बेबी डॉल की सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) के फैंस के लिए तो खुशखबरी है ही, कोरोना महामारी (Awareness against Pandemic)से जारी जंग के बीच बाकियों के लिए भी गुड न्यूज है. देश में कोरोना संक्रमण के मामले 3 हजार से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन ठीक होने वालों की सख्या भी तीन सौ पहुंचने वाली है. हो सकता है कनिका कपूर की अगली निगेटिव रिपोर्ट आने तक ऐसा हो भी जाये.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के बावजूद नियमों का उल्लंघन करने को लेकर कनिका कपूर के खिलाफ यूपी सरकार के निर्देश पर पुलिस ने केस दर्ज कर रखा है. ऐसे में कनिका कपूर के स्वस्थ हो जाने के बाद कानूनी प्रक्रिया का सामना करना है.
कनिका की बीमारी का असर
अब इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि पांच बार निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद कोई कोविड 19 जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ कर स्वस्थ होने की ओर बढ़ रहा है. ये ठीक है कि खुद कनिका कपूर को 16 दिन तक कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझना पड़ा है - लगातार पांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद छठवीं रिपोर्ट निगेटिव आयी है. हालांकि, लखनऊ के पीजीआई में हुई ये पांचवी रिपोर्ट है. कनिका कपूर का पहला टेस्ट केजीएमयू में हुआ था.
कनिका कपूर को अस्पताल से छुट्टी के लिए अभी एक और रिपोर्ट निगेटिव आने तक इंतजार करना होगा. उसके बाद ही वो घर जा सकेंगी. मुश्किल ये है कि अस्पताल से छुट्टी के बाद भी कनिका कपूर न तो चैन से घर पर बैठ सकती हैं न ही तत्काल अपना काम शुरू कर सकती हैं - क्योंकि अभी कानूनी लड़ाई बाकी है.
20 मार्च को कनिका कपूर की टेस्ट रिपोर्ट आयी थी. केजीएमयू में 19 मार्च की शाम कनिका कपूर ने सैंपल दिया था - और अगले ही दिन मिली रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की जानकारी खुद कनिका ने इंस्टाग्राम पर अपने एक पोस्ट में दी थी, हालांकि, अब वो पोस्ट कनिका ने डिलीट कर दिया है.
लंदन से लौटने के बाद कनिका लखनऊ पहुंचीं और उसके बाद एक पार्टी में शिरकत कीं जिसमें नेताओं और अफसरों की भारी भागीदारी रही. ये पार्टी कनिका के...
बेबी डॉल की सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) के फैंस के लिए तो खुशखबरी है ही, कोरोना महामारी (Awareness against Pandemic)से जारी जंग के बीच बाकियों के लिए भी गुड न्यूज है. देश में कोरोना संक्रमण के मामले 3 हजार से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन ठीक होने वालों की सख्या भी तीन सौ पहुंचने वाली है. हो सकता है कनिका कपूर की अगली निगेटिव रिपोर्ट आने तक ऐसा हो भी जाये.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के बावजूद नियमों का उल्लंघन करने को लेकर कनिका कपूर के खिलाफ यूपी सरकार के निर्देश पर पुलिस ने केस दर्ज कर रखा है. ऐसे में कनिका कपूर के स्वस्थ हो जाने के बाद कानूनी प्रक्रिया का सामना करना है.
कनिका की बीमारी का असर
अब इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि पांच बार निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद कोई कोविड 19 जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ कर स्वस्थ होने की ओर बढ़ रहा है. ये ठीक है कि खुद कनिका कपूर को 16 दिन तक कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझना पड़ा है - लगातार पांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद छठवीं रिपोर्ट निगेटिव आयी है. हालांकि, लखनऊ के पीजीआई में हुई ये पांचवी रिपोर्ट है. कनिका कपूर का पहला टेस्ट केजीएमयू में हुआ था.
कनिका कपूर को अस्पताल से छुट्टी के लिए अभी एक और रिपोर्ट निगेटिव आने तक इंतजार करना होगा. उसके बाद ही वो घर जा सकेंगी. मुश्किल ये है कि अस्पताल से छुट्टी के बाद भी कनिका कपूर न तो चैन से घर पर बैठ सकती हैं न ही तत्काल अपना काम शुरू कर सकती हैं - क्योंकि अभी कानूनी लड़ाई बाकी है.
20 मार्च को कनिका कपूर की टेस्ट रिपोर्ट आयी थी. केजीएमयू में 19 मार्च की शाम कनिका कपूर ने सैंपल दिया था - और अगले ही दिन मिली रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने की जानकारी खुद कनिका ने इंस्टाग्राम पर अपने एक पोस्ट में दी थी, हालांकि, अब वो पोस्ट कनिका ने डिलीट कर दिया है.
लंदन से लौटने के बाद कनिका लखनऊ पहुंचीं और उसके बाद एक पार्टी में शिरकत कीं जिसमें नेताओं और अफसरों की भारी भागीदारी रही. ये पार्टी कनिका के कोरोना टेस्ट कराने से पहले हुई थी. जैसे ही कनिका ने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी पूरे देश में हड़कंप मच गया.
खास वजह ये रही कि लखनऊ की पार्टी में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके बेटे बीजेपी सांसद दुष्यंत सिंह भी शामिल थे. पार्टी के दो दिन बाद ही दुष्यंत सिंह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ ब्रेकफास्ट करने राष्ट्रपति भवन भी गये. उससे पहले वो कई सांसदों से भी मिले थे.
कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी के बाद वसुंधरा राजे खुद आइसोलेश में चली गयीं ये बताते हुए कि वो पार्टी में शामिल हुई थीं. वैसे पार्टी की तस्वीरें पहले ही बाहर आ चुकी थीं. तभी अनुप्रिया पटेल और डेरेक-ओ-ब्रायन जैसे सांसदों ने भी खुद को आइसोलेशन में जाने की घोषणा कर दी थी.
बहरहाल, अंत भला तो सब भला. अब ऑल इज वेल कहने का मौका आ रहा है.
SGPGI यानी संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के डायरेक्टर डॉक्टर आरके धीमान ने हाल ही में बताया था, 'कनिका कपूर में अब कोई लक्षण नहीं दिख रहे, उनकी तबीयत पहले से स्थिर और अच्छी है. वो सामान्य तौर पर भोजन ले रही हैं.' डॉक्टर धीमान ने उन चर्चाओं को खारिज किया था जिसमें कनिका के बहुत बीमार होने की बात कही जा रही थी.
एक बात तो मानना ही पड़ेगा कि कनिका कपूर के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आने के बाद ही लोगों में इस महामारी को लेकर जागरुकता आयी. महामारी दुनिया भर में फैले होने के कारण विदेश से आने पर एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग और उसके बाद 14 दिन आइसोलेशन में रहने का प्रोटोकॉल तो बना हुआ था - लेकिन लोग इसे गंभीरता से तभी लिये जब खतरे का एहसास हुआ. कनिका कपूर के पार्टियों में जाने और उसकी वजह से कोरोना फैलने को लेकर पूरे देश में हड़कंप मच गया था.
एक झटके में ही कनिका कपूर की छवि ऐसी बन गयी जैसे सिंगर ने लंदन से कोरोना वायरस लाकर जगह जगह प्रसाद बांट दी हो - लेकिन हमें तस्वीर के दूसरे पहलू पर भी गौर करना ही चाहिये. कानूनों का कनिका कपूर ने जो उल्लंघन किया है उसके लिए तो अदालती कार्यवाही से गुजरना ही होगा - और ये भी तय है कि इंसाफ भी होगा. जो सजा बनती होगी वो भी अदालत ही तय करेगी.
लेकिन कुछ अच्छी बातें भी हुई हैं, तरीका जरूर गलत रहा. ये कनिका कपूर ही हैं जिन्होंने खुद इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिख कर बीमारी की जानकारी शेयर की. बेहतर तो यही होता कि वो वायरस संक्रमण की जानकारी देतीं लेकिन साथ में ये भी बतातीं कि वो आइसोलेशन में रह रही हैं.
ये कनिका कपूर ही हैं जिनके संक्रमित होने पर बीमारी की बातें ज्यादातर लोगों तक पहुंचीं. कनिका कपूर के सेलीब्रिटी होने के कारण खबर भी सुर्खियों में छायी रही - और पार्टी में शामिल नेताओं के राष्ट्रपति तक पहुंच जाने की वजह से लोग जानने समझने लगे. कनिका कपूर ने खतरे में तो बहुतों को डाल दिया था - लेकिन एहतियाती उपाय और सक्रियता लोगों में कनिका कपूर के कारण ही बढ़ी.
कनिका कपूर के कोरोना संक्रमित होने की खबर सुन कर काफी लोग बीमारी के बारे में समझने की कोशिश करने लगे - कनिका कपूर ने अगर थोड़ी सी सावधानी बरती होती तो वो दूसरे कोरोना वीरों के लिए प्रेरणास्रोत भी बन सकती थीं - और ऐसा भी हो सकता था कि उनका मैसेज लोगों को जागरुक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता.
कनिका की कानूनी लड़ाई तो बाकी ही है
अभी तक इमरजेंसी के हालात थे, इसलिए कनिका कपूर सेहत को लेकर ही जूझ रही थीं, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार के बाद कोर्ट कचहरी का चक्कर भी शुरू हो जाएगा. खबर ये भी है कि कोरोना वायरस को लेकर रिपोर्ट निगेटिव आ जाने के बाद कनिका कपूर ने कानूनी सलाह लेनी शुरू कर दी है. कनिका कपूर ने अपने वकील से मुकदमे के सिलसिले में बात भी की है.
कनिका कपूर पर आरोप है कि वो एयरपोर्ट पर जांच नहीं करायीं और प्रोटोकॉल के मुताबिक खुद को आइसोलेट भी नहीं किया. कोरोना वायरस संक्रमण छिपाने को लेकर कनिका कपूर के खिलाफ लखनऊ के सरोजनी नगर थाने में मुकदमा दर्ज है.
तभी बताया गया था कि लखनऊ के CMO की शिकायत पर पुलिस ने कनिका के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269 और 270 के तहत केस दर्ज किया हुआ है. इसके अलावा हजरतगंज और महानगर थाने में दो अलग अलग एफआईआर हुई है जिनमें कनिका पर सरकार के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने और जानबूझकर लोगों की जान खतरे में डालने का इल्जाम है.
कनिका कपूरे के खिलाफ दर्ज एफआईआर में तारीखों को लेकर गड़बड़ी भी पायी गयी थी. लखनऊ के पुलिस कमिश्रन सुजीत पांडे ने एफआईआर में त्रुटि की बात स्वीकार भी की थी और कहा था कि उसे जांच में सुधार लिया जाएगा.
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