आज लोकसभा चुनावों के पहले चरण की वोटिंग हो रही है. हर चुनाव की तरह इस चुनाव में भी ईवीएम का मुद्दा सामने आया है. कई सीटों के कुछ पोलिंग बूथ पर EVM (ईवीएम) खराब होने की खबर सामने आई. लेकिन ईवीएम तो लेकर सबसे बड़ी खबर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से आ रही है, जहां पर जनसेना के एक उम्मीदवार ने ईवीएम ही तोड़ दी. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और मामला दर्ज कर लिया है.
इस उम्मीदवार का नाम है मधुसूदन गुप्ता, जिसने अनंतपुर जिले की गुंटकल विधानसभा सीट के पोलिंग बूथ पर लगे ईवीएम को तोड़ दिया. आरोप है कि किसी भी बटन को दबाने पर वोट सिर्फ एक ही पार्टी को जा रहे हैं. हालांकि, ये नहीं बताया कि किस पार्टी को सारे वोट जा रहे हैं. मधुसूदन गुप्ता पोलिंग बूथ के स्टाफ से पहले तो इस बात पर भिड़ गए कि सीटों के नाम सही से नहीं दिख रहे हैं. इसी बीच उन्होंने ईवीएम उठाकर जमीन पर पटक दी, जिससे ईवीएम टूट गई.
ईवीएम को लेकर हुए ये तो सिर्फ एक घटना है. देशभर की कई जगहों पर ईवीएम खराब होने की खबरें भी सामने आईं.
- सबसे बड़ी दिक्कत सामने आई आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में, जहां करीब 100 ईवीएम में खराबी देखने को मिली. मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल कृष्णन द्विवेदी जल्द से जल्द खराब मशीनों को सही मशीनों से बदल कर चुनाव दोबारा शुरू करवाया.
- आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्वाचन क्षेत्र कुप्पम से भी ईवीएम खराब होने की खबर सामने आई. कड़प्पा शहर के बूथ नंबर 163 पर पंखे के चुनाव चिन्ह के सामने का बटन काम नहीं कर रहा था. ठीक इसी तरह, मिडुकुर में स्थिति बूथ नंबर 106 पर लगी ईवीएम पर साइकिल चुनाव चिन्ह के सामने का बटन खराब था. दोनों ही मशीनों को बदलने के बाद चुनाव को जारी रखा गया. चंद्रबाबू नायडू ईवीएम मशीनों की खराबी को लेकर काफी नाराज...
आज लोकसभा चुनावों के पहले चरण की वोटिंग हो रही है. हर चुनाव की तरह इस चुनाव में भी ईवीएम का मुद्दा सामने आया है. कई सीटों के कुछ पोलिंग बूथ पर EVM (ईवीएम) खराब होने की खबर सामने आई. लेकिन ईवीएम तो लेकर सबसे बड़ी खबर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से आ रही है, जहां पर जनसेना के एक उम्मीदवार ने ईवीएम ही तोड़ दी. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और मामला दर्ज कर लिया है.
इस उम्मीदवार का नाम है मधुसूदन गुप्ता, जिसने अनंतपुर जिले की गुंटकल विधानसभा सीट के पोलिंग बूथ पर लगे ईवीएम को तोड़ दिया. आरोप है कि किसी भी बटन को दबाने पर वोट सिर्फ एक ही पार्टी को जा रहे हैं. हालांकि, ये नहीं बताया कि किस पार्टी को सारे वोट जा रहे हैं. मधुसूदन गुप्ता पोलिंग बूथ के स्टाफ से पहले तो इस बात पर भिड़ गए कि सीटों के नाम सही से नहीं दिख रहे हैं. इसी बीच उन्होंने ईवीएम उठाकर जमीन पर पटक दी, जिससे ईवीएम टूट गई.
ईवीएम को लेकर हुए ये तो सिर्फ एक घटना है. देशभर की कई जगहों पर ईवीएम खराब होने की खबरें भी सामने आईं.
- सबसे बड़ी दिक्कत सामने आई आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में, जहां करीब 100 ईवीएम में खराबी देखने को मिली. मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल कृष्णन द्विवेदी जल्द से जल्द खराब मशीनों को सही मशीनों से बदल कर चुनाव दोबारा शुरू करवाया.
- आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निर्वाचन क्षेत्र कुप्पम से भी ईवीएम खराब होने की खबर सामने आई. कड़प्पा शहर के बूथ नंबर 163 पर पंखे के चुनाव चिन्ह के सामने का बटन काम नहीं कर रहा था. ठीक इसी तरह, मिडुकुर में स्थिति बूथ नंबर 106 पर लगी ईवीएम पर साइकिल चुनाव चिन्ह के सामने का बटन खराब था. दोनों ही मशीनों को बदलने के बाद चुनाव को जारी रखा गया. चंद्रबाबू नायडू ईवीएम मशीनों की खराबी को लेकर काफी नाराज दिखे.
- उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बूथ नंबर 74 से ईवीएम के खराब होने की घटना सामने आई थी. इसकी वजह से चुनाव शुरू ही नहीं हो सका, लेकिन बाद में मशीन को दुरुस्त कर के वोटिंग शुरू की गई.
- पश्चिमी यूपी के बिजनौर में आर्य समाज कन्या इंटर कालेज में पोलिंग बूथ 264, 265 और 276 पर भी EVM मशीन खराब होने की खबर सामने आई.
- यूपी के बागपत में भी ईवीएम की खराबी ने लोगों को परेशान किया. यहां के गांव बसौली में स्थित पोलिंग बूथ नंबर 156 पर लगी ईवीएम के खराब होने की खबर सामने आई.
- बिहार के जमुई में दो पोलिंग बूथों- झाझा में बूथ नंबर 245 और सिकंदरा के बूथ नंबर 109 और 123 पर भी लोगों को ईवीएम की खराबी के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ा.
- मेरठ के सेंट जोजफ में बूथ नंबर 60 और 62 लगी ईवीएम मशीनों के भी खराब होने की खबर थी, जिसके चलते मतदान रुक गया था. हालांकि, एआरओ कमलेश गोयल ने जल्द ही मशीन को बदल कर वोटिंग दोबारा शुरू करवा दी.
- छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के बचेली में भी बूथ नंबर 32 पर ईवीएम मशीन खराब होने की खबर आई, जिसके चलते मतदान रुक गया था. इसके अलावा नकुलनार पोलिंग बूथ नंबर 218 पर भी EVM मशीन में खराबी के चलते लोगों के दिक्कत हुई.
नक्सली इलाकों में नक्सलवादी चुनावों को नाकाम करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. कहीं पर धमाके हो रहे हैं तो कहीं बम बरामद हो रहे हैं. हालांकि, अभी तक जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. वहीं जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा इंतजामों के बीच लोग चुनाव डाल रहे हैं. लंबी-लंबी कतारें पोलिंग बूथों के बाहर लगी हुई दिख रही हैं. अधिकतर लोगों का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा है, जिस पर वह वोट डाल रहे हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि 23 मई को कमल खिलता है या लोग हाथ का साथ देना पसंद करते हैं.
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