण कई लोग बीमार हुए.
चर्च कर आरोप लगा है कि ये जानते हुए कि 'पेशेंट 31' गंभीर रूप से बीमारी है चर्च ने उसे बजाए आइसोलेशन में रखने के उसे सार्वजनिक जगहों पर जाने की इजाजत दी. सियोल मेट्रोपॉलिटन सरकार का ये भी कहना था कि इस बात को चर्च को गंभीरता से लेना चाहिए था लेकिन वो नाकाम रहा और कई लोगों की मौत सामने आई.
गौरतलब है कि अभी कोरोना वायरस की कोई दवा बाजार में नहीं आई है तो वो व्यक्ति जो इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आया है उसे आइसोलेशन में रखने और वहीं पर उसका उपचार करने पर बल दिया जा रहा है. एहतियात ही इस वक़्त बीमारी का एकमात्र उपाय है. ध्यान रहे कि विश्व में जहां जहां भी ये बीमारी फैली है वहां लोगों की स्क्रीनिंग तो ही रही है साथ ही इस बार पर विशेष धयन दिया जा रहा है कि वो तमाम लोग जो इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आए हैं वो आम लोगों से दूर रहें ताकि बीमारी का प्रचार और प्रसार कम से कम हो.
जिक्र क्योंकि सियोल की इस महिला का हुआ है तो इसका मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि सियोल में लोगों को बीमार करने में इस महिला जिसे आज दुनिया 'पेशेंट 31' के नाम से नाम से जान रही है उसने इस खतरनाक बीमारी को फैलाने में किसी उत्प्रेरक की तरह काम किया है.
एक ऐसे वक़्त में जब इस खौफनाक बीमारी ने डब्लूएचओ तक की नींद उड़ा दी हो एहतियात और साफ़ सफाई ही वो माध्यम है जिसका इस्तेमाल करके व्यक्ति अपने को इस बीमारी से दूर रखकर सुरक्षित रह सकता है.
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