ठीक एक साल पहले दुनिया के सामने आमद हुई थी COVID के नए वैरिएंट ऑमिक्रॉन की. और अब दुनिया को डरा रहा है इसी का सब वैरिएंट BF.7. जो चीन में मौत का पर्याय बन गया है. इस वैरिएंट का असर कुछ ऐसा है कि चीन के अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं. वहीं मरने वालों का दाह संस्कार चीन के लिए एक अलग किस्म की चुनौती बनता नजर आ रहा है. अब हम अपने देश की बात करें तो लोगों का रवैया ऐसा है मानो कोरोना नाम की बीमारी कभी आई ही नहीं थी. लेकिन, अब जबकि BF.7 ने चीन को अपनी चपेट में ले लिया है हमें सचेत हो जाना चाहिए.
चीन की 60 प्रतिशत से ऊपर की आबादी खतरनाक BF.7 वैरिएंट की चपेट में है. लेकिन राहत वाली बात ये है कि बाकी जगहों पर वैरिएंट स्थिर है. मौजूदा वक़्त में चीन में उसी तरह के हालात हैं जैसा भारत में डेल्टा वैरिएंट के कारण आई लहर के दौरान देखा जा गया था. चूंकि चीन में दहशत का पर्याय BF.7 अभी सिर्फ ट्विटर तक सीमित है. मीडिया में गिने चुने बुलेटिन का हिस्सा है. हो सकता है कि भारत में लोग इसे हल्के में लें लेकिन इस वैरिएंट को लेकर जो एक्सपर्ट्स की राय है वो चौंकाने वाली है. बताया जा रहा है कि ये वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा खतरनाक है.
क्या है ऑमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF.7
BF.7 को लेकर यदि एक्सपर्ट्स की मानें तो BF.7, ओमिक्रॉन वैरिएंट BA.5 का सब लिनीएज है. चीन से आ रही रिपोर्ट्स बता रही हैं कि वहां जितने भी ओमिक्रॉन सब वैरिएंट्स हैं उनमें BF.7 में सबसे तेजी से फैलने की क्षमता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस वेरिएंट का इन्क्यूबिशन पीरियड बहुत कम है इसलिए ये किसी अन्य वैरिएंट के मुकाबले कहीं तेजी से फैलता...
ठीक एक साल पहले दुनिया के सामने आमद हुई थी COVID के नए वैरिएंट ऑमिक्रॉन की. और अब दुनिया को डरा रहा है इसी का सब वैरिएंट BF.7. जो चीन में मौत का पर्याय बन गया है. इस वैरिएंट का असर कुछ ऐसा है कि चीन के अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं. वहीं मरने वालों का दाह संस्कार चीन के लिए एक अलग किस्म की चुनौती बनता नजर आ रहा है. अब हम अपने देश की बात करें तो लोगों का रवैया ऐसा है मानो कोरोना नाम की बीमारी कभी आई ही नहीं थी. लेकिन, अब जबकि BF.7 ने चीन को अपनी चपेट में ले लिया है हमें सचेत हो जाना चाहिए.
चीन की 60 प्रतिशत से ऊपर की आबादी खतरनाक BF.7 वैरिएंट की चपेट में है. लेकिन राहत वाली बात ये है कि बाकी जगहों पर वैरिएंट स्थिर है. मौजूदा वक़्त में चीन में उसी तरह के हालात हैं जैसा भारत में डेल्टा वैरिएंट के कारण आई लहर के दौरान देखा जा गया था. चूंकि चीन में दहशत का पर्याय BF.7 अभी सिर्फ ट्विटर तक सीमित है. मीडिया में गिने चुने बुलेटिन का हिस्सा है. हो सकता है कि भारत में लोग इसे हल्के में लें लेकिन इस वैरिएंट को लेकर जो एक्सपर्ट्स की राय है वो चौंकाने वाली है. बताया जा रहा है कि ये वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा खतरनाक है.
क्या है ऑमिक्रॉन का सब वैरिएंट BF.7
BF.7 को लेकर यदि एक्सपर्ट्स की मानें तो BF.7, ओमिक्रॉन वैरिएंट BA.5 का सब लिनीएज है. चीन से आ रही रिपोर्ट्स बता रही हैं कि वहां जितने भी ओमिक्रॉन सब वैरिएंट्स हैं उनमें BF.7 में सबसे तेजी से फैलने की क्षमता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस वेरिएंट का इन्क्यूबिशन पीरियड बहुत कम है इसलिए ये किसी अन्य वैरिएंट के मुकाबले कहीं तेजी से फैलता है.
किसे है खतरा
वो लोग जो पूर्व में कोविड की चपेट में आ चुके हैं या फिर जिन्होंने अपना वैक्सीनेशन करवा रखा है उन्हें भी इस वैरिएंट की चपेट में आने का पूरा खतरा है.
कितना खतरनाक है BF.7
ऑमिक्रॉन के किसी अन्य सब वैरिएंट के मुकाबले BF.7 में 10 से 18.6 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है, वहीं पूर्व में आए ओमिक्रॉन की संक्रमण दर 0 से 5.08 के बीच थी.इसके फैलने की गति इसलिए भी तेज है क्योंकि इससे संक्रमित होने वाले कई लोगों में बीमारी के लक्षण नहीं हैं. यानी वो स्वस्थ दिखते हैं लेकिन बीमारी लेकर चल रहे हैं.
क्या है BF.7 के लक्षण
BF.7 के संक्रमण के लक्षण अन्य ओमिक्रॉन सबवेरिएंट के समान हैं, प्राथमिक रूप से ये भी पूर्व के वैरिएंट्स की तरह श्वसन को प्रभावित करता है . अन्य लक्षणों में मरीजों में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना और थकान हो सकती है. वहीं कुछ लोगों में उल्टी और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों को भी देखा गया है. BF.7 उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है जिनका इम्म्यून सिस्टम कमजोर है.
दुनिया भले ही अभी तक बेफिक्र हो लेकिन BF.7 के कारण हर बीतते दिन के साथ चीन की स्थिति बद से बदतर हो रही है. चीन में इस सब वैरिएंट ने अपना रौद्र रूप क्यों दिखाया कारण बस ये है कि अभी बीते दिनों ही चीन ने अपने यहां सभी प्रतिबंधों को लगभग ख़त्म कर दिया था. वहीं चीन ने पिछले हफ्ते एसिम्टोमैटिक मामलों की जांच और इससे जुड़े प्रतिबंधों पर रोक लगा दी थी, जिसके कारण संक्रमण के मामलों में भारी इजाफा देखने को मिला.
भारत को हो जाना चाहिए गंभीर!
BF.7 का कोई सीधा मामला अभी भारत में देखने को नहीं मिला है. लेकिन क्योंकि डेल्टा वैरिएंट वाली लहर के दौरान भारतीय बहुत कुछ देख चुके हैं. लोगों के बीच बीमारी को लेकर खौफ आ गया है. भारत, विशेषकर उत्तर भारत में मौसम लगातार बदल रहा है. सर्दी, खांसी, बुखार के मामलों में उछाल देखने को मिला है. ऐसे में अब जबकि कोरोना का नया वैरिएंट BF.7हमारे सामने हैं तो स्थिति चिंताजनक तो है ही.
भारत में ऐसी लोगों की भी कोई कमी नहीं है, जो ये मानते हैं कि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। क्योंकि BF.7 एक खतरनाक वैरिएंट है इसलिए सरकार को कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। साथ ही कहा ये भी जा रहा है कि सरकार को चीन से आने और जाने वाले यात्रियों पर पैनी नजर रखनी चाहिए. सरकार लोगों की इस मांग पर कितना ध्यान देती है. क्या आने वाले दिनों में भारत में भी BF.7 के मामले देखने को मिलते हैं? सवाल तमाम है और जवाब हमें सिर्फ और सिर्फ वक़्त देगा.
बाकी बात इस नए सब वैरिएंट की हुई है तो यूं तो इसे हरा देना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है. लेकिन अगर हम सावधानियां बरतें तो हम खुद को बचा पाएंगे और वो दृश्य हमारी आंखों के सामने से नहीं गुजरेंगे जिनमें हमने हमारे अपनों को अपनी आंखों के सामने मरते और तड़पते देखा.
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