लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में कुल 59 सीटों पर मतदान हुआ. इस चरण में सबसे अधिक चर्चा रही पीएम मोदी की सीट वाराणसी की. यूं तो ये पक्का ही है कि यहां से पीएम मोदी ही जीतेंगे, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि अजय राय उन्हें कितनी बड़ी टक्कर दे पाते हैं. एग्जिट पोल के नतीजों ने भी तस्वीर काफी साफ कर दी है. 2014 के चुनाव में तो पीएम मोदी के सामने अजय राय दूर-दूर तक नहीं थे. उन्हें महज 75 हजार वोट मिले थे. यहां तक कि अरविंद केजरीवाल को भी 2 लाख से अधिक वोट मिले थे. पीएम मोदी को 5.81 लोगों ने अपना वोट देकर विजयी बनाया था.
2014 में कैसा रहा था चुनावी गणित?
सातवें चरण की 59 सीटों में से कितनी सीटें भाजपा जीतेगी और कितनी कांग्रेस, ये तो अभी नहीं पता, लेकिन 2014 का चुनावी गणित देखकर कुछ अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है. 2014 में इन 59 सीटों में से 33 सीटें भाजपा ने जीती थीं. इन सीटों की बात करें दो दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस थी, जिसने 9 सीटें जीती थीं. इसके अलावा आप ने 4, एसएडी ने 4, कांग्रेस ने 3, आरएलएसपी ने 2, जेएमएम ने 2, अपना दल ने 1 और जेडीयू ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी.
10 सीटें जिनके exit poll result का सबसे ज्यादा इंतजार था-
1- वाराणसी (Varanasi Exit Poll Results) : उत्तर प्रदेश (ttar Pradesh Exit Poll Results 2019) की वाराणसी सीट से पीएम मोदी चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 में तो उन्होंने इस सीट से बंपर जीत दर्ज की थी और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय को हराया था. इस बार भी यही उम्मीद की जा रही है कि वह इस सीट पर जीत दर्ज करेंगे. एग्जिट पोल ने...
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में कुल 59 सीटों पर मतदान हुआ. इस चरण में सबसे अधिक चर्चा रही पीएम मोदी की सीट वाराणसी की. यूं तो ये पक्का ही है कि यहां से पीएम मोदी ही जीतेंगे, लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि अजय राय उन्हें कितनी बड़ी टक्कर दे पाते हैं. एग्जिट पोल के नतीजों ने भी तस्वीर काफी साफ कर दी है. 2014 के चुनाव में तो पीएम मोदी के सामने अजय राय दूर-दूर तक नहीं थे. उन्हें महज 75 हजार वोट मिले थे. यहां तक कि अरविंद केजरीवाल को भी 2 लाख से अधिक वोट मिले थे. पीएम मोदी को 5.81 लोगों ने अपना वोट देकर विजयी बनाया था.
2014 में कैसा रहा था चुनावी गणित?
सातवें चरण की 59 सीटों में से कितनी सीटें भाजपा जीतेगी और कितनी कांग्रेस, ये तो अभी नहीं पता, लेकिन 2014 का चुनावी गणित देखकर कुछ अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है. 2014 में इन 59 सीटों में से 33 सीटें भाजपा ने जीती थीं. इन सीटों की बात करें दो दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस थी, जिसने 9 सीटें जीती थीं. इसके अलावा आप ने 4, एसएडी ने 4, कांग्रेस ने 3, आरएलएसपी ने 2, जेएमएम ने 2, अपना दल ने 1 और जेडीयू ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी.
10 सीटें जिनके exit poll result का सबसे ज्यादा इंतजार था-
1- वाराणसी (Varanasi Exit Poll Results) : उत्तर प्रदेश (ttar Pradesh Exit Poll Results 2019) की वाराणसी सीट से पीएम मोदी चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 में तो उन्होंने इस सीट से बंपर जीत दर्ज की थी और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अजय राय को हराया था. इस बार भी यही उम्मीद की जा रही है कि वह इस सीट पर जीत दर्ज करेंगे. एग्जिट पोल ने भी इसी ओर इशारा किया है कि वाराणसी से भाजपा ही जीतेगी. इस बार भी उनके मुकाबले में अजय राय ही खड़े हैं, जिसके पक्ष में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वाराणसी में तगड़ा चुनाव प्रचार किया था.
2- पटना साहिब (Patna Sahib Exit Poll Results) : बिहार (Bihar Exit Poll Results 2019) की पटना साहिब सीट से शत्रुघ्न सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं. आपको बता दें कि वह चुनाव से ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उनके मुकाबले पटना साहिब से भाजपा के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद चुनावी मैदान में हैं. दिलचस्प बात ये है कि इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा दो बार से सांसद हैं और उन्हें इस बार भी जीत मिलने का पूरा विश्वास है. लेकिन एग्जिट पोल के नतीजे उन्हें निराश करने वाले हैं. एग्जिट पोल के अनुसार पटना साहिब सीट पर भाजपा जीत रही है.
3- फिरोजपुर (Ferozepur Exit Poll Results) : पंजाब (Punjab Exit Poll Results 2019) की फिरोपुर सीट इसलिए बेहद अहम है, क्योंकि यहां से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल चुनावी ताल ठोक रहे हैं. उनका सीधा मुकाबला शिरोमणि अकाली दल के बागी नेता और कांग्रेस उम्मीदवार शेर सिंह गुवाया से है. आपको बता दें कि सुखबीर सिंह बादल ने आखिरी लोकसभा चुनाव 1999 में फरीदकोट से लड़ा था. इस बार का चुनाव भी भाजपा के गठबंधन की ओर से शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर सुखबीर सिंह बादल ही जीत रहे हैं.
4- आनंदपुर साहिब (Anandpur Sahib Exit Poll Results) : पंजाब की आनंदपुर साबिह से कांग्रेस नेता मनीष तिवारी मैदान में हैं. वैसे वह लुधियाना से सांसद रहे हैं, लेकिन कुछ स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो जाने की वजह से उन्होंने 2014 में वह सीट छोड़ दी थी. अब 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने चंडीगढ़ से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. हालांकि, उन्होंने आनंदपुर साहिब से टिकट दिया गया. कांग्रेस का ये फैसला काफी फायदेमंद साबित होता दिख रहा है. एग्जिट पोल के अनुसार आनंदपुर साहिब सीट पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी जीत दर्ज कर रहे हैं.
5- चंडीगढ़ (Chandigarh Exit Poll Results) : जिस सीट से मनीष तिवारी टिकट मांग रहे थे वहां से किरण खेर 2014 में चुनाव जीत चुकी हैं. इस सीट पर मजबूत भाजपा नेता के होने की वजह से कांग्रेस ने भी रिस्क नहीं लेते हुए अपना एक बेहद मजबूत उम्मीदवार उतारा है. किरण खेर के खिलाफ मैदान में पवन बंसल हैं, जो चंडीगढ़ से लगातार 3 बार चुनाव जीत चुके हैं. हालांकि, चंडीगढ़ की जनता ने राज्य का उम्मीदवार देखने के बजाय पीएम का चेहरा देखा और एग्जिट पोल के अनुसार यहां से भाजपा के टिकट पर किरण खेर की जीत होती दिख रही है.
6- डायमंड हार्बर (Diamong Harbour Exit Poll Results) : पश्चिम बंगाल (West Bengal Exit Poll Results 2019) की डायमंड हार्बर सीट पर वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी चुनाव लड़ रहे हैं. आपको बता दें कि वह तृणमूल कांग्रेस में नंबर-2 के नेता माने जाते हैं, जिनका सीधा मुकाबला भाजपा के नीलंजन रॉय के साथ है. ये तो पहले से ही माना जा रहा था कि यहां से तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी ही चुनाव जीतेंगे और एग्जिट पोल के नतीजों ने इस पर मुहर भी लगा दी है.
7- गुरदासपुर (Gurdaspur Exit Poll Results) : पंजाब की गुरदासपुर सीट अचानक से तब सुर्खियों में छा गई थी, जब भाजपा ने यहां से सन्नी देओल को टिकट दिया था. कांग्रेस ने इस सीट पर सुनील जाखड़ को उतारा है, जो पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं. खैर, भले ही सन्नी देओल के पास कोई राजनीतिक अनुभव ना हो, लेकिन उनके पीछे है पीएम मोदी का चेहरा. यही वजह है कि एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार ये सीट भाजपा जीत रही है.
8- पाटलिपुत्र (Pataliputra Exit Poll Results) : बिहार की पाटलिपुत्र सीट से आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रही हैं. इस समय लालू यादव जेल में हैं, तो उम्मीद ये भी की जा रही थी कि उन्हें सहानुभूति के वोट मिल सकते हैं. वहीं दूसरी ओर इस सीट पर भाजपा की ओर से मौजूदा सांसद राम कृपाल यादव चुनावी मैदान में हैं. अब एग्जिट पोल के नतीजों ने साफ कर दिया है कि जनता ने आपराधिक छवि वाले लालू प्रसाद यादव का साथ देने के बजाय, भाजपा को जिताने की ठान ली है.
9- गोरखपुर (Gorakhpur Exit Poll Results) : यूपी की गोरखपुर सीट पर फिल्म स्टार रवि किशन भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. रवि किशन की जीत और हार से सीधे योगी की साख दाव पर लगी है. आपको बता दें कि यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने ये सीट छोड़ी थी और जब उपचुनाव हुए तो भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा, जबकि सपा-बसपा के गठबंधन की जीत हुई. इस बार गोरखपुर से सपा-बसपा ने इस सीट पर रामभुआल निषाद को टिकट दिया है. यहां दिलचस्प बात ये है कि करीब 3.5 लाख वोटर तो सिर्फ निषाद समुदाय के हैं. पिछली बार तो सपा-बसपा के गठबंधन ने निषाद समुदाय के दम पर बाजी मार ली थी, लेकिन इस बार लोगों ने पीएम मोदी और योगी का चेहरा देखते हुए रविकिशन को चुनने की ठानी है. यही वजह है कि एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार गोरखपुर सीट से भाजपा जीत रही है.
10- गाजीपुर (Ghazipur Exit Poll Results) : यहां से भाजपा के टिकट पर मौजूदा सांसद मनोज सिन्हा मैदान में हैं. पूर्वी यूपी की गाजीपुर लोकसभा सीट पर उनका मुकाबला सपा-बसपा के गठबंधन से चुनाव लड़ रहे अफजाल अंसारी से है. आपको बताते चलें कि यहां पर सपा-बसपा के गठबंधन के वोटर्स की संख्या काफी अधिक है. हालांकि, मनोज सिन्हा अपने 5 सालों के कामों के दम पर वोट मांगते नजर आए थे. अब एग्जिट पोल के नतीजे दिखा रहे हैं कि यहां भाजपा और सपा-बसपा के गठबंधन में कड़ा मुकाबला है. हालांकि, पलड़ा भाजपा का ही भारी है, इसलिए मनोज सिन्हा के जीतने की उम्मीदें अधिक हैं.
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