शुक्रवार को गूगल से उर्दू में 'भिखारी' लिखने वाले तब हैरान रह गए, जब कंप्यूटर और मोबाइल पर हाथ फैलाए इमरान खान की तस्वीर सामने आने लगी. गूगल पर ऐसे चमत्कार होते रहते हैं, लेकिन पिछले दिनों में इमरान खान के साथ ऐसा कई बार हो गया. बदहाल वित्तीय हालात से जूझ रहे पाकिस्तान को उबारने के लिए दुनिया में कर्ज लेने के लिए भटक रहे हैं. ऐसे में गूगल पर 'भिखारी' के रूप में उन्हें दिखाया जाना क्रूर मजाक लग रहा है.
गूगल इमेजेज पर बेगर सर्च करने पर इमरान की तस्वीर आना वाकई पाकिस्तान के लिए शर्मनाक है
पाकिस्तान सरकार ने इसे अपने खिलाफ एक बड़ी साजिश बताया है. गूगल से इसकी शिकायत दर्ज कराते हुए पाक सरकार की ओर से कहा गया है कि इससे प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ साथ पूरे पाकिस्तान की छवि धूमिल हो रही है. पाकिस्तानी हुक्मरानों ने सख्ती के साथ गूगल को हिदायत दी कि जल्द से जल्द इसपर एक्शन लिया जाए और इन तस्वीरों को हटाया जाए.
उर्दू में कुछ यूं लिखा जाता है बेगर
ज्ञात हो कि पाकिस्तान के हालात लम्बे समय से खराब हैं. देश भयंकर कर्ज के बोझ तले दबा दुआ है. इमरान के प्रधानमंत्री बनने के बाद ये माना जा रहा था कि पाकिस्तान की स्थिति कुछ संभलेगी और शायद वहां सुधर देखने को मिल जाए मगर हुआ इसका उल्टा. आज जिस तरह का निजाम पाकिस्तान में है, पाकिस्तान न सिर्फअपने द्वारा लिया गया कर्ज चुकाने में नाकाम है बल्कि पूरी दुनिया के सामने आलोचना का पात्र बना है.
गूगल इमेजेज पर कुछ यूं आए नतीजे जिन्होंने इमरान को बताया बेगर
'begger' को उर्दू में लिखकर इमरान का नाम आना कोई नई बात नहीं है. इसी साल नवम्बर में इमरान पाकिस्तान - चीन के संबंधों की बेहतरी के लिए चीन गए थे और वहां से भाषण दे रहे थे. अब देश का प्रधानमंत्री विदेश में हो और मुल्क के बारे में बता रहा हो, विकास के लिए अपनी नीतियां सुझा रहा हो तो स्थानीय मीडिया के लिए भी जरूरी हो जाता है कि वो इसके बारे में अपनी जनता को बताएं. पाकिस्तान के पीटीवी ने इमरान को लाइव तो दिखाया मगर एक बहुत बड़ी गलती कर दी. स्क्रीन पर चीन की राजधानी बीजिंग को 'Begging' लिख दिया गया. इस गलती से खफा होकर पाक सरकार ने उस प्रोग्राम से जुड़े कई लोगों को बर्खास्त भी किया था.
तस्वीर से साफ है कि जब गूगल पर भिखारी सर्च किया जाए तो इमरान का चेहरा सामने आता है
चैनल द्वारा ये गलती जान बूझकर की गई या फिर इसे अनजाने में अंजाम दिया गया इसका तो चैनल के लोग बेहतर जानें मगर इसका सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया गया. जहां एक तरफ इस घटना को पाकिस्तान के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया तो वहीं इसपर आलोचकों का ये भी तर्क था कि घटना साबित करती है कि इमरान खान देश की बागडोर अपने हाथ में लेने में नाकाम हैं.
ये तो हो गयी इमरान की बात. आइये चलते चलते बाकी नेताओं की भी बात कर ली जाए, जिन्हें गूगल के एल्गोरिदम के कारण अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा है. हाल ही में गूगल पर 'idiot' सर्च करने पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तस्वीरें दिखाई दे रही थीं. चूंकि मामला अमेरिका था, तो कांग्रेस ने ताबड़तोड़ गूगल के चीफ सुंदर पिचाई को बुलवा लिया. जमकर खिंचाई की. सवाल पूछे गए कि आखिर ऐसा कैसे होता है. इसी तरह भारत की ओर से भी गूगल से ऐतराज जताया गया था, जब 'criminal' सर्च करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर सामने आने लगी थीं. दरअसल, इसके मूल में गूगल का एल्गोरिदम है, जो लोगों द्वारा किसी तस्वीर या खबर के साथ बार-बार किसी शब्द के इस्तेमाल को 'संबंधित' मान लेता है. जैसे, यदि पाकिस्तान में लोगों ने इमरान खान की इमेज के साथ 'भिखारी' शब्द का इस्तेमाल बहुत बार किया होगा, तो मुमकिन है कि वह इस शब्द के सर्च पर रिजल्ट इमरान खान की तस्वीर के रूप में दिखाए.
बहरहाल चूंकि ताजा मामला इमरान खान का है तो गूगल इमेजेज पर begger लिखने के बाद उनकी तस्वीरें आना इसलिए भी गंभीर है क्योंकि पाकिस्तान के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं और वैसे भी जब आदमी दूध से जला होता है तो वो छांछ भी फूंक फूंककर पीता है.
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