प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नौवीं बार रेडियो पर मन की बात की. सरकार बनने के बाद से लगातार मोदी आकाशवाणी के माध्यम से जनता तक अपने मन की बात पंहुचा रहे हैं. इस कार्यक्रम के जरिए मोदी कई विषयों पर बात कर चुके हैं. लेकिन आज मन की बात में मोदी ने एक बड़े मुद्दे से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की.
देश में इस वक्त सियासी माहौल गर्म है. ललित मोदी की मदद करने के आरोपों में फंसे मंत्रियों और राजस्थान की मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी और एनडीए सरकार चौतरफा घिरी हुई है. विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर हमला कर रहा है. लेकिन मोदी इस अहम मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं. यही वजह है कि वे विपक्ष के निशाने पर हैं. इसलिए माना जा रहा था कि आज मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी इस विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ सकते हैं. मगर ऐसा नहीं हुआ.
ललित मोदी के विवाद का भूत सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहा है. मोदी की मदद करने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई नेताओं के नाम आ रहे हैं. इस मामले को लेकर पिछले दो हफ्ते से दिल्ली से लेकर जयपुर तक सियासी पारा गर्मी की तपिश को और बढ़ा रहा है. ऐसे में लग रहा था कि आज मन की बात कार्यक्रम का मुख्य विषय यही विवाद होगा. विपक्ष हो या जनता या फिर मीडिया सभी को इस बात इंतजार था कि आज मोदी इस मामले पर कुछ तो बोलेंगे.
ऐसा नहीं कि मोदी ने मन की बात में ऐसे मुद्दों पर बात न की हो. मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर मन की बात की है. छात्रों की बात हो या किसानों की, भूमि अधिग्रहण बिल हो या फिर वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा. इसके अलावा नशे की जद में आए युवाओं को जागरुक करने जैसे कई विषयों पर मोदी मन की बात कर चुके हैं. लेकिन आज मोदी ने पूरी मन की बात बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान की तरफ मोड़ दी. जनता से सेल्फी विद डॉटर को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आह्वान किया. साफ-सफाई की बातें की. देश की छवि को बेहतर बनाने की बात दोहराई. उन्होंने अतं में कहा कि "मैं आपसे तो हल्की-फुल्की,...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नौवीं बार रेडियो पर मन की बात की. सरकार बनने के बाद से लगातार मोदी आकाशवाणी के माध्यम से जनता तक अपने मन की बात पंहुचा रहे हैं. इस कार्यक्रम के जरिए मोदी कई विषयों पर बात कर चुके हैं. लेकिन आज मन की बात में मोदी ने एक बड़े मुद्दे से जनता का ध्यान हटाने की कोशिश की.
देश में इस वक्त सियासी माहौल गर्म है. ललित मोदी की मदद करने के आरोपों में फंसे मंत्रियों और राजस्थान की मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी और एनडीए सरकार चौतरफा घिरी हुई है. विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री मोदी पर हमला कर रहा है. लेकिन मोदी इस अहम मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं. यही वजह है कि वे विपक्ष के निशाने पर हैं. इसलिए माना जा रहा था कि आज मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी इस विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ सकते हैं. मगर ऐसा नहीं हुआ.
ललित मोदी के विवाद का भूत सरकार का पीछा नहीं छोड़ रहा है. मोदी की मदद करने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई नेताओं के नाम आ रहे हैं. इस मामले को लेकर पिछले दो हफ्ते से दिल्ली से लेकर जयपुर तक सियासी पारा गर्मी की तपिश को और बढ़ा रहा है. ऐसे में लग रहा था कि आज मन की बात कार्यक्रम का मुख्य विषय यही विवाद होगा. विपक्ष हो या जनता या फिर मीडिया सभी को इस बात इंतजार था कि आज मोदी इस मामले पर कुछ तो बोलेंगे.
ऐसा नहीं कि मोदी ने मन की बात में ऐसे मुद्दों पर बात न की हो. मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर मन की बात की है. छात्रों की बात हो या किसानों की, भूमि अधिग्रहण बिल हो या फिर वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा. इसके अलावा नशे की जद में आए युवाओं को जागरुक करने जैसे कई विषयों पर मोदी मन की बात कर चुके हैं. लेकिन आज मोदी ने पूरी मन की बात बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान की तरफ मोड़ दी. जनता से सेल्फी विद डॉटर को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का आह्वान किया. साफ-सफाई की बातें की. देश की छवि को बेहतर बनाने की बात दोहराई. उन्होंने अतं में कहा कि "मैं आपसे तो हल्की-फुल्की, खट्टी-मीठी बातें करता रहूं, बस मुझे इसी में आनंद आता है."
मोदी को इस मामले की हकीकत पता है. शायद वे जानते हैं कि उनकी सरकार की मंत्री और नेता वाकई ललित मोदी की मदद कर रहे थे. इसलिए हर बात का जवाब रखने वाले मोदी इस मसले पर बोलने से कतरा रहे हैं या फिर उनके पास बोलने के लिए कुछ है ही नहीं. अब सवाल उठना लाजमी है कि मोदी जी, मुद्दे की बात कब करेंगे? देश इंतजार कर रहा है.
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