जहां एक ओर पूरे देश में जय श्री राम का नारा लगाना भगवान राम के लिए भक्ति मानी जाती है, वहीं पश्चिम बंगाल में यह ममता बनर्जी को चिढ़ाने का जरिया बन गया है. ममता बनर्जी को देखते ही बहुत से लोग जय श्री राम के नारे लगाते हैं, जिससे उनका पारा चढ़ जाता है. उन्हें यही लगता है कि वो लोग उन्हें चिढ़ा रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान भी ऐसी कई घटनाएं हुई थीं और एक बार फिर से ऐसा वाकया सामने आया है. ममता बनर्जी के काफिले को देखते ही कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आपा खोते देर नहीं लगी.
पिछली बार चुनाव प्रचार के दौरान जब ऐसा हुआ था, तब मामला गिरफ्तारी तक जा पहुंचा था. 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस बार भी गिरफ्तारियां शुरू हो गई हैं और करीब 10 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है. जय श्री राम पर आपा खोने के चलते पिछली बार भी भाजपा हमलावर हुई थी और इस बार भी ममता बनर्जी पर कई आरोप लगने तय हैं. वैसे भी, ममता बनर्जी खुद ही विपक्षी पार्टियों को ये मौका देती हैं कि उनके खिलाफ बातें हों. तब भी ममता बनर्जी का वीडियो वायरल हुआ था और इस बार भी हो रहा है.
'चमड़ी उधेड़ दूंगी'
ये वाकया पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले का है, जब गुरुवार को ममता बनर्जी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसक झड़प के खिलाफ एक धरने में हिस्सा लेने जा रही थीं. रास्ते में कुछ लोग ममता बनर्जी के काफिले के पास आकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे. ममता बनर्जी ये देखकर आग बबूला हो गईं और अपना आपा खो बैठीं. वह तुरंत ही गाड़ी से उतरीं और नारे लगा रहे लोगों को बाहरी...
जहां एक ओर पूरे देश में जय श्री राम का नारा लगाना भगवान राम के लिए भक्ति मानी जाती है, वहीं पश्चिम बंगाल में यह ममता बनर्जी को चिढ़ाने का जरिया बन गया है. ममता बनर्जी को देखते ही बहुत से लोग जय श्री राम के नारे लगाते हैं, जिससे उनका पारा चढ़ जाता है. उन्हें यही लगता है कि वो लोग उन्हें चिढ़ा रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान भी ऐसी कई घटनाएं हुई थीं और एक बार फिर से ऐसा वाकया सामने आया है. ममता बनर्जी के काफिले को देखते ही कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आपा खोते देर नहीं लगी.
पिछली बार चुनाव प्रचार के दौरान जब ऐसा हुआ था, तब मामला गिरफ्तारी तक जा पहुंचा था. 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस बार भी गिरफ्तारियां शुरू हो गई हैं और करीब 10 लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है. जय श्री राम पर आपा खोने के चलते पिछली बार भी भाजपा हमलावर हुई थी और इस बार भी ममता बनर्जी पर कई आरोप लगने तय हैं. वैसे भी, ममता बनर्जी खुद ही विपक्षी पार्टियों को ये मौका देती हैं कि उनके खिलाफ बातें हों. तब भी ममता बनर्जी का वीडियो वायरल हुआ था और इस बार भी हो रहा है.
'चमड़ी उधेड़ दूंगी'
ये वाकया पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले का है, जब गुरुवार को ममता बनर्जी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसक झड़प के खिलाफ एक धरने में हिस्सा लेने जा रही थीं. रास्ते में कुछ लोग ममता बनर्जी के काफिले के पास आकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे. ममता बनर्जी ये देखकर आग बबूला हो गईं और अपना आपा खो बैठीं. वह तुरंत ही गाड़ी से उतरीं और नारे लगा रहे लोगों को बाहरी और भाजपा के बदमाश बता दिया.
ममता बनर्जी ने चिल्लाते हुए कहा- 'यहां आओ.. हिम्मत है तो सामने आओ.. मुझे फेस करो.. बीजेपी के गुंडों.. यहां पर तुम लोग हमारे कारण रह रहे हो. तुम जैसे लोगों को यहां से भगा भी सकती हूं.. तुम लोग सारे बदमाश लोग हो.. तुम लोगों की हिम्मत कैसे हुई मेरे काफिले पर हमला करने की.. मैं तुम लोगों की चमड़ी उधेड़ दूंगी.. मुझे सभी लोगों के नाम चाहिए जो उपद्रव कर रहे थे.. एक-एक घर की तलाशी होनी चाहिए.'
जाते-जाते ममता बनर्जी दोबारा गाड़ी से उतरीं और फिर से उन लोगों पर चिल्लाने लगीं. उन्होंने कहा कि भाजपा के गुंडे उन्हें गाली दे रहे हैं. वह सवाल उठाते हुए बोलीं कि क्या यही लोकतंत्र है? उन्होंने ये भी कहा कि नारे लगा रहे सभी बाहरी लोग हैं, इनमें कोई भी बंगाल का लोकल आदमी नहीं है.
मिथुन चक्रवर्ती का डायलॉग भी बोला
अपने गुस्से में नारा लगा रहे लोगों पर बरसते हुए ममता बनर्जी ने मिथुन चक्रवर्ती की एक फिल्म 'MLA Fatakeshto' का डायलॉग भी बोला. फिल्म में मिथुन ने कहा था- 'मैं इन सभी लोगों को जानता हूं... मैं इन्हें चुनौती देता हूं कि अगर मैं तुम्हें यहीं मारता हूं..' हालांकि, ममता बनर्जी ने ये डायलॉग पूरा नहीं बोला और कहा- 'क्या आपको मिथुन चक्रवर्ती का यह डायलॉग याद है. मैं इस डायलॉग को पूरा नहीं कह सकती और ना ही मैं ऐसा कहूंगी, लेकिन मैं इतना कहूंगी कि मैं तुम्हें यहां मारूंगी और न्याय कहीं और होगा.'
तलाशी किस बात की और चमेड़ी क्यों उधेड़ी जाएगी?
ममता बनर्जी के वीडियो को देखकर आप उनके गुस्से का अंदाजा तो लगा ही चुके होंगे. लेकिन सवाल ये है कि आखिर किस जुर्म की सजा के तौर पर घरों की तलाशी होगी? क्या ये लोग आतंकी हैं या देशद्रोही हैं, जिन्हें घरों से निकालकर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा. अपने गुस्से में ममता ये भी कह गईं कि वह चमड़ी उधेड़ देंगी. तो क्या समझा जाए? अब कानून भी वही हैं और सरकार भी वही? अब सजा ममता बनर्जी देंगी? सबसे बड़ा सवाल ये है कि सजा किस बात की? नारे लगाने की? तो क्या अब कांग्रेस, सपा, बसपा की रैली में कोई मोदी-मोदी के नारे लगाए तो उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा?
चुनाव प्रचार के दौरान भी हुआ था ऐसा
इस घटना ने इसी महीने की शुरुआत में हुए एक वाकये की याद दिला दी है. उस समय पश्चिमी मिदनापुर जिले के चन्द्रकोना के पास भी ऐसे ही ममता बनर्जी के काफिल के पास कुछ लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे थे. चुनाव प्रचार के लिए जा रही ममता बनर्जी तब भी भड़क गई थीं और अपना काफिला रुकवा कर गाड़ी से निकली थीं और जय श्री राम के नारे लगाने वालों पर गुस्सा हुई थीं. उन्होंने तो जय श्री राम को गाली तक कह दिया था. उनके इशारे पर देखते ही देखते 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
ममता बनर्जी तो पहले से ही जय श्री राम के नारों पर भड़कती रही हैं. वह ये नारा लगाने वालों को भाजपा का आदमी मानती हैं. उनके लिए जय श्री राम का मतलब भगवान की भक्ति नहीं, बल्कि भाजपा की भक्ति हैं. वह मानती हैं कि उन्हें ये नारे लगाकर चिढ़ाया जा रहा है. खैर, अगर उन्हें चिढ़ाया भी जा रहा है तो भी ममता बनर्जी को अपना आपा नहीं खोना चाहिए. पश्चिम बंगाल में बेशक उनकी सरकार है, लेकिन सरकार सबकी होती है. जो वोट देता है उसकी भी और जो विरोध करता है उसकी भी. लेकिन शायद ये बाद ममता बनर्जी को समझ नहीं आती है. और उनकी इस फितरत की वजह से ही हो सकता है अगले विधानसभा चुनाव में वह हार जाएं.
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