यूपी चुनाव जीतने के लिए नेता सारे मुद्दे उठा रहे हैं और राजनीति करने में जुटे हैं. बाहरी विरुद्ध यूपी के लड़के. कोई हिंदू वोट के पीछे पड़ा है तो कोई मुस्लिम वोट साध रहा है. कोई दलितों पर दावा जता रहा है तो कोई पिछड़ों को लुभा रहा है. लेकिन एक अहम मुद्दा छूट रहा है, जहां किसी ने कुछ नहीं कहा. और जिस मुद्दे से आधी आबादी जुड़ी है. वो है यूपी में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार और उन पर हो रहे अपराध. आकड़े देखेंगे तो आप भी चौंक जाएंगे.
बदायू रेप केस (2014) भी अखिलेश सरकार में ही हुआ था. इसके बाद भी उन्होंने इस बार महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचारों पर कुछ नहीं कहा है. बीजेपी और बहुजन समाज पार्टी ने भी इसपर चुप्पी साधी हुई है. महिलाएं भी इस मुद्दे के उठने का इंतजार कर रही हैं. आइए देखते हैं अखिलेश राज कैसा रहा महिलाओं के लिए...
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