बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) के खिलाफ यूपी पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाये जाने के बाद फिलहाल वो अस्पताल में हैं. कनिका कपूर ने विदेश दौरे से आने के बाद कोरोना के खतरे के बीच खुद को घर में बंद रखने की जगह घूम घूम कर पार्टी अटेंड किया - और, आरोप है, इसकी बदौलत मिलने जुलने वालों को कोरोना के खतरे में डाला है.
कनिका कपूर कितने लोगों से मिलीं ये ठीक ठीक पता करना भी एक अलग और मुश्किल काम है, लेकिन जिन लोगों से मिलीं उनमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह (Dushyant Singh) शामिल हैं. ये मुलाकात लखनऊ में आयोजित एक पार्टी में हुई थी. हैरान करने वाली बात तो ये है कि लखनऊ से कोरोना का खतरा दुष्यंत सिंह के जरिये दिल्ली पहुंच गया - और उस खतरे के दायरे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) तक आ गये.
सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि देश के राष्ट्रपति को इतने बड़े जोखिम में डाल देने से बचाव का कोई चेक प्वाइंट क्यों नहीं है?
कनिका तूने क्या किया
कनिका कपूर हैं तो सिंगर लेकिन एक्टिंग कोरोना जैसी कर डाली है. लंदन से लौटने के बाद वो कोरोना की तरह ही एक जगह से दूसरी जगह जाती पायी गयी हैं. लखनऊ में पार्टी अटेंड करने से लेकर कानपुर में अपने मामा के गृह प्रवेश तक - सारे कार्यक्रम ताबड़तोड़ निपटा डाली हैं.
हो सकता है कनिका ने जो किया है वो उनके लिए रूटीन का काम हो, लेकिन ऐसा तो है नहीं कि कोरोना से जुड़ी बातों से अंजान रही होंगी. खुद ही बताया भी है कि वो पढ़ी लिखी हैं, लेकिन क्या ये नहीं मालूम था कि विदेश से आने के बाद कौन से एहतियाती उपाय जरूरी होते हैं?
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) के खिलाफ यूपी पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाये जाने के बाद फिलहाल वो अस्पताल में हैं. कनिका कपूर ने विदेश दौरे से आने के बाद कोरोना के खतरे के बीच खुद को घर में बंद रखने की जगह घूम घूम कर पार्टी अटेंड किया - और, आरोप है, इसकी बदौलत मिलने जुलने वालों को कोरोना के खतरे में डाला है.
कनिका कपूर कितने लोगों से मिलीं ये ठीक ठीक पता करना भी एक अलग और मुश्किल काम है, लेकिन जिन लोगों से मिलीं उनमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह (Dushyant Singh) शामिल हैं. ये मुलाकात लखनऊ में आयोजित एक पार्टी में हुई थी. हैरान करने वाली बात तो ये है कि लखनऊ से कोरोना का खतरा दुष्यंत सिंह के जरिये दिल्ली पहुंच गया - और उस खतरे के दायरे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) तक आ गये.
सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि देश के राष्ट्रपति को इतने बड़े जोखिम में डाल देने से बचाव का कोई चेक प्वाइंट क्यों नहीं है?
कनिका तूने क्या किया
कनिका कपूर हैं तो सिंगर लेकिन एक्टिंग कोरोना जैसी कर डाली है. लंदन से लौटने के बाद वो कोरोना की तरह ही एक जगह से दूसरी जगह जाती पायी गयी हैं. लखनऊ में पार्टी अटेंड करने से लेकर कानपुर में अपने मामा के गृह प्रवेश तक - सारे कार्यक्रम ताबड़तोड़ निपटा डाली हैं.
हो सकता है कनिका ने जो किया है वो उनके लिए रूटीन का काम हो, लेकिन ऐसा तो है नहीं कि कोरोना से जुड़ी बातों से अंजान रही होंगी. खुद ही बताया भी है कि वो पढ़ी लिखी हैं, लेकिन क्या ये नहीं मालूम था कि विदेश से आने के बाद कौन से एहतियाती उपाय जरूरी होते हैं?
कनिका कनिका कपूर 11 मार्च को लंदन से लौटीं और लखनऊ के बड़े लोगों की पार्टी में शामिल हुई थीं. पार्टी में करीब 100 विशिष्ट मेहमान आये थे - वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह के अलावा यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद और सूबे के कई बड़े अफसर भी. कनिका कपूर 14 मार्च को लखनऊ पहुंची थीं और दो दिन बाद पार्टी हुई और उसके दो दिन बाद दुष्यंत सिंह राष्ट्रपति भवन के कार्यक्रम में शामिल हुए. दुष्यंत सिंह ने राष्ट्रपति से मुलाकात की बात ट्विटर पर बतायी - और वसुंधरा राजे ने लखनऊ वाली पार्टी की.
कनिका के टेस्ट पॉजिटिव होने की खबर आने के बाद दुष्यंत सिंह मिलने वालों में भी हड़कंप मचा हुआ है - और ट्विटर पर ऐसे अपडेट शेयर किये जा रहे हैं.
बॉक्सर मैरी कॉम ने भी प्रोटोकॉल तोड़ा है. जॉर्डन में हुए एशिया-ओसियाना ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स में खेलकर मैरी कॉम स्वदेश लौटी थीं - और नॉवेल कोरोना वायरस पर आइसोलेशन का प्रोटोकॉल तोड़ते हुए राष्ट्रपति भवन पहुंच गयीं. ये सही है कि IOC यानी इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी ने भारतीय दल का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिया था और मैरी कॉम सहित सभी सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी थी - लेकिन तय प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी खिलाड़ियों को लौट कर 14 दिन सेल्फ आइसोलेशन में बिताने थे.
जाने अनजाने जैसे भी सही BJP सांसद दुष्यंत सिंह और मैरी कॉम दोनों ने देश के राष्ट्रपति को रिस्क जोन में ला दिया है.
आखिर ये सिस्टम है कि क्या है?
एक्शन तो बनता है
जब पूरी दुनिया में कोरोना का आतंक मचा हुआ हो, आखिर भारत के राष्ट्रपति को ऐसी महामारी से बचाने के लिए कोई चेक प्वाइंट क्यों नहीं बना है. क्या किसी को ये नहीं मालूम कि कोरोना को रोकने के लिए अभी दुनिया में कोई सिक्योरिटी सिस्टम नहीं बना है? आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने ऐसे कई सवाल उठायें है - क्या एक्शन भी होगा?
राष्ट्रपति भवन में हुई ब्रेकफास्ट मुलाकात में करीब 100 सांसद शामिल थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडेय, गजेंद्र सिंह शेखावत, वीके सिंह जैसे केंद्रीय मंत्रियों के बीच दुष्यंत सिंह भी रहे. एक तरफ दुष्यंत सिंह हैं और दूसरी तरफ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु को रख कर देखिये. सऊदी अरब से लौटते ही वो खुद को 14 दिन के लिये घर में बंद कर लिये. कनिका कपूर ने 20 मार्च को इंस्टाग्राम की पोस्ट में कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव होने की जानकारी दी है - बताया है कि वो चार दिन से फ्लू से परेशान थीं. साफ है जिस दिन लखनऊ में पार्टी हुई कनिका कपूर की तबीयत ठीक नहीं रही होगी - फिर भी वो पार्टी में गयीं - ये जानते हुए भी कि वो लंदन से लौटी हैं. कोरोना का शक तभी पैदा हो जाता है जब शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा हो. जहां कहीं भी शुरुआती जांच पड़ताल हो रही है टेम्परेचर ही चेक किया जाता है - और वो ज्यादा होने पर जांच आगे बढ़ाई जाती है.
जैसे भी हुआ है. जो कुछ भी हुआ है - बिलकुल गलत हुआ है.
हो सकता है झालावाड़ से सांसद दुष्यंत सिंह और वसुंधरा राजे को कनिका कपूर या उनके कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी नहीं रही होगी, लेकिन वो ये कैसे भूल गये कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कोरोना के चलते होली से हफ्ते भर पहले ही बता चुके थे कि वो परहेज बरतने जा रहे हैं. क्या वे ऐसा नहीं कर सकते थे?
राजनीति अपनी जगह है लेकिन आप नेता संजय सिंह का सवाल वाजिब है कि जब प्रधानमंत्री ने भीड़ भाड़ से दूर रहने का फैसला लिया था तो दुष्यंत सिंह और वसुंधरा राजे पार्टी में क्यों गये. मान लेते हैं कि पार्टी में जाने की कोई नैतिक या सोशल मजबूरी रही होगी, लेकिन पार्टी से लौटकर दुष्यंत सिंह को राष्ट्रपति भवन जाने की क्या जरूरत थी - क्या वो चाहते तो टाल नहीं सकते थे?
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