Lockdown 2.0 के बीच ही कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) के बेटे निखिल गौड़ा (Nikhil Gowda) की शादी हो गयी. शादी की तारीख 17 अप्रैल तो नहीं बदली, लेकिन समारोह स्थल को दो बार बदलना पड़ा. दोनों में से एक बेंगलुरू था लेकिन रेड-जोन घोषित हो जाने के कारण शादी के लिए देवगौड़ा परिवार के रामनगरा फॉर्म हाउस जाना पड़ा. जेडीएस नेता कुमारस्वामी की तरफ से शादी के दौरान लॉकडाउन के नियमों के पालन के दावे तो खूब किये गये थे, लेकिन शादी की तस्वीरें तो यही बता रही हैं कि नियमों की धज्जियां भी शिद्दत से उड़ायी गयीं.
सवाल ये है कि अगर पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन (Lockdown) लागू है - लोग घरों में बंद हैं और अभी 20 अप्रैल भी नहीं आया कि छूट शुरू हो चुकी हो तो क्या वीआईपी परिवारों के आयोजन में सोशल डिस्टैंसिंग का कोई मतलब नहीं रह गया है?
न मास्क, न सोशल डिस्टैंसिंग
लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में दो बातें जिले के डीएम के विवेक पर छोड़ दी गयी हैं - और कुमारस्वामी के बेटे की शादी में एक बार फिर ये समझ में आ गया कि विवेकाधिकार कोटे का क्या मतलब होता है. ऐसा तो हुआ नहीं होगा कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को रिपोर्ट करने वाले डीएम ने जेडीएस नेता कुमारस्वामी के घर में शादी के लिए हर तरह की छूट दे दी होगी.
पता चला है कि शादी का समारोह स्थल दो बार बदलना पड़ा. पहले ये मैसुरू वाले रास्ते पर जनपदालोका में होना था. चूंकि मान्ड्या, मैसुरू और हासन इलाके कुमारस्वामी और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के गढ़ माने जाते हैं, ऐसे में समझा गया कि शादी वहां से हुई तो लाखों समर्थक जुट सकते हैं. मुश्किल ये भी रही कि कुमारस्वामी के बेटे निखिल एक्टर भी हैं तो उनके फैन भी जुट सकते थे. फिर तय हुआ कि शादी बेंगलुरू से होगी लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाया और बेंगलुरू को रेड-जोन घोषित कर दिया गया - फिर फैसला हुआ कि शादी रामनगरा के गौड़ा फॉर्म हाउस से ही होगी. ये जगह...
Lockdown 2.0 के बीच ही कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) के बेटे निखिल गौड़ा (Nikhil Gowda) की शादी हो गयी. शादी की तारीख 17 अप्रैल तो नहीं बदली, लेकिन समारोह स्थल को दो बार बदलना पड़ा. दोनों में से एक बेंगलुरू था लेकिन रेड-जोन घोषित हो जाने के कारण शादी के लिए देवगौड़ा परिवार के रामनगरा फॉर्म हाउस जाना पड़ा. जेडीएस नेता कुमारस्वामी की तरफ से शादी के दौरान लॉकडाउन के नियमों के पालन के दावे तो खूब किये गये थे, लेकिन शादी की तस्वीरें तो यही बता रही हैं कि नियमों की धज्जियां भी शिद्दत से उड़ायी गयीं.
सवाल ये है कि अगर पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन (Lockdown) लागू है - लोग घरों में बंद हैं और अभी 20 अप्रैल भी नहीं आया कि छूट शुरू हो चुकी हो तो क्या वीआईपी परिवारों के आयोजन में सोशल डिस्टैंसिंग का कोई मतलब नहीं रह गया है?
न मास्क, न सोशल डिस्टैंसिंग
लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में दो बातें जिले के डीएम के विवेक पर छोड़ दी गयी हैं - और कुमारस्वामी के बेटे की शादी में एक बार फिर ये समझ में आ गया कि विवेकाधिकार कोटे का क्या मतलब होता है. ऐसा तो हुआ नहीं होगा कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को रिपोर्ट करने वाले डीएम ने जेडीएस नेता कुमारस्वामी के घर में शादी के लिए हर तरह की छूट दे दी होगी.
पता चला है कि शादी का समारोह स्थल दो बार बदलना पड़ा. पहले ये मैसुरू वाले रास्ते पर जनपदालोका में होना था. चूंकि मान्ड्या, मैसुरू और हासन इलाके कुमारस्वामी और उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के गढ़ माने जाते हैं, ऐसे में समझा गया कि शादी वहां से हुई तो लाखों समर्थक जुट सकते हैं. मुश्किल ये भी रही कि कुमारस्वामी के बेटे निखिल एक्टर भी हैं तो उनके फैन भी जुट सकते थे. फिर तय हुआ कि शादी बेंगलुरू से होगी लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाया और बेंगलुरू को रेड-जोन घोषित कर दिया गया - फिर फैसला हुआ कि शादी रामनगरा के गौड़ा फॉर्म हाउस से ही होगी. ये जगह बेंगलुरू से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर है.
एचडी कुमारस्वामी के बेटे और युवा जेडीएस के अध्यक्ष निखिल गौड़ा की शादी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे एम. कृष्णप्पा की भतीजी रेवती से हुई है. निखिल गौड़ा 2019 के चुनाव में मान्ड्या लोक सभा सीट से जेडीएस के उम्मीदवार भी थे, लेकिन एक्टर अंबरीष की पत्नी सुमालता अंबरीष से चुनाव हार गये. हां, उनके चचेरे भाई प्रज्ज्वल ने हासन लोक सभा सीट जीत ली थी जिसे देवगौड़ा ने पोते के लिए खाली कर दिया था.
शादी को लेकर कुमारस्वामी का कहना था कि सारी परमिशन ले रखी है - और पूरी एहतियात भी बरती जाएगी. चुनावी रैलियों में आंसू तक रोकने में नाकाम रह जाने वाले कुमारस्वामी ने दुख जताते हुए कहा था कि अफसोस इस बात का है कि ज्यादा लोगों को नहीं बुला पाएंगे - लेकिन जब मौजूदा मुश्किलें खत्म हो जाएंगी तो एक बड़ा सा रिसेप्शन दिया जाएगा जिसमें सभी को न्योता भेजा जाएगा. जेडीएस नेता ने एक वीडियो मैसेज समर्थकों से शादी समारोह स्थल से दूर रहने की अपील भी की थी.
1. जेडीएस नेता कुमारस्वामी के दफ्तर की ओर से बताया गया था कि समारोह सादा होगा और 100 से भी कम लोग शादी में शामिल होंगे - ताकि कोरोना वायरस के खतरे को दूर रखा जा सके.
2. कुमारस्वामी के दफ्तर के एक अधिकारी ने द प्रिंट को बताया था कि सभी मेहमानों की फार्म हाउस में पहुंचने पर सबसे पहले स्क्रीनिंग होगी. ये काम मौके पर मौजूद डॉक्टर करेंगे.
3. स्पेशल डेस्क बना होगा जहां मास्क और सैनिटाइजर के भी इंतजाम होंगे.
लेकिन तस्वीरें तो कुछ और ही नजारा पेश कर रही हैं. सोशल डिस्टैंसिंग का तो आलम ये है जैसे किसी को कुछ मालूम ही न हो - एक तस्वीर में सिर्फ एक शख्स मास्क लगाये नजर रहा है, अगर दूल्हा-दुल्हन को छोड़ भी दें तो देवगौड़ा परिवार का कोई भी व्यक्ति मास्क पहनने की झंझट में पड़ा नहीं दिख रहा है - और एक दूसरे के बीच की दूरी तो वैसे ही है जैसी आम दिनों में होने वाले शादी समारोहों में नजर आता है.
कर्नाटक और महाराष्ट्र में कुछ दिनों से जुड़वां भाइयों जैसा व्यवहार देखने को मिल रहा है. अभी छह महीने भी नहीं हुए, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने बिलकुल बीएस येदियुरप्पा की तरह करिश्मा दिखाते हुए कुछ देर के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे - और करीब करीब उसी अंदाज में चलते भी बने. हाल ही में महाराष्ट्र से वधावन भाइयों की खबर आयी थी जिसमें एक बड़े पुलिस अफसर की चिट्ठी लेकर परिवार के 23 लोग पांच लक्जरी गाड़ियों में सवार होकर खंडाला से महाबलेश्वरम तक लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते पकड़े गये थे. दोनों भाइयों को तो पुलिस ने हिरासत में ले ही लिया था, परिवार के बाकी लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ. उद्धव ठाकरे की सरकार पर भी ये घटना सवालिया निशान लगा रही थी - और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सवालों की लगातार बौछार कर रहे थे.
कर्नाटक के रामनगरा में कुमारस्वामी के बेटे की शादी में भी तकरीबन वैसा ही नजारा रहा. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के एक्टर बेटे निखिल गौड़ा की शादी को लेकर दावे तो काफी किये गये थे - लेकिन शादी की तस्वीरें हकीकत सामने ला चुकी हैं.
क्या येदियुरप्पा फिर एक्शन लेंगे
कर्नाटक में फिलहाल बीजेपी की सरकार है और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा हैं. येदियुरप्पा से ठीक पहले कांग्रेस के सपोर्ट से कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन ऑपरेशन लोटस के जरिये येदियुरप्पा ने एक्शन लिया और कुमारस्वामी की सरकार गिरा दी - अब क्या फिर से येदियुरप्पा एक्शन लेंगे?
लॉकडाउन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल इमरजेंसी बताया है - और खुद भी कैबिनेट की बैठकों तक में सोशल डिस्टैंसिंग बरकरार रखते आये हैं. मुख्यमंत्री की मीटिंग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान भी मास्क लगाये हुए देखे गये थे. यहां तक कि 14 अप्रैल को राष्ट्र के नाम संबोधन के वक्त भी गमछा लपेटे टीवी पर दिखे थे.
कर्नाटक सरकार की तरफ से भी कहा गया था कि प्रशासन पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराएगा - और पूरा ध्यान रखा जाएगा कि नियमों का उल्लंघन न हो. साथ में चेतावनी भी दी गयी थी कि अगर लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन नहीं हुआ तो बगैर किसी हीलाहवाली के एक्शन भी लिया जाएगा. बताते हैं कि राज्य सरकार की तरफ से शादी में 70 से 100 लोगों की मौजूदगी की इजाजत दी गई है. पता चला है कि सरकार की ओर से शादी की वीडियोग्राफी भी की गई है और अभी इस बात की जांच-पड़ताल होनी है कि समारोह के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का पालन हुआ या नहीं?
पुलिस के मुताबिक, उन गाड़ियों को ही जाने की इजाजत दी गयी जिनके रजिस्ट्रेशन नंबर पर पास जारी किया गया था. हालांकि, बताया जा रहा है कि समारोह स्थल के पास 30-40 गाड़ियां खड़ी देखी गयीं. शादी में मीडिया को एंट्री नहीं दी गयी थी, लेकिन न्यूज एजेंसी एएनआई ने शादी में मौजूद किसी शख्स के जरिये तस्वीरें हासिल कर ली - और फिर मीडिया में ये तस्वीरें आ गयीं.
और तस्वीरें गवाह हैं कि कुमार स्वामी के बेटे की शादी में ज्यादातर लोग बगैर मास्क लगाये हुए देखे गये - और सोशल डिस्टैंसिंग की जगह नजदीकियां ही नजर आ रही थीं - अब मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के लिए ये चैलेंज है कि वो कुमारस्वामी के खिलाफ क्या और कैसा एक्शन लेते हैं?
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