तमिलनाडु के कुन्नूर से एक ऐसी खबर आ रही है. जिसने देश को न केवल झकझोर कर रख दिया है. बल्कि देशवासियों की आंखें नम हैं. सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है. जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. इस दिल दहला देने वाली घटना को लेकर जो आधिकारिक बयान आ गया है. घटना से इंडियन एयरफोर्स भी स्तब्ध है और उसने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. बताया जा रहा है कि वेलिंगटन में आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है और यहीं पर सीडीएस बिपिन रावत को अपना लेक्चर देना था. रावत सुलूर से कन्नूर जा रहे थे यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था. लेकिन तभी घने जंगलों के बीच ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. जैसी तस्वीरें और विजुअल्स टीवी और सोशल मीडिया पर चल रहे हैं इस बहादुर सेनापति के लिए प्रार्थनाएं अब श्रद्धांजलि में बदलने लगी हैं.
घटना का जिम्मेदार खराब मौसम को बताया जा रहा है. बताते चलें कि हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनका डिफेंस स्टाफ, जिसमें ब्रिगेडियर एस. एल. लिड्डर, लेफ्टिनेंट जनरल शामिल थे.
बात यदि बिपिन रावत की हो तो तो जैसा उनका स्वभाव था देश के सामने आने वाले खतरों को लेकर वो अपनी दो टूक बातें करने के लिए मशहूर थे. वहीं वो पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की चुनौतियों के सामने पहाड़ की तरह खड़े रहे. दुश्मन मुल्कों के प्रति उनका रवैया...
तमिलनाडु के कुन्नूर से एक ऐसी खबर आ रही है. जिसने देश को न केवल झकझोर कर रख दिया है. बल्कि देशवासियों की आंखें नम हैं. सेना का एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ है. जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. इस दिल दहला देने वाली घटना को लेकर जो आधिकारिक बयान आ गया है. घटना से इंडियन एयरफोर्स भी स्तब्ध है और उसने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे. बताया जा रहा है कि वेलिंगटन में आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है और यहीं पर सीडीएस बिपिन रावत को अपना लेक्चर देना था. रावत सुलूर से कन्नूर जा रहे थे यहां से उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होना था. लेकिन तभी घने जंगलों के बीच ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. जैसी तस्वीरें और विजुअल्स टीवी और सोशल मीडिया पर चल रहे हैं इस बहादुर सेनापति के लिए प्रार्थनाएं अब श्रद्धांजलि में बदलने लगी हैं.
घटना का जिम्मेदार खराब मौसम को बताया जा रहा है. बताते चलें कि हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनका डिफेंस स्टाफ, जिसमें ब्रिगेडियर एस. एल. लिड्डर, लेफ्टिनेंट जनरल शामिल थे.
बात यदि बिपिन रावत की हो तो तो जैसा उनका स्वभाव था देश के सामने आने वाले खतरों को लेकर वो अपनी दो टूक बातें करने के लिए मशहूर थे. वहीं वो पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की चुनौतियों के सामने पहाड़ की तरह खड़े रहे. दुश्मन मुल्कों के प्रति उनका रवैया कैसा था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी बीते दिनों उन्होंने ये कहकर खलबली मचाई थी कि अगर भारत का कोई सबसे बड़ा दुश्मन है.
गौरतलब है कि अभी बीते दिनों पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी समेत पूर्वोत्तर भारत में सीमा विवाद के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के उस बयान पर चीन बिफर गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि चीन सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है. रावत के बयान पर चीन ने भारत के साथ सीमा पर टकराव बढ़ने की गीदड़ भभकी भी दी थी.
चीन के बाद यदि जिक्र पाकिस्तान का हो तो पूर्व में ऐसे भी कई मौके आए हैं जब रावत ने पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया है और दो टूक दिया है. बीते जून महीने में पाकिस्तानी सैनिक कई बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुके थे. जिसके बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि अगर पाकिस्तान शांति चाहता है तो युद्धविराम लंबे समय तक चलने वाला है. यह दोनों देशों के लिए अच्छा होगा.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से युद्धविराम का व्यापक उल्लंघन हुआ है, जहां न केवल छोटे हथियार थे बल्कि उच्च क्षमता वाले हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. सीजफायर उल्लंघन ने पाकिस्तानी सेना के रक्षात्मक ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है. उनके सैनिक हताहत हुए हैं.
बहरहाल दोपहर दो बजे इस खबर के न्यूज चैनलों पर आने के बाद कि चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. पूरा देश उनकी सलामती की दुआएं कर रहा था. इस अनहोनी के बाद हमारे लिए भी सोशल मीडिया रिएक्शन को शामिल करना लगभग नामुमकिन है. जैसा स्वाभाव बिपिन रावत का रहा ये कहना कहीं से गलत नहीं है कि जहां एक तरफ उन्होंने देश की आंतरिक शांति के लिए बड़ी भूमिका निभाई. वहीं दुश्मन को भी उन्होंने अपनी हदों में रहना सिखाया.
नम आंखों से इतना ही कहा जा सकता है- देश के बहादुर सेनापति बिपिन रावत अमर रहें!
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