कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर लॉक डाउन (Lockdown) का दौर है. हममें से ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में हैं और वो कर रहे हैं जो हमें पसंद है. हमारी आपकी तरह कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी घर पर हैं और वो कर रहे हैं जिसमें उन्हें महारथ है. ऐसा ही कुछ हाल शशि थरूर (Shashi Tharoor) का है. राहुल गांधी खुश रहें इसलिए थरूर उनकी हां में हां मिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे. इन दोनों के विपरीत मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) भी अपने घर पर हैं और इसे खालीपन कहें या फिर चतुरता दिखाने की होड़ वो और किसी का नहीं बल्कि राहुल गांधी का फैक्ट चेक कर रहे हैं. मोदी सरकार को घेरते हुए तेल की कीमतों के मद्देनजर राहुल गांधी ने ट्वीट (Tweet) किया. शशि थरूर ने उनकी हां में हां मिलाई मगर मिलिंद देवड़ा ने कुछ ज़रूरी बातें बताकर दोनों को ही हकीकत से रु-ब-रु करा दिया और बता दिया कि किसी भी मुद्दे पर ज्ञान देने से बेहतर है कि पहले व्यक्ति उसपर अपना शोध कर ले.
बता दें कि लॉकडाउन के चलते दुनियाभर में तेल के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. हालात कुछ यूं है कि अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) मार्केट में कच्चे तेल की कीमत माइनस 37.63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई. भारत में तेल की कीमतें क्या हैं? ये किसी से छिपा नही है ऐसे में तेल की कीमतों को मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी को कटघरे में डालते हुए तमाम तल्ख़ बातें की.
राहुल गांधी ने एक खबर को ट्वीट करते...
कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर लॉक डाउन (Lockdown) का दौर है. हममें से ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में हैं और वो कर रहे हैं जो हमें पसंद है. हमारी आपकी तरह कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी घर पर हैं और वो कर रहे हैं जिसमें उन्हें महारथ है. ऐसा ही कुछ हाल शशि थरूर (Shashi Tharoor) का है. राहुल गांधी खुश रहें इसलिए थरूर उनकी हां में हां मिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे. इन दोनों के विपरीत मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) भी अपने घर पर हैं और इसे खालीपन कहें या फिर चतुरता दिखाने की होड़ वो और किसी का नहीं बल्कि राहुल गांधी का फैक्ट चेक कर रहे हैं. मोदी सरकार को घेरते हुए तेल की कीमतों के मद्देनजर राहुल गांधी ने ट्वीट (Tweet) किया. शशि थरूर ने उनकी हां में हां मिलाई मगर मिलिंद देवड़ा ने कुछ ज़रूरी बातें बताकर दोनों को ही हकीकत से रु-ब-रु करा दिया और बता दिया कि किसी भी मुद्दे पर ज्ञान देने से बेहतर है कि पहले व्यक्ति उसपर अपना शोध कर ले.
बता दें कि लॉकडाउन के चलते दुनियाभर में तेल के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. हालात कुछ यूं है कि अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) मार्केट में कच्चे तेल की कीमत माइनस 37.63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई. भारत में तेल की कीमतें क्या हैं? ये किसी से छिपा नही है ऐसे में तेल की कीमतों को मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी को कटघरे में डालते हुए तमाम तल्ख़ बातें की.
राहुल गांधी ने एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा कि 'दुनिया में कच्चे तेल की कीमतें अप्रत्याशित आंकड़ों पर आ गिरी हैं, फिर भी हमारे देश में पेट्रोल 69 रुपये, डीजल 62 रुपये प्रति लीटर क्यों? इस विपदा में जो दाम घटे, सो अच्छा. कब सुनेगी ये सरकार?
राहुल गांधी को ट्वीट करता देख शशि थरूर भी सामने आ गए . थरूर ने सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया कि क्या बेशर्म सरकार जिसने छह साल तक जबरन ईंधन करों के साथ जनता को लूटा क्या अब वो जनता को कुछ राहत देगी ?
चाहे राहुल गांधी रहे हों या फिर शशि थरूर दोनों ने अपनी अपनी सुचिता और सुविधा के अनुसार बात कह दी जिनकी बातों का खंडन करने और कोई नहीं कांग्रेस पार्टी के ही मिलिंद देवड़ा सामने आए. जिन्होंने तेल की कीमतों के लेकर राहुल गांधी और शशि थरूर से बिलकुल जुदा ट्वीट किया.
मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट किया कि, भारत ब्रेंट क्रूड तेल का आयात करता है न कि डब्ल्यूटीआई का, जिसकी मौजूदा कीमत 21 डॉलर प्रति बैरल है. कमजोर मांग के कारण हम कम तेल का आयात करेंगे. दाम गिरेंगे. साथ ही हम तेल की कीमतों से ऑफसेट लाभ पा सकते हैं. अंत में, जब निजी वाहन, बसें, स्टीम लोकोमोटिव और हवाई जहाज के पहिए थमे हुए हैं, तो उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती से लाभ नहीं हो सकता है.
देवड़ा द्वारा कही बातों पर पर अगर गौर किया जाए तो मिलता है कि इनमें हवाहवाई कुछ नहीं है. देवड़ा ने आरोप प्रत्यारोप को परे रखकर धरातल पर आने के बाद राहुल गांधी और शशि थरूर को हकीकत से अवगत कराया है.
गौरतलब है कि कई दिन से गिरावट झेल रहे अमेरिकी क्रूड डब्ल्यूटीआई में तेजी लौटी है लेकिन ब्रेंट क्रूड के भाव में अभी तक नरमी बनी हुई है. लॉक डाउन के मद्देनजर सब कुछ ठप पड़ा है और आपूर्ति भी काफी कम है तो अमेरिकी क्रूड का भाव शून्य से नीचे चला गया था.
बहरहाल अब जबकि मिलिंद ने वास्तविकता से अवगत करा दिया है. तो देखना दिलचस्प रहेगा कि राहुल गांधी और शशि थरूर उनसे ज्ञान ले पाते या नहीं. बाकी बात अगर केंद्र सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की हो तो वो राहुल और थरूर ने आज भी की है और चूंकि राजनीति का तकाजा है ये आगे भी चलती रहेगी.
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