पाकिस्तान इस वक्त बहुत खतरनाक आर्थिक संकट से गुजर रहा है. पाकिस्तान में IMF (इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड) के बेल आउट पैकेज का इंतजार हो रहा है. 6.8 अरब रुपयों का पैकेज पाने के लिए पाकिस्तानियों को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. एक तरफ IMF की तरफ से शर्त रखी गई है कि पाकिस्तान में गैस और बिजली पर टैक्स बढ़ जाना चाहिए दूसरी तरफ पाकिस्तानी अधिकारियों ने पहले इन शर्तों को मानकर IMF के पैकेज के लिए हां कर दी थी, लेकिन बाद में इमरान खान ने इसे मना कर दिया. इमरान खान के मुताबिक इससे महंगाई काफी बढ़ जाएगी.
जिस कर्ज और महंगाई को लेकर इमरान खान चिंता जता रहे हैं उसी के आधार पर उन्होंने चुनाव जीता था. पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अपने प्रचार के दिनों में पाकिस्तान की जनता से कह रहे हैं कि वो मर जाएंगे, लेकिन किसी के आगे हाथ नहीं फैलाएंगे और न ही वो IMF जैसे संगठन को पाकिस्तान के टैक्स बढ़ाने देंगे.
वीडियो में इमरान खान चिल्ला-चिल्ला कर ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्हें बेहद तकलीफ होती है जब पाकिस्तान की सरकार दूसरे देशों के सामने हाथ फैलाती हैं, यहां तक कि वो तो नया पाकिस्तान का सपना देखने की बात भी कर रहे थे कि वो पाकिस्तान को ऐसा बनाएंगे जिससे पाकिस्तान गरीब मुल्कों की मदद करे, पाकिस्तान भारत के गरीबों की मदद करे.
इसी के साथ, एक और वीडियो पोस्ट किया गया है जिसमें इमरान खान का बयान पहले और अब के मुकाबले बिलकुल बदला हुआ लग रहा है. एक तरफ वो कह रहे हैं कि उन्हें शर्म आती है कि पाकिस्तान सऊदी अरब के सामने हाथ फैलाता है, दूसरी तरफ वो पाकिस्तान को बधाइयां देते दिखाई दे रहे हैं कि सऊदी की तरफ से एक शानदार पैकेज पाकिस्तान को मिल गया है.
जिस महंगाई की चिंता IMF के पैकेज को लेकर हो रही है उसी महंगाई की चिंता पाकिस्तान में पेट्रोल को लेकर नहीं की जा रही. इमरान खान के राज में पाकिस्तान में पेट्रोल 108 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है और इतना ही नहीं पाकिस्तान की Economic Coordination Committee (ECC) (जिसने पेट्रोल की कीमत 9 रुपए बढ़ाने की बात की थी.) के खिलाफ लाहौर कोर्ट में FIR भी हो गई है. यानी पाकिस्तान में इमरान खान IMF की शर्ते भले ही न मान रहे हों, लेकिन दूसरी तरफ से अपना काम तो पूरा कर ही रहे हैं.
कुछ समय पहले तो पाकिस्तान में दूध पेट्रोल से भी ज्यादा महंगा हो गया था जो 120 से 180 रुपए लीटर के हिसाब से बिक रहा था.
इमरान खान के इस फ्लैशबैक वीडियो पर लोगों ने बेहद रोचक कमेंट दिए हैं.
सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर बहुत सी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. यहां तक कि इस वीडियो पर भारतीय कमेंट भी आ रहे हैं जहां इमरान खान की तुलना अरविंद केजरीवाल से कर डाली.
इमरान खान और पाकिस्तान की हालत अब ऐसी हो गई है कि उन्हें IMF के बेल आउट पैकेज की बहुत जरूरत है. अगर वो नहीं भी लेता है तो भी इमरान खान चीन, सऊदी जैसे देशों से राहत के लिए पैसे मांगने को मजबूर हैं. सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान जब पाकिस्तान दौरे पर गए थे तब भी इमरान खान ने उनसे पाकिस्तान में निवेश की बात कही थी.
इतना ही नहीं कुछ दिन पहले तो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में तेल मिलने की बात भी कह दी थी, हालांकि उसका कोई नतीजा नहीं निकला. अफ्गानिस्तान बॉर्डर पर तांबे की खदानों को लेकर भी बात सालों से चल रही है, लेकिन प्राकृतिक संसाधन होने के बावजूद पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल के कुछ ही महीनों में परेशान और हताश नजर आ रहे हैं तभी तो इतनी जल्दी उन्हें अपने बयान से ही पलटना पड़ गया.
पाकिस्तानी सरकार की ये हालत अभी से नहीं बल्कि बहुत पहले से ही है. अब देखना ये है कि क्या इमरान खान पाकिस्तानी जनता का टैक्स बढ़ाते हैं या फिर IMF के बेलआउट पैकेज को बाय-बाय कहकर किसी नए देश से कर्ज मांगने की आस लगाते हैं.
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