पश्चिम बंगाल स्थित कलकत्ता हाई कोर्ट के बाहर जबरदस्त तमाशा हुआ है. कांग्रेस समर्थित वकीलों ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का न केवल विरोध किया बल्कि ऐसी ऐसी बातें कह दीं जो ये दर्शाती हैं कि बंगाल जैसे राज्य में कांग्रेस के भीतर अनुशासन नाम की चीज बची ही नहीं है. असल में बंगाल में कांग्रेस के सर्वेसर्वा अधीर रंजन चौधरी ने मेट्रो डेरी मामले के मद्देनजर एक याचिका कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर की थी. इसी याचिका की सुनवाई पर पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए चिदंबरम कलकत्ता हाई कोर्ट आए थे. कांग्रेस समर्थक वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर काले कपड़े दिखाकर चिदंबरम का विरोध किया. इतना ही नहीं उन्हें ममता बनर्जी का दलाल तक कह दिया. कांग्रेस समर्पित वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर न केवल चिदंबरम के खिलाफ नारे लगाए बल्कि उन्हें काले झंडे तक दिखाए गए हैं.
कुछ इस तरह चिदंबरम को कांग्रेसी वकीलों के विरोध का सामना करना पड़ा है क्या है मेट्रो डेरी केस
मेट्रो डेरी केस शेयरों की खरीद फरोख्त में हुई धांधली से जुड़ा केस है. ध्यान रहे कि पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने केवेंटर एग्रो के साथ मिलकर मेट्रो डेयरी के शेयर काफी कम कीमत पर बेच दिए. जिसे बाद में सिंगापुर की एक बड़ी कंपनी को ऊंची कीमत पर बेचा गया. मामले पर याचिका दायर करते हुए चौधरी का यही कहना था कि यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है.
जिक्र चिदंबरम के विरोध का हुआ है तो विरोध में उतरे कांग्रेस के लीगल सेल के इन कार्यकर्ताओं का यही मानना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में तृणमूल खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं ऐसे में चिदंबरम जो कि पार्टी के वरिष्ठ नेता है और पूर्व...
पश्चिम बंगाल स्थित कलकत्ता हाई कोर्ट के बाहर जबरदस्त तमाशा हुआ है. कांग्रेस समर्थित वकीलों ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का न केवल विरोध किया बल्कि ऐसी ऐसी बातें कह दीं जो ये दर्शाती हैं कि बंगाल जैसे राज्य में कांग्रेस के भीतर अनुशासन नाम की चीज बची ही नहीं है. असल में बंगाल में कांग्रेस के सर्वेसर्वा अधीर रंजन चौधरी ने मेट्रो डेरी मामले के मद्देनजर एक याचिका कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर की थी. इसी याचिका की सुनवाई पर पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए चिदंबरम कलकत्ता हाई कोर्ट आए थे. कांग्रेस समर्थक वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर काले कपड़े दिखाकर चिदंबरम का विरोध किया. इतना ही नहीं उन्हें ममता बनर्जी का दलाल तक कह दिया. कांग्रेस समर्पित वकीलों ने कोर्ट रूम के बाहर न केवल चिदंबरम के खिलाफ नारे लगाए बल्कि उन्हें काले झंडे तक दिखाए गए हैं.
कुछ इस तरह चिदंबरम को कांग्रेसी वकीलों के विरोध का सामना करना पड़ा है क्या है मेट्रो डेरी केस
मेट्रो डेरी केस शेयरों की खरीद फरोख्त में हुई धांधली से जुड़ा केस है. ध्यान रहे कि पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने केवेंटर एग्रो के साथ मिलकर मेट्रो डेयरी के शेयर काफी कम कीमत पर बेच दिए. जिसे बाद में सिंगापुर की एक बड़ी कंपनी को ऊंची कीमत पर बेचा गया. मामले पर याचिका दायर करते हुए चौधरी का यही कहना था कि यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है.
जिक्र चिदंबरम के विरोध का हुआ है तो विरोध में उतरे कांग्रेस के लीगल सेल के इन कार्यकर्ताओं का यही मानना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में तृणमूल खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं ऐसे में चिदंबरम जो कि पार्टी के वरिष्ठ नेता है और पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, चंद पैसों के लिए विरोधियों की पैरवी कर रहे हैं.
चिदंबरम के ममता को समर्थन देने से कांग्रेस लीगल सेल के कार्यकर्ता किस हद तक नाराज हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो एक सुर में इस बात को कह रहे हैं कि चिदंबरम जैसे नेताओं की ही बदौलत ही देश की सबसे पुरानी पार्टी यानी कांग्रेस को ये दिन देखने पड़ रहे हैं. वहीं इनका ये भी कहना है कि यदि बंगाल में भी कांग्रेस की हालत बद से बदतर हो रही है तो उसके जिम्मेदार चिदंबरम जैसे नेता हैं.
विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता से क्या कहा है कांग्रेस समर्पित वकीलों ने
तुम जैसे नेता कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं.
क्या तुम यहां टीएमसी को बचाने आए हो?
तुम्हारे जैसे नेताओं ने पूरी कांग्रेस पार्टी को बर्बाद कर दिया है.
तुम ममता बनर्जी के दलाल हो.
बंगाल में अगर कार्यकर्ताओं की मेहनत के बाद कांग्रेस का इतना बुरा हाल हुआ है तो इसके जिम्मेदार तुम हो.
गो बैक - गो बैक!
तुम कांग्रेस पार्टी के एक एमपी हो और यहां तृणमूल कांग्रेस को बचाने आए हो.
अगर हम कार्यकर्ता यहां बंगाल में झेल रहे हैं तो कारण तुम्हारी लीडरशिप है.
तुम एक दलाल नेता हो तुम्हें वापस जाना चाहिए मिस्टर चिदंबरम.
तुम ममता बनर्जी का दलाल बनने की कोशिश मत करो.
कौन हैं विरोध करने वाले कांग्रेस समर्पित वकील
मामले में प्रदर्शनकारियों के विषय में जो जानकारी निकल कर बाहर आ रही है यदि उसपर यकीन किया जाए तो जो वकील वायरल वीडियो में चिदंबरम का विरोध करते दिख रहे हैं उनका नाम कौस्तव बागची और सुमित्रा नियोगी है. बागची ने जहां एक तरफ चिदंबरम को ममता का दलाल कहा तो वहीं सुमित्रा नियोगी ने चिदंबरम की कार के सामने अपना कोर्ट उतारा और उसे लहराया. नियोगी ने चिदंबरम के विरोध स्वरुप गो बैक के नारे भी लगाए.
मामले पर अधीर ने बड़ा दांव खेला और खुद को बेदाग दिखाया
इस खबर के बाद कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शुमार चिदंबरम के साथ बदसलूकी हुई है. अधीर रंजन चौधरी की तरफ से बड़ा बयान आया है. मामले पर अपना पक्ष रखते हुए चौधरी ने कहा है कि चिदंबरम एक प्रोफेशनल लॉयर हैं और उन्हें अपने क्लाइंट चुनने और उनका केस लड़ने का पूरा अधिकार है. कांग्रेस समर्पित वकीलों के विरोध को चौधरी ने स्वाभाविक प्रतिक्रिया बताया है.
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