लाल देह लाली लसे, अरू धरि लाल लंगूर,
ब्रज देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर.
कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन (Coronavirus Lockdown) है तो क्या हुआ? लोग अपने अपने घरों में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) का जश्न मना रहे हैं. सनातन धर्म या हिंदू संस्कृति में हनुमान (Hanuman) संकट मोचक की भूमिका में हैं जिन्हें दुखों का हरण करने के लिए जाना जाता है. जिक्र दुखों और विघ्नहर्ता हनुमान का हुआ है तो मौजूदा वक़्त में पूरी दुनिया के सामने कोरोना वायरस एक बड़ी चुनौती की तरह है. जबकि बात अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हो तो क्या दुनिया की सुपर पावर अमेरिका क्या विश्व के अन्य देश, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) को लेकर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) हनुमान की भूमिका में हैं. दुनिया जान गई है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर इस मुश्किल घड़ी में अगर कोई बड़ा मददगार साबित हो सकता है तो वो केवल और केवल भारत है. ध्यान रहे कि भारत ने कोरोना वायरस की मार झेल रहे तमाम मुल्कों की मदद के लिए रामबाण मानी जा रही दवा के निर्यात पर लगे बैन को हटा दिया है. भारत का ये करना भर था अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने भारत और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने कोरोना संक्रमितों के इलाज में कारगर साबित हो रही मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई के लिए भारत को धन्यवाद कहा है. दिलचस्प बात ये है कि ब्राजील ने भारत द्वारा की जा रही मदद को तुलना रामायण में हनुमान जी द्वारा लाई गई संजीवनी बूटी से की...
लाल देह लाली लसे, अरू धरि लाल लंगूर,
ब्रज देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर.
कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन (Coronavirus Lockdown) है तो क्या हुआ? लोग अपने अपने घरों में हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) का जश्न मना रहे हैं. सनातन धर्म या हिंदू संस्कृति में हनुमान (Hanuman) संकट मोचक की भूमिका में हैं जिन्हें दुखों का हरण करने के लिए जाना जाता है. जिक्र दुखों और विघ्नहर्ता हनुमान का हुआ है तो मौजूदा वक़्त में पूरी दुनिया के सामने कोरोना वायरस एक बड़ी चुनौती की तरह है. जबकि बात अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हो तो क्या दुनिया की सुपर पावर अमेरिका क्या विश्व के अन्य देश, हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) को लेकर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) हनुमान की भूमिका में हैं. दुनिया जान गई है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर इस मुश्किल घड़ी में अगर कोई बड़ा मददगार साबित हो सकता है तो वो केवल और केवल भारत है. ध्यान रहे कि भारत ने कोरोना वायरस की मार झेल रहे तमाम मुल्कों की मदद के लिए रामबाण मानी जा रही दवा के निर्यात पर लगे बैन को हटा दिया है. भारत का ये करना भर था अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने भारत और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने कोरोना संक्रमितों के इलाज में कारगर साबित हो रही मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई के लिए भारत को धन्यवाद कहा है. दिलचस्प बात ये है कि ब्राजील ने भारत द्वारा की जा रही मदद को तुलना रामायण में हनुमान जी द्वारा लाई गई संजीवनी बूटी से की है.
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. बोलसोनारो के इस पत्र का यदि अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि वो भारत द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए की जा रही मदद से संतुष्ट हैं. इसके लिए उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहा है. पत्र में बोलसोनारो ने इस बात का भी जिक्र किया है कि भारत और ब्राजील की दोस्ती दोनों ही देशों के लिए कई अहम मोर्चों पर फायदेमंद होगी.
अपने पत्र में ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो ने लिखा है कि ' कोरोना वायरस की इस महामारी के मौके पर जिस तरह भारत ने ब्राजील की सहायता की है, वह बिल्कुल वैसा ही है जैसा रामायण में हनुमान जी ने श्री राम के भाई लक्ष्मण जी की जान बचाने के लिए संजीवनी लाकर किया था.
ध्यान रहे कि एक ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है और बीमारों तथा मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा हो पूरी दुनिया हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के लिए भारत और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ देख रही है. वहीं बात अगर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हो तो वो एक कुशल और समझदार राजनेता का परिचय देते हुए इस मुश्किल घड़ी में हनुमान जी की तरह सबकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं.
बता दें कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के लिए विश्व की सुपर पावर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी भारत के आगे अपनी झोली फैला चुके हैं और भारत ने भी एक अच्छे मित्र का परिचय देते हुए अमेरिका की मदद का वादा किया था जिसकी तारीफ खुद ट्रंप ने की थी. ट्रंप ने कहा था कि मैंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या वो दवा उपलब्ध कराएंगे? उन्होंने हां में उत्तर दिया है. ट्रंप ने पीएम मोदी को शानदार बताया है.
बहरहाल बात हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन और पीएम मोदी की हुई है तो जिस तरह आज पूरी दुनिया भारत के आगे झुकी है और बैन हटाकर भारत ने रहमदिली का परिचय दिया है माना जा रहा है कि भारत विश्व गुरु की भूमिका में आ गया है. यानी भारत पर अब जिम्मेदारी बढ़ गयी है. देखना दिलचस्प रहेगा कि भारत अपनी इस भूमिका को कैसे और किस तरह निभाता है.
इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प ब्राजील के राष्ट्रपति का हनुमान को लाना है. ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो इस बात को बखूबी जानते हैं कि जब बात धर्म की दृष्टि से दुनिया की भलाई की होगी तो भारत कब्भी भी पीछे नहीं हटेगा और पूरी दुनिया की मदद के लिए बढ़ चढ़कर सामने आएगा.
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