पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 46 जवान शहीद होने के बाद भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की थी. इसके बाद पाकिस्तान ने भी हमला किया और जवाबी कार्रवाई में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पाकिस्तान की गिरफ्त में पहुंच गए. जिस समय अभिनंदन पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में थे और उनके उल्टे-सीधे सवालों का जवाब दे रहे थे, उसी दौरान दोनों देशों के बीच एक वक्त ऐसा भी आ चुका था जब युद्ध की नौबत आ गई थी.
सीमा पर सेना की तैनाती बढ़ा दी गई थी, बहुत से एयरपोर्ट से उड़ानें रद्द कर दी गई थीं और लड़ाकू विमानों को 2 मिनट में उड़ने के लिए तैयार रहने के आदेश दिए हुए थे. सीमा पर तनाव की ये तस्वीर तो पूरे देश ने देखी, लेकिन दोनों देशों के अधिकारियों में जो बातें हुईं, जो गरमा-गरमी रही, उसे कम ही लोग जानते हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने उस दौरान की स्थिति के बारे में बताया है. एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि उस समय दोनों देशों ने एक दूसरे पर मिसाइलें तक दागने की धमकी दे दी थी.
अमेरिका के बीच-बचाव से टला युद्ध
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 5 सूत्रों के हवाले से मिसाइलें दागने की धमकियों की पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक ये जानकारी पश्चिमी डिप्लोमैट्स, नई दिल्ली, इस्लामाबाद और वॉशिंगटन स्थिति सरकारी सूत्रों से मिली है. उनके अनुसार भारत ने पाकिस्तान पर कम से कम 6 मिसाइलें दागने की धमकी दी थी. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी कह दिया था कि भारत जितनी मिसाइलें दागेगा, पाकिस्तान की ओर से जवाब में उसकी तीन गुना मिसाइलें दागी जाएंगी. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और कुछ अन्य अमेरिका अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों देशों के बीच स्थिति काबू में आ सकी,...
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 46 जवान शहीद होने के बाद भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की थी. इसके बाद पाकिस्तान ने भी हमला किया और जवाबी कार्रवाई में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पाकिस्तान की गिरफ्त में पहुंच गए. जिस समय अभिनंदन पाकिस्तानी सेना की गिरफ्त में थे और उनके उल्टे-सीधे सवालों का जवाब दे रहे थे, उसी दौरान दोनों देशों के बीच एक वक्त ऐसा भी आ चुका था जब युद्ध की नौबत आ गई थी.
सीमा पर सेना की तैनाती बढ़ा दी गई थी, बहुत से एयरपोर्ट से उड़ानें रद्द कर दी गई थीं और लड़ाकू विमानों को 2 मिनट में उड़ने के लिए तैयार रहने के आदेश दिए हुए थे. सीमा पर तनाव की ये तस्वीर तो पूरे देश ने देखी, लेकिन दोनों देशों के अधिकारियों में जो बातें हुईं, जो गरमा-गरमी रही, उसे कम ही लोग जानते हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने उस दौरान की स्थिति के बारे में बताया है. एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि उस समय दोनों देशों ने एक दूसरे पर मिसाइलें तक दागने की धमकी दे दी थी.
अमेरिका के बीच-बचाव से टला युद्ध
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 5 सूत्रों के हवाले से मिसाइलें दागने की धमकियों की पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक ये जानकारी पश्चिमी डिप्लोमैट्स, नई दिल्ली, इस्लामाबाद और वॉशिंगटन स्थिति सरकारी सूत्रों से मिली है. उनके अनुसार भारत ने पाकिस्तान पर कम से कम 6 मिसाइलें दागने की धमकी दी थी. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी कह दिया था कि भारत जितनी मिसाइलें दागेगा, पाकिस्तान की ओर से जवाब में उसकी तीन गुना मिसाइलें दागी जाएंगी. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और कुछ अन्य अमेरिका अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों देशों के बीच स्थिति काबू में आ सकी, वरना युद्ध होना तो तय ही था.
साफ किया, आतंकरोधी अभियान से पीछे नहीं हटेंगे
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानी 27 फरवरी की शाम को अजीत डोभाल ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख आसिम मुनीर से बात की थी. उन्होंने साफ कर दिया था कि अभिनंदन के पाकिस्तान के कब्जे में होने के बावजूद भारत आतंकरोधी अभियान से अपने पांव पीछे नहीं खींचेगा. उन्होंने कहा था कि ये लड़ाई उन आतंकी संगठनों के खिलाफ है, जो पाकिस्तान की धरती पर चल रहे हैं.
पाकिस्तान ने दी तीन गुना जवाब देने की धमकी
पाकिस्तान सरकार के एक मंत्री और एक पश्चिमी राजनयिक ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत ने पाकिस्तान के 6 ठिकानों पर मिसाइल दागने की धमकी दी थी. हालांकि, ये नहीं पता है कि फोन किसने उठाया और किसने ये धमकी दी. पाकिस्तानी मंत्री ने ही बताया कि पाकिस्तान की ओर से कहा गया अगर भारत एक मिसाइल दागेगा तो वो 3 दागेंगे, भारत जो भी करेगा, उसका तीन गुना जवाब पाकिस्तान की ओर से दिया जाएगा.
अमेरिका को करना पड़ा बीच-बचाव
जहां एक ओर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ चुका था कि युद्ध के हालात पैदा हो गए थे, वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हनोई में उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर समझौते की कोशिश कर रहे थे. भारत-पाकिस्तान के बीच बिगड़ते हालात को देखकर दिल्ली के पश्चिमी राजनयिक सक्रिय हो गए और स्थिति को संभालने की कोशिशें होने लगीं. खुद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भी फोन पर दोनों पक्षों से बात कर के स्थिति को संभालने की कोशिश की, जो खुद उस समय हनोई में ही थे. रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की कोशिश यही थी कि पाकिस्तान की ओर से भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा किया जाए और दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति को टाला जाए. अमेरिका ये सुनिश्चित करने में लगा था कि दोनों देश एक दूसरे पर कहीं मिसाइल ना दाग दें.
रॉयटर्स के मुताबिक पाकिस्तानी मंत्री ने ये भी बताया कि इस मामले में अमेरिका के अलावा चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने भी हस्तक्षेप किया था. आबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जायद अल-नाह्यान ने पीएम मोदी और इमरान खान से बात की थी. 28 फरवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने भी पत्रकारों से कहा था कि जल्द ही ये संकट खत्म हो जाएगा. उसी दिन दोपहर में पाकिस्तान की संसद में इमरान खान ने अभिनंदन को रिहा करने की घोषणा कर दी थी.
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