ये पब्लिक है सब जानती है! इसलिए अब ऐसे नेता जी संभल जाएं जो वादा करके भूल जाते हैं. अरे हां वही नेता जी, जो वोट पाने के लिए जनता के बीच जाकर बड़े-बड़े वादे तो कर आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं. ऐसा हम सभी नेताओं के लिए नहीं बोल रहे हैं बल्कि उन नेताओं के लिए बोल रहे हैं जो वादा करके गायब हो जाते हैं. आपको क्या लगता है, अगर कोई नेता अपने वादे से मुकर जाए तो जनता क्या कर सकती है? ज्यादा से ज्यादा अगली बार अपना वोट शायद किसी और नेता को देने की सोचे, लेकिन नहीं अब समय बदल चुका है.
दरअसल, दक्षिणी मैक्सिकन राज्य (Mexican Residents) में एक नेता (Leader) के साथ जनता (Public) ने जो किया वह हैरान करने वाला है. हुआ कुछ यूं कि मेयर ने चुनाव से पहले वहां के निवासियों से बड़े-बड़े वादे किए थे. फिर क्या नेती जी मेयर का चुनाव तो जीत गए लेकिन जनता से किए वादे को भूल गए.
नेता जी के चुनाव जीतने के बाद दक्षिणी मैक्सिको राज्य के निवासियों ने कई महीनों तक इंतजार किया कि शायद अब हालात सुधर जाएं. लेकिन जब ऐसा कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने इस मामले को अपने हाथों में लेते हुए मेयर को सबक सीखाने की सोची. इसके बाद उन्होंने मेयर को पेड़ से बांध दिया.
दरअसल, मेयर सकर रामिरेज़ ने अपनी सार्वजनिक श्रृंखलाओं की घोषणा के समय चियापास कोमलपा शहर के निवासियों से जल अभियान में सुधार लाने का वादा किया था. जिसे पूरा करना वह भूल ही गए, लेकिन जनता तो सब याद रखती है.
एक निवासी ने कहा कि, “मेयर ने हमसे वादा किया था कि कोमापा के लिए लोगों के लिए जल अभियान में सुधार करना एक बहुत अच्छा काम होगा....
ये पब्लिक है सब जानती है! इसलिए अब ऐसे नेता जी संभल जाएं जो वादा करके भूल जाते हैं. अरे हां वही नेता जी, जो वोट पाने के लिए जनता के बीच जाकर बड़े-बड़े वादे तो कर आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं. ऐसा हम सभी नेताओं के लिए नहीं बोल रहे हैं बल्कि उन नेताओं के लिए बोल रहे हैं जो वादा करके गायब हो जाते हैं. आपको क्या लगता है, अगर कोई नेता अपने वादे से मुकर जाए तो जनता क्या कर सकती है? ज्यादा से ज्यादा अगली बार अपना वोट शायद किसी और नेता को देने की सोचे, लेकिन नहीं अब समय बदल चुका है.
दरअसल, दक्षिणी मैक्सिकन राज्य (Mexican Residents) में एक नेता (Leader) के साथ जनता (Public) ने जो किया वह हैरान करने वाला है. हुआ कुछ यूं कि मेयर ने चुनाव से पहले वहां के निवासियों से बड़े-बड़े वादे किए थे. फिर क्या नेती जी मेयर का चुनाव तो जीत गए लेकिन जनता से किए वादे को भूल गए.
नेता जी के चुनाव जीतने के बाद दक्षिणी मैक्सिको राज्य के निवासियों ने कई महीनों तक इंतजार किया कि शायद अब हालात सुधर जाएं. लेकिन जब ऐसा कुछ नहीं हुआ तो उन्होंने इस मामले को अपने हाथों में लेते हुए मेयर को सबक सीखाने की सोची. इसके बाद उन्होंने मेयर को पेड़ से बांध दिया.
दरअसल, मेयर सकर रामिरेज़ ने अपनी सार्वजनिक श्रृंखलाओं की घोषणा के समय चियापास कोमलपा शहर के निवासियों से जल अभियान में सुधार लाने का वादा किया था. जिसे पूरा करना वह भूल ही गए, लेकिन जनता तो सब याद रखती है.
एक निवासी ने कहा कि, “मेयर ने हमसे वादा किया था कि कोमापा के लिए लोगों के लिए जल अभियान में सुधार करना एक बहुत अच्छा काम होगा. लेकिन अब समझ में आया कि वोट पाने के लिए यह सब सिर्फ एक दिखावा था, क्योंकि अभी तक पानी की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है. पानी की समस्या बहुत बड़ी है, इसे समय पर प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाना चाहिए. जो नहीं किया गया.
हमने कई महीने इंतजार भी किया लेकिन हालात दिन प्रतिदिन बदतर हो गए. चुनाव के समय मेयर इसी वादे के साथ हमारे घर वोट मांगने आया था, लेकिन लगता है अब वह अपने वादे से पलट गया है. शायद वह पानी की समस्या दूर ही नहीं करना चाहता.”
खबर के अनुसार, फ्रोंटेरा कामलपा एक ग्रामीण इलाक़ा है जो ग्वाटेमाला के सीमा पर सटा हुआ है. जहां एक सप्ताह से पानी नहीं आया. इसके बाद गुस्साए लोग मेयर को एक पेड़ के पास ले गए और दोनों हाथों को पीछे करते हुए पेड़ से बांध दिया. इस दौरान निवासियों ने मेयर की फोटो ली और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी. हालांकि मेयर ने फेस मास्क पहन रखा था.
वहीं मेयर ने इस घटना को अलग रूप देने की कोशिश की. मेयर ने एक वीडियो जारी कर बताया कि, कोमापाला में पीने के पानी की शुरुआत के लिए मीटिंग रखा गई थी. जहां पड़ोस के 11 प्रतिनिधियों के साथ इस पर सहमति हुई. अपलोड की गई फोटो में वह नहीं है और ना ही उसे निवासियों ने पेड़ से बांधा था.
जो भी हो देखते ही देखते यह तस्वीर वायरल हो गई. हम तो यही कहेंगे भईया, अब बोल बच्चन वाले नेता जी खुद ही सोच लें कि उनको अपना वादा निभाना है या फिर खुद को पेड़ से बंधवाना है?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.