गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे क्या होंगे? जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. जल्द ही नतीजे हमारे सामने होंगे और हमें पता चल जाएगा कि भाजपा, कांग्रेस और आप में से वो कौन होगा जो गुजरात के किले को फ़तेह करेगा. गुजरात के नतीजे आने में अभी थोड़ा वक़्त है लेकिन तमाम अलग अलग एग्जिट पोल्स और उनके नतीजे हमारे सामने हैं. और दिलचस्प ये कि यदि इन नतीजों पर नजर डालें तो भाजपा गुजरात में धमाकेदार वापसी करते हुए नजर आ रही है. माना जा रहा है कि सूबे में एक बार फिर से कमल खिलेगा जो पूर्व के मुकाबले कहीं ज्यादा भव्य होगा. ध्यान रहे पिछले 25 साल से एक राज्य के रूप में गुजरात की कमान भारतीय जनता पार्टी के हाथों में है. और चाहे वो पीएम मोदी रहे हों या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जैसे समीकरण स्थापित किये गए पहले ही ये साफ़ हो गया था कि भाजपा अपना किला गंवाने के मूड में नहीं है. 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के विपरीत, जो काफी हद तक दो दलों की लड़ाई थी, आम आदमी पार्टी की गुजरात में एंट्री ने मौजूदा मुकाबले को त्रिकोणीय लड़ाई बनाया लेकिन जैसा कि एग्जिट पोल्स बता रहे हैं दाल किसी की नहीं गली और फिर मोदी लहर ऐसा चली की झाड़ू की तीलियां बिखर गयीं और लाख कोशिशों के बावजूद पंजा उन्हें अपने में समेट नहीं पाया.
ध्यान रहे इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल ने पहले ही ये अनुमान लगाया था कि बीजेपी गुजरात में 46 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकती है, इसके बाद कांग्रेस 26 फीसदी और आम आदमी पार्टी 20 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकती है. सीटों के लिहाज से, भाजपा को 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में 129 से 151 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है. वहीं इंडिया टुडे-एक्सिस माई...
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे क्या होंगे? जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. जल्द ही नतीजे हमारे सामने होंगे और हमें पता चल जाएगा कि भाजपा, कांग्रेस और आप में से वो कौन होगा जो गुजरात के किले को फ़तेह करेगा. गुजरात के नतीजे आने में अभी थोड़ा वक़्त है लेकिन तमाम अलग अलग एग्जिट पोल्स और उनके नतीजे हमारे सामने हैं. और दिलचस्प ये कि यदि इन नतीजों पर नजर डालें तो भाजपा गुजरात में धमाकेदार वापसी करते हुए नजर आ रही है. माना जा रहा है कि सूबे में एक बार फिर से कमल खिलेगा जो पूर्व के मुकाबले कहीं ज्यादा भव्य होगा. ध्यान रहे पिछले 25 साल से एक राज्य के रूप में गुजरात की कमान भारतीय जनता पार्टी के हाथों में है. और चाहे वो पीएम मोदी रहे हों या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जैसे समीकरण स्थापित किये गए पहले ही ये साफ़ हो गया था कि भाजपा अपना किला गंवाने के मूड में नहीं है. 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के विपरीत, जो काफी हद तक दो दलों की लड़ाई थी, आम आदमी पार्टी की गुजरात में एंट्री ने मौजूदा मुकाबले को त्रिकोणीय लड़ाई बनाया लेकिन जैसा कि एग्जिट पोल्स बता रहे हैं दाल किसी की नहीं गली और फिर मोदी लहर ऐसा चली की झाड़ू की तीलियां बिखर गयीं और लाख कोशिशों के बावजूद पंजा उन्हें अपने में समेट नहीं पाया.
ध्यान रहे इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल ने पहले ही ये अनुमान लगाया था कि बीजेपी गुजरात में 46 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकती है, इसके बाद कांग्रेस 26 फीसदी और आम आदमी पार्टी 20 फीसदी वोट शेयर हासिल कर सकती है. सीटों के लिहाज से, भाजपा को 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में 129 से 151 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है. वहीं इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल ये भी बता रहा है कि साल 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 16 से 30 सीटें मिल सकती हैं वहीं 9-21 सीटों पर आम आदमी पार्टी की हिस्सेदारी रहेगी.
बात केवल इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल की नहीं है. यदि तमाम अलग अलग एग्जिट पोल्स जैसे जन की बात, टीवी 9, P-MARQ पर नजर डालें तो इनके रुझान भी इंडिया टुडे से मिलते जुलते हैं और सब यही बता रहे हैं कि अपने गृह राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जादू बरक़रार रखने में कामयाब हुए हैं.
जिस तरह का उग्र प्रचार प्रधानमंत्री ने गुजरात में किया कहना गलत नहीं है कि भले ही गुजरात विधानसभा चुनावों में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में रहा हो लेकिन मोदी की लड़ाई इन दलों से न होकर खुद से थी.
चाहे वो गोधरा हो या नरोदा पाट्या गुजरात विधानसभा चुनावों में इस बार भी ऐसी तमाम सीट्स थीं जिनको लेकर विपक्ष विशेषकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए लेकिन जैसे नतीजे एग्जिट पोल्स में आए हैं उन्होंने सब कुछ शीशे की तरह साफ़ कर दिया है.
कह सकते हैं कि साल 2022 के इस विधानसभा चुनावों में जो एग्जाम पीएम मोदी के बलबूते भारतीय जनता पार्टी ने दिया उसमें भाजपा ही वो पार्टी बनी जो न केवल अच्छे अंकों से पास हुई बल्कि जिसने टॉप किया. वहीं गुजरात एग्जिट पोल्स पर राजनीति के जानकारों की राय है वो भी कम रोचक नहीं है. तमाम पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर एकमत हैं कि 2022 के बाद से जो दाग बार बार विपक्ष भाजपा के दामन पर लगा रहा था उसे पीएम मोदी ने अपने कुशल नेतृत्व के भरोसे सदा सदा के लिए धुल दिया है.
वहीं बात एग्जिट पोल्स की चली है तो हम फिर इस बात को दोहराना चाहेंगे कि भले ही हर एग्जिट पोल सही नहीं होता मगर गुजरात के एग्जिट पोल्स ने जनता की राय, पसंद और देश के प्रधानमंत्री के प्रति भरोसा कायम रखा है. गुजरात में भाजपा ने इतिहास लिखा है और परिणाम के बाद चाहे वो आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस उन्हें चिंतन से ज्यादा अपना अवलोकन करने की जरूरत है.
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