प्रशासनिक सेवा में भर्ती के लिए आप संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करिए और फिर मसूरी की खूबसूरत पहाड़ियों में बने आईएएस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में बतौर प्रोबेशनर एक साल की ट्रेनिंग लीजिए और बन जाइए देश के आईएएस अधिकारी. लेकिन अब इस कहानी में एक छोटा ट्विस्ट आ गया है. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अभी तक प्रोबेशनर को उसके निर्धारित कैडर स्टेट में पोस्टिंग दे दी जाती थी. लेकिन अब प्रोबेशनर को 3 महीने और इंतजार करना होगा. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सभी प्रोबेश्नर आईएएस अधिकारी को 3 महीने तक दिल्ली में रहकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पाठशाला में शामिल होना होगा.
आईएएस की कहानी में ये ट्विस्ट नतीजा है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच का. प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल यह प्रस्ताव रखा था कि मसूरी इस्टीट्यूट से ट्रेनिंग पूरी करने के बाद सभी प्रोबेशनर अधिकारियों को उनके निर्धारित कैडर में भेजने से पहले उन्हें 3 महीने दिल्ली में रखा जाए. प्रधानमंत्री मोदी का आइडिया है कि सभी प्रोबेशनर इस दौरान अलग-अलग मंत्रालयों से संबंध रहेंगे और उनका काम प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों को सुनने का होगा. सभी प्रोबेशनर अधिकारी अपने मंत्रालयों के जरिए आयोजित होने वाले उन सभी सेमिनार में हिस्सा लेंगे जिसमें प्रधानमंत्री को बोलना है.
प्रधानमंत्री की इस सोच पर अमल भी किया जा चुका है. पिछले साल 2013 बैच के सभी प्रोबेशनर अधिकारियों को इस कार्यक्रम के तहत 3 महीने तक दिल्ली में रखा गया था. वहीं अब से कुछ दिनों में 2014 बैच के प्रोबेशनर मसूरी में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर दिल्ली पहुंचने वाले है. गौरतलब है कि 2013 बैच के अधिकारियों का दिल्ली प्रवास खत्म होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को संबोधित किया था. साथ ही कुछ प्रोबेशनर अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन भी दिया था कि अपने निर्धारित राज्यों में पहुंचकर वह किस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण देशव्यापी योजनाओं को कारगर बनाने में अपना योगदान देंगे.
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