पांच राज्यों में हुए चुनावों की मतगणना जारी है और जल्द ही परिणाम हमारे सामने होंगे. इस बीच सबसे दिलचस्प नजारा पूर्वोतर के मिजोरम का है. पांच राज्यों में पूर्वोत्तर वो स्थान जरूर बन गया है जहां पीएम मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना सच हो गया है. ये सपना हालांकि बीजेपी ने नहीं, बल्कि स्थानीय पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट ने पूरा किया है. राज्य की 40 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना में रुझान साफतौर पर कांग्रेस के खिलाफ हैं और राज्य में एमएनएफ 40 में से 29 सीटों पर आगे है. कांग्रेस के मौजूदा मुख्यमंत्री लाल थनहवला अपनी दोनों सीटों पर चुनाव हार गए हैं.
मिजोरम के सन्दर्भ में इस बात के कयास चुनाव से बहुत पहले लगा लिए गए थे कि यहां कांग्रेस की हालत अच्छी नहीं है. चुनावों में मिजोरम से कांग्रेस का सफाया होना तय माना जा रहा था. चुनाव के बाद जब एग्जिट पोल के नतीजे आए तब स्थिति और साफ हो गई. एग्जिट पोल में ये बात निकल कर सामने आई थी कि मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट यानी एमएनएफ सत्ता हासिल कर सकती है. साथ ही उसका कड़ा मुकाबला कांग्रेस से बताया जा रहा था. यहां आश्चर्यजनक रूप से भाजपा का दूसरे पायदान पर आना इस बात के साफ संकेत दे देता है कि मिजोरम में कांग्रेस फाइट में थी ही नहीं.
आपको बताते चलें कि मिजोरम चुनावों के मद्देनजर, भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की गई और वहीं साफ हो गया कि मिजोरम की जनता ने अपने ऊपर शासन की जिम्मेदारी किसे सौंपी है.