लोकसभा चुनाव का पहला चरण गुजर चुका है और दूसरे चरण का चुनाव भी आज हो रहा है. पहले चरण में एक के बाद एक बहुत सारी ईवीएम मशीनों के खराब होने की खबर सामने आई थी, लेकिन इस बार ऐसी घटनाएं काफी कम हुई हैं. लेकिन एक मुद्दा है जो पहले चरण के चुनाव में भी था और दूसरे चरण के चुनाव में भी है. वो है बुर्का.
पहले चरण में संजीव बालियान ने आरोप लगाए थे कि कांग्रेस पार्टी बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग करा रही है. वहीं दूसरी ओर, इस बार अमरोहा में सपा के दानिश अली ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि बुर्के की आड़ में वह फर्जी वोटिंग करा रहे हैं. भाजपा ने भी विरोधी पार्टियों पर आरोप लगाने हुए कहा है कि बुर्के में महिलाएं फर्जी वोटिंग कर रही हैं. लेकिन लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में सिर्फ बुर्का ही एक मुद्दा नहीं है, बल्कि और भी बहुत से मुद्दे हैं. देश के अलग-अलग हिस्से के चुनाव का एक अलग ही रंग दिखाई दे रहा है.
पश्चिम बंगाल में एक प्रत्याशी की कार पर हमला हुआ और इस्लामपुर में लाठीचार्ज तक करना पड़ा.
जीवीएल नरसिम्हा राव पर फेंका जूता
भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंका गया है. इसके बाद वहां हंगामा हो गया. ये जूता फेंकने वाला शख्स पत्रकार की तरह वहां पहुंचा हुआ था. बताया जा रहा है कि यह शख्स कानपुर का रहने वाला है, जिसका नाम शक्ति भार्गव बताया जा रहा है. हालांकि, अभी तक ये नहीं पता चल सका है कि वह पत्रकार हैं या कोई और. क्यों जूता फेंका, नाराजगी क्या है, इन बातों की पूछताछ उस शख्स से की जा रही है. आपको बता दें कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस साध्वी प्रज्ञा को टिकट देने को लेकर बुलाई गई थी.
पश्चिम बंगाल में हिंसा और बूथ कैप्चरिंग
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल में वो सब शुरू हो गया है, जिसके लिए वह बदनाम है. चुनाव शुरू होने के कुछ समय बाद ही सुबह-सुबह रायगंज में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. भाजपा प्रत्याशी देबाश्री चौधरी ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ता बूथ कैप्चर करने की कोशिश कर रहे थे.
वहीं दूसरी ओर, कुछ समय बाद इस्लामपुर इलाके में सीपीएम प्रत्याशी और मौजूदा सांसद मोहम्मद सलीम की गाड़ी पर पथराव किया गया. हालांकि, समय से सुरक्षाबल वहां पहुंच गया और मोहम्मद सलीम सही सलामत हैं.
इसके अलावा इस्लामपुर में ही चोपड़ा के दिगिरपुर मतदान केंद्र पर कुछ बदमाशों ने लोगों को वोट डालने से रोकने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया.
उमर अब्दुल्ला को अचानक वोटरों में उत्साह दिख रहा है
श्रीनगर से फारूक अब्दुल्ला चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने वोट डालने के बाद पहले तो जनता और मीडिया का शुक्रिया अदा किया. इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने जो बात कही, वह उनके पुराने बयानों से मेल नहीं खा रही थी. लोकसभा चुनाव के प्रचार को लेकर वे टिप्पणी कर रहे थे कि इस बार जहां भी गए, बेखौफ होकर रैली की. कहीं कोई भय का माहौल नहीं था, और लोग बड़े उत्साह से उनकी बात सुन रहे थे. ऐसा पिछले चुनाव नहीं हुआ. उमर अब्दुल्ला में जब घाटी में चुनाव के प्रति लोगों की दिलचस्पी का बखान कर रहे थे, तो उनके पुराने बयान याद आना आजमी था. जिसमें वे केंद्र की सरकार को कोसते हुए कह रहे थे कि राज्य की जनता भारत से दूर होती जा रही है. कश्मीर के लोगों में भारत के प्रति भरोसा कम हो रहा है. और ऐसा होने से मेन स्ट्रीम पार्टियों के लिए वोट मांगना दूभर हो जाएगा. जब उमर अब्दुल्ला से धारा 370 पर उनका बयान मांग तो उन्होंने कहा कि हम अपनी बात कह चुके हैं अब जनता की बारी है.
नक्सली भी अपने काम पर लगे हैं
तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं के बावजूद नक्सली भी हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं. पहले चरण के चुनाव में भी कई नक्सल हमले की घटनाएं सामने आई थीं. इस चरण के चुनाव में छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में रोड ओपनिंग पार्टी पर नक्सिलियों ने हमला किया, जिसमें एक आईटीबीपी जवान घायल हो गया.
ये भी पढ़ें-
चुनाव के दूसरे चरण में हेमा मालिनी, देवगौड़ा परिवार और नीतीश कुमार का इम्तिहान
प्रियंका चतुर्वेदी के गुनाहगारों को माफ करके कांग्रेस ने 'गुनाह' ही किया है!
भोपाल में दिग्विजय सिंह बनाम साध्वी प्रज्ञा यानी 'हिंदू आतंकवाद' चुनाव मैदान में
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.