सुशांत सिंह राजपूत केस की सीबीआई जांच जारी है - और उसके साथ साथ नये नये खुलासों के दावे, दावों पर बहस और गला काट राजनीति भी चल रही है. बिहार में तो चुनावी माहौल है, लेकिन महाराष्ट्र में भी सुशांत केस पर खूब राजनीति हो रही है. महाराष्ट्र सरकार में पार्टनर कांग्रेस के एक नेता ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की तरफ इशारा करते हुए एक ट्वीट किया था कि केस की जांच में बीजेपी के ऐंगल से भी गौर किया जाना चाहिये. देवेंद्र फडणवीस का भी जवाब आते देर नहीं लगी - और बोले कि कांग्रेस नेता को बोलने से पहले होम वर्क ठीक से कर लेना चाहिये. महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) सुशांत सिंह केस के नाम पर चल रही राजनीति को डर्टी पॉलिटिक्स करार दे चुके हैं - और शिवसेना ने भी आदित्य ठाकरे को टारगेट किये जाने पर कड़ा ऐतराज जताया है.
हालांकि, देवेंद्र फडणवीस का दावा है कि बीजेपी के किसी भी नेता ने सुशांत सिंह केस में आदित्य ठाकरे का नाम नहीं लिया है. बेहतर होता देवेंद्र फडणवीस भी थोड़ा होम वर्क करते और एक बार नितेश राणे (Nitesh Rane) के ट्वीट भी खंगाल लेते - अगर नितेश राणे को बीजेपी नेता नहीं मानते तो बात और है!
होम वर्क ठीक से क्यों नहीं किया?
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें शेयर की है जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और संदीप सिंह साथ नजर आ रहे हैं. संदीप सिंह ने दावा किया था कि सुशांत की मौत के बाद उनके घर पहुंचने वाले पहले व्यक्तियों में से एक वो भी रहे. संदीप सिंह फिल्म प्रोड्यूसर हैं. सचिन सावंत ने लिखा है कि संदीप सिंह बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' के निर्माता हैं जिसका पोस्टर देवेंद्र फडणवीस ने लॉन्च किया था.
अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख को टैग करते हुए सचिन सावंत ने मांग की है कि सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच को बीजेपी के ऐंगल से भी देखा जाये.
सचिन सावंत ने बीजेपी नेता राम कदम के ट्वीट को रीट्वीट किया है. बीजेपी नेता ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिख कर कहा है कि ड्रग्स और बॉलीवुड को लेकर बहस छिड़ी हुई है. राम कदम ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में ड्रग्स नेक्सस के खुलासे के लिए जांच की मांग की है.
सचिन सावंत के ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस के नेता ने होमवर्क नहीं किया. बोले, 'संदीप सिंह के साथ मेरी तस्वीरें हो सकती हैं, लेकिन संदीप सिंह बालासाहेब ठाकरे पर बनी फिल्म के भी निर्माता हैं.'
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस का दावा है - 'बीजेपी के किसी भी नेता ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आदित्य ठाकरे का नाम नहीं लिया है. केस में जिस तरह के खुलासे सामने आ रहे हैं, मुझे लगता है कि वे हैरान करने वाले हैं.'
आदित्य़ ठाकरे को लेकर देवेंद्र फडणवीस के दावे को नितेश राणे के ट्वीट ही खारिज कर देते हैं
देवेंद्र फडणवीस ने प्रत्यक्ष तौर पर आदित्य ठाकरे के नाम लेने का दावा किया होता तो एक बार चल भी जाता, लेकिन उनके 'अप्रत्यक्ष रूप से' बोलते ही दावे को पोल खुल जाती है. यही वजह है कि ये विवाद थमने की बजाय गहराता जा रहा है.
4 अगस्त,2020 को आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर अपना और ठाकरे परिवार का नाम सुशांत सिंह राजपूत केस में घसीटे जाने के बाद बयान जारी किया था. मराठी में जारी इस बयान का टाइटल है - 'ये तो तुच्छ राजनीति है, पर मैंने संयम बरता है!'
आदित्य ठाकरे के ट्वीट के कुछ ही देर बाद नितेश राणे ट्वीट करते हैं, लेकिन प्रत्यक्ष तौर पर नहीं - पूरी तरह अप्रत्यक्ष रूप से. अपने ट्वीट में आदित्य ठाकरे एक खास शब्द का इस्तेमाल करते हैं - बेबी पेंग्विन. नितेश राणे अपने ट्वीट में लगातार एक हैशटैग इस्तेमाल करते हैं - #JusticeForSSR
ट्विटर पर फिलहाल नंबर 1 पर #RheaChakroborty हैशटैग ट्रेंड कर रहा है और नंबर 2 पर - #PenguinSavingKillers. #BabyPenguin हैशटैग का ट्विटर पर इतना इस्तेमाल हुआ है कि गूगल सर्च में इसे पूरा टाइप करने से पहले ही हैरान करने वाला रिजल्ट आता है - ये भी नजारा देख लीजिये.
गूगल सर्च में बेबी पेंग्विन!
नितेश राणे जिसे बेबी पेंग्विन बुलाते हैं उसका इस्तीफा तो अप्रत्यक्ष तौर पर मांगते हैं - लेकिन एक ट्वीट में नितेश राणे खुद ही स्वीकार कर लेते हैं कि वो बेबी पेंग्विन टर्म का इस्तेमाल वो किसके लिए हैं?
रिया के इंटरव्यू पर नितेश की टिप्पणी
नितेश राणे फिलहाल महाराष्ट्र की कणकवली विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक हैं और देवेंद्र फडणवीस की ही तरह दावा करते हैं कि 'मैंने या फिर भाजपा के नेताओं ने इस मामले में शिवसेना नेता तथा राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का नाम नहीं लिया है.' हालांकि, हाल ही में पत्रकारों से बातचीत में नितेश राणे ने कहा कि अगर सीबीआई मुझसे मदद लेनी चाहेगी तो मैं इस मामले में अपने पास उपलब्ध सभी जानकारी सीबीआई को दे दूंगा. नितेश राणे महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे हैं और पहले कांग्रेस से भी विधायक रह चुके हैं.
नारायण राणे शिवसेना की तरफ से मुख्यमंत्री बने थे और फिर कांग्रेस से होते हुए बीजेपी के राज्य सभा सांसद हैं. सुशांत सिंह राजपूत केस में नारायण राणे का आरोप है कि ये मामला खुदकुशी का नहीं बल्कि हत्या का है.
अभी इंडिया टुडे को दिये इंटरव्यू में सुशांत केस में मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती ने दावा किया था कि वो आदित्य ठाकरे को नहीं जानतीं. दरअसल, रिया के फोन में A नाम से सेव नंबर को लेकर भी बवाल हुआ है. रिया के मुताबिक, ये A आदित्य ठाकरे नहीं, बल्कि उनकी दोस्त अनाया उदास है. कहती हैं, अनाया का नंबर ही अपने मोबाइल में A के नाम से सेव किया है.
रिया के इस दावे पर कि वो आदित्य ठाकरे को नहीं जानतीं, नितेश राणे ने एक स्क्रीन शॉट ट्वीट किया है - और उनके नाम को अंडरलाइन भी किया है.
इन्हें भी पढ़ें :
बिहार चुनाव में सुशांत केस को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाने पर आम सहमति लगती है
Sushant case की गंभीरता समझने में चूक गये उद्धव ठाकरे और सरकार पर आ बनी
Sushant case की जांच CBI के हवाले होते ही बिहार और महाराष्ट्र में सियासी भूचाल!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.