पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद एक कैदी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दी है. यह धमकी एक वीडियो के जरिए दी गई है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कैदी ने तो यहां तक कह दिया है कि उसे खुद अकाल पूरख यानी भगवान ने भेजा है अमरिंदर सिंह को मारने के लिए. किसी को जान से मारने की धमकी देना अपराध है और इस कैदी ने भी वो अपराध किया है, लेकिन इसकी जो मांगें हैं, वो किसी समाजसेवी शख्स जैसी हैं. इस कैदी ने समाजसेवा के कुछ मुद्दे उठाए हैं, जिनका सालों से समाधान नहीं हो सका है. तो चलिए जानते हैं इस कैदी की मांगें क्या हैं?
1- मुख्यमंत्री भगवान से माफी मांगें
जेल में बंद कैदी गोबिंद सिंह का कहना है कि 2015 में चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 15 दिसंबर को वादा किया था कि वह चार हफ्तों में ड्रग एडिक्शन खत्म कर देंगे और 6 महीनों में भ्रष्टाचार का सफाया कर देंगे. गोबिंद सिंह ने धमकाने वाले अंदाज में कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि वह झूठी कसमें खाना बंद कर दें, अब उनकी जिंदगी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. कैदी ने उन्हें स्वर्ण मंदिर जाकर झूठी कसम खाने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगने के लिए कहा है. उसने पंजाब के युवाओं को नशे की लत लगने के लिए भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. उसने कहा है कि अकाल पुरख (भगवान) ने उसकी ड्यूटी लगाई है कि वो अमरिंदर सिंह को जान से मार दे. वह वीडियो में साफ कहता दिखता है कि मुझे जेल नहीं रोक सकती है. वह यह भी कहता है कि अगर उसके पास नंबर होता तो वह खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह को फोन करता.
2- जेल में पानी की व्यवस्था की जाए
जेल में पानी की खराब...
पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद एक कैदी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दी है. यह धमकी एक वीडियो के जरिए दी गई है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कैदी ने तो यहां तक कह दिया है कि उसे खुद अकाल पूरख यानी भगवान ने भेजा है अमरिंदर सिंह को मारने के लिए. किसी को जान से मारने की धमकी देना अपराध है और इस कैदी ने भी वो अपराध किया है, लेकिन इसकी जो मांगें हैं, वो किसी समाजसेवी शख्स जैसी हैं. इस कैदी ने समाजसेवा के कुछ मुद्दे उठाए हैं, जिनका सालों से समाधान नहीं हो सका है. तो चलिए जानते हैं इस कैदी की मांगें क्या हैं?
1- मुख्यमंत्री भगवान से माफी मांगें
जेल में बंद कैदी गोबिंद सिंह का कहना है कि 2015 में चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 15 दिसंबर को वादा किया था कि वह चार हफ्तों में ड्रग एडिक्शन खत्म कर देंगे और 6 महीनों में भ्रष्टाचार का सफाया कर देंगे. गोबिंद सिंह ने धमकाने वाले अंदाज में कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि वह झूठी कसमें खाना बंद कर दें, अब उनकी जिंदगी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. कैदी ने उन्हें स्वर्ण मंदिर जाकर झूठी कसम खाने के लिए गुरु ग्रंथ साहिब से माफी मांगने के लिए कहा है. उसने पंजाब के युवाओं को नशे की लत लगने के लिए भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. उसने कहा है कि अकाल पुरख (भगवान) ने उसकी ड्यूटी लगाई है कि वो अमरिंदर सिंह को जान से मार दे. वह वीडियो में साफ कहता दिखता है कि मुझे जेल नहीं रोक सकती है. वह यह भी कहता है कि अगर उसके पास नंबर होता तो वह खुद कैप्टन अमरिंदर सिंह को फोन करता.
2- जेल में पानी की व्यवस्था की जाए
जेल में पानी की खराब व्यवस्था की भी बात गोबिंद सिंह ने कही है. उसने कहा है कि यहां पानी की व्यवस्था कराई जानी चाहिए, ताकि कैदियों को दिक्कत ना हो. जेल कैदियों का घर है और उन्हें दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
3- गुरु ग्रंथ साहिब के लिए बेड बनाया जाए
इसके अलावा गोबिंद सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब के लिए बेड बनाने की भी गुजारिश की है. उसने कहा कि जेल में जो गुरु ग्रंथ साबिह हैं उन्हें रखने के लिए बेड की सही व्यवस्था नहीं है, इसलिए एक बेड भी बनवाया जाए.
कौन है ये कैदी?
फरीदकोट जेल में बंद गोबिंद सिंह नाम के इस कैदी पर हत्या और हत्या की कोशिश के दो मुकदमे चल रहे हैं. वह Mari Bhaini गांव का रहने वाला है और अप्रैल से ही जेल में है. अपने वीडियो के अंत में उनसे एक और शख्स को जान से मारने की विनती की है. उसने कहा कि निसान नाम के एक शख्स ने उसकी छोटी बहन के साथ रेप किया था और अब वह खुला घूम रहा है. कैदी ने विनती करते हुए कहा है- मेरे भाइयों, उसे मार दो. इस वीडियो ने पुलिस प्रशासन पर उंगली उठा दी है कि आखिर कैदियों को इंटरनेट और मोबाइल तक पहुंच कैसे मिल पा रही है.
पहले से विवादों में है ये जेल
इससे पहले गैंगस्टर से समाजसेवी बने लक्खा सिधाना ने भी फरीदकोट जेल के अंदर से फेसबुक लाइव किया था. लक्खा ने प्रदूषण की बात करते हुए कहा था कि आजकल प्रदूषण की वजह से लाखों लोगों की जान जा रही है. इसका मुख्य कारण लक्खा ने पराली को जलाना बताया था. इतना ही नहीं, गैंगस्टर भारत भूषण उर्फ भोला शूटर ने जेल के अंदर ही जन्मदिन मनाया था. इसके बाद उसने अपने दोस्तों के साथ एक तस्वीर फेसबुक पर अपलोड की थी, जिसने भी फरीदकोट जेल को सवालों के घेरे में ला दिया था.
इन सभी घटनाओं से पुलिस प्रशासन पर ये सवाल उठता है कि आखिर इन कैदियों के पास मोबाइल और इंटरनेट पहुंच कैसे जाता है? कैसे कोई कैदी जेल के अंदर अपना जन्मदिन मनाता है और फिर उसकी तस्वीर सोशल मीडिया तक पहुंच जाती है, लेकिन अधिकारियों को कानों-कान खबर नहीं होती है. जवाब सीधा है, कोई तो है पुलिस प्रशासन में जो पैसों के लिए कैदियों की मदद कर रहा है. ये वही है, जिसे इन सबकी खबर होती है, लेकिन भ्रष्टाचार की बदौलत सब कुछ मुमकिन हो जाता है.
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