बिहार का चुनाव हो चुका है और नतीजे हमारे सामने हैं. बात निकट भविष्य की हो तो बंगाल और उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के रूप में दो बड़े चुनाव हमारे सामने होंगे. चूंकि 2014 के बाद से तमाम अहम मोर्चों पर भाजपा को फतेह मिली है इसलिए भविष्य में होने वाले इन दो प्रमुख चुनावों के लिए भी भाजपा की तैयारी पूरी है. जैसे भाजपा के तेवर हैं, आगामी चुनावों में मुद्दा क्या रहेगा इसका भी निर्णय पार्टी द्वारा कर लिया गया है. मुद्दा लव जिहाद (Love JIhad) है जिसे लेकर राजनीति किस हद तक तेज होने वाली है. गर जो इसे समझना हो तो हम मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के उस बयान को देख सकते हैं जिसमें उन्होंने लव जिहाद के मद्देनजर कानून (Law on Love Jihad in MP) लाने की बातें की हैं. लव जिहाद पर कैसे रुख नरोत्तम मिश्रा के हैं ये कहना अतिशयोक्ति न होगा कि कहीं न कहीं मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने भी लव जिहाद की बहती गंगा में हाथ धो लिया है.
लव जिहाद पर अपना पक्ष रखते हुए शिवराज सिंह सरकार में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि अगले विधानसभा सत्र में 'लव जिहाद' के मद्देनजर विधेयक लाया जा रहा है. मिश्रा ने कहा है कि इस नए विधेयक के अंतर्गत लव जिहाद करने वाले लोगों के लिए 5 साल की सजा का प्रावधान है साथ ही जो व्यक्ति इसमें शामिल पाया गया उस पर गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज होगा. नरोत्तम मिश्रा के अनुसार इस विधेयक में लव जिहाद मामलों में सहयोग करने वाला भी मुख्य आरोपी की तरह ही देखा जाएगा और उसे बराबर का दोषी माना जाएगा.
विधेयक में नियम रखा जाएगा कि शादी के लिए स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने के लिए एक महीने पहले कलेक्टर के यहां आवेदन करना...
बिहार का चुनाव हो चुका है और नतीजे हमारे सामने हैं. बात निकट भविष्य की हो तो बंगाल और उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के रूप में दो बड़े चुनाव हमारे सामने होंगे. चूंकि 2014 के बाद से तमाम अहम मोर्चों पर भाजपा को फतेह मिली है इसलिए भविष्य में होने वाले इन दो प्रमुख चुनावों के लिए भी भाजपा की तैयारी पूरी है. जैसे भाजपा के तेवर हैं, आगामी चुनावों में मुद्दा क्या रहेगा इसका भी निर्णय पार्टी द्वारा कर लिया गया है. मुद्दा लव जिहाद (Love JIhad) है जिसे लेकर राजनीति किस हद तक तेज होने वाली है. गर जो इसे समझना हो तो हम मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) के उस बयान को देख सकते हैं जिसमें उन्होंने लव जिहाद के मद्देनजर कानून (Law on Love Jihad in MP) लाने की बातें की हैं. लव जिहाद पर कैसे रुख नरोत्तम मिश्रा के हैं ये कहना अतिशयोक्ति न होगा कि कहीं न कहीं मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने भी लव जिहाद की बहती गंगा में हाथ धो लिया है.
लव जिहाद पर अपना पक्ष रखते हुए शिवराज सिंह सरकार में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि अगले विधानसभा सत्र में 'लव जिहाद' के मद्देनजर विधेयक लाया जा रहा है. मिश्रा ने कहा है कि इस नए विधेयक के अंतर्गत लव जिहाद करने वाले लोगों के लिए 5 साल की सजा का प्रावधान है साथ ही जो व्यक्ति इसमें शामिल पाया गया उस पर गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज होगा. नरोत्तम मिश्रा के अनुसार इस विधेयक में लव जिहाद मामलों में सहयोग करने वाला भी मुख्य आरोपी की तरह ही देखा जाएगा और उसे बराबर का दोषी माना जाएगा.
विधेयक में नियम रखा जाएगा कि शादी के लिए स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने के लिए एक महीने पहले कलेक्टर के यहां आवेदन करना अनिवार्य रहेगा.
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश से पहले कर्नाटक और हरियाणा की राज्य सरकारों की तरफ से भी बयान आया था कि वहां कि राज्य सरकारें ने 'लव जिहाद' को लेकर कानून लाने पर विचार कर रही हैं. गौरतलब है कि अभी बीते 6 नवंबर को ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा था कि वो 'लव जिहाद' के नाम पर हो रहे जबरदस्ती के धर्म परिवर्तन को लेकर कानून लाने पर जल्द से जल्द फैसला करना चाहते हैं.
कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने लव जिहाद को सामाजिक बुराई की संज्ञा देते हुए कहा था कि मामलों की गंभीरता के मद्देनजर अब वो वक़्त आ गया है जब लव जिहाद से निपटने के लिए देश में एक कानून लाने की जरूरत है. उन्होंने बताया था कि कर्नाटक सरकार इस संबंध में विशेषज्ञों के साथ कानूनी संभावनाओं पर विचार-विमर्श कर रही है.
वहीं हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने इसके संदर्भ में राज्य के डीजीपी को निर्देश दिए थे कि वो इन मामलों को गंभीरता से लें और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दें.
अब जबकि बात लव जिहाद की चल रही है तो हमारे लिए उत्तर प्रदेश का जिक्र करना बहुत ज़रूरी हो जाता है. बात अगर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की हो तो ट्विटर पर उनके तमाम ट्वीट्स हैं जिनमें उन्होंने विषय की गंभीरता पर प्रकाश डाला है और कहा है कि यदि उत्तर प्रदेश में कोई लव जिहाद में शामिल पाया गया तो उसे किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा.
बहरहाल अब जबकि नरोत्तम मिश्रा की बातें हमारे सामने हैं. तो देखना दिलचस्प रहेगा कि एमपी में लव जिहाद से निपटने वाला ये कानून कब तक लागू होता है. कानून कितना प्रभावी रहेगा इसका फैसला समय करेगा लेकिन जो वर्तमान है और जिस तरह देश के किसी न किसी हिस्से से लव जिहाद के मामले सामने आ रहे हैं इतना तो तय है कि आने वाले वक़्त में अलग अलग दल लव जिहाद को खूब भुनाएंगे और इससे वोट हासिल करेंगे. फ़िलहाल बात नरोत्तम मिश्रा की हुई है तो कानून लाने की बात कहकर उन्होंने बिगुल बजा दिया है और बता दिया है कि भविष्य में राजनीति का एक बड़ा आधार लव जिहाद होगा.
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