PM Narendra Modi Oath Taking Ceremony 30 मई को हो रही है और इस समारोह में देश-विदेश के 6000 से ज्यादा मेहमान शिरकत करेंगे. नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में NDA 2.0 की सूरत भी साफ हो जाएगी. कैबिनेट में कौन-कौन से मंत्री होंगे ये भी साफ हो जाएगा. मोदी सरकार की नई कैबिनेट का हिस्सा Arun Jaitley और Sushma Swaraj जैसे काबिल मंत्री नहीं बनेंगे और इसीलिए बेहद अहम है ये जानना कि आखिर कौन वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय का हिस्सा बनेंगे. जहां एक ओर कैबिनेट के बदलाव को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं दूसरी ओर PM Modi की शपथ ग्रहण को लेकर ज्योतिष शास्त्र के योग भी काफी अहम बन रहे हैं. इस दिन एक खास योग का असर न सिर्फ शपथ लेने वाले पीएम मोदी पर पड़ेगा बल्कि ये पूरे हिंदुस्तान पर पड़ेगा.
30 मई को अपरा एकादशी है हिंदू धर्मग्रंथों में अपरा एकादशी को बहुत शुभ माना गया है और 30 मई को ही BJP को 2019 Lok Sabha Election में अपार सफलता दिलाने वाले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. प्रधानमंत्री पद की शपथ एक तरह से देश की सेवा करने का संकल्प लेना वाला महाव्रत है जो अपरा एकादशी के दिन नरेंद्र मोदी लेने जा रहे हैं. अखिर नरेंद्र मोदी जी अपरा एकादशी के दिन ही शपथ क्यों लेने जा रहे हैं? क्या ये महज एक संयोग है?
यदि संयोग ही है तो बहुत अच्छा संयोग है अपार सफलता दिलाने वाला योग इस दिन बन रहा है पद्म पुराण के अनुसार अपरा एकादशी के दिन व्रत करने से और जगत के पालन हार भगवान विष्णु का पूजन करने से मान-यश, दौलत शोहरत सबकुछ प्राप्त होती है जीवन में अपार सफलता मिलने के योग बनते हैं.
क्या फायदा है इस दिन शपथ लेने से?
अपरा एकादशी के दिन देश के...
PM Narendra Modi Oath Taking Ceremony 30 मई को हो रही है और इस समारोह में देश-विदेश के 6000 से ज्यादा मेहमान शिरकत करेंगे. नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में NDA 2.0 की सूरत भी साफ हो जाएगी. कैबिनेट में कौन-कौन से मंत्री होंगे ये भी साफ हो जाएगा. मोदी सरकार की नई कैबिनेट का हिस्सा Arun Jaitley और Sushma Swaraj जैसे काबिल मंत्री नहीं बनेंगे और इसीलिए बेहद अहम है ये जानना कि आखिर कौन वित्त मंत्रालय और विदेश मंत्रालय का हिस्सा बनेंगे. जहां एक ओर कैबिनेट के बदलाव को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं दूसरी ओर PM Modi की शपथ ग्रहण को लेकर ज्योतिष शास्त्र के योग भी काफी अहम बन रहे हैं. इस दिन एक खास योग का असर न सिर्फ शपथ लेने वाले पीएम मोदी पर पड़ेगा बल्कि ये पूरे हिंदुस्तान पर पड़ेगा.
30 मई को अपरा एकादशी है हिंदू धर्मग्रंथों में अपरा एकादशी को बहुत शुभ माना गया है और 30 मई को ही BJP को 2019 Lok Sabha Election में अपार सफलता दिलाने वाले नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. प्रधानमंत्री पद की शपथ एक तरह से देश की सेवा करने का संकल्प लेना वाला महाव्रत है जो अपरा एकादशी के दिन नरेंद्र मोदी लेने जा रहे हैं. अखिर नरेंद्र मोदी जी अपरा एकादशी के दिन ही शपथ क्यों लेने जा रहे हैं? क्या ये महज एक संयोग है?
यदि संयोग ही है तो बहुत अच्छा संयोग है अपार सफलता दिलाने वाला योग इस दिन बन रहा है पद्म पुराण के अनुसार अपरा एकादशी के दिन व्रत करने से और जगत के पालन हार भगवान विष्णु का पूजन करने से मान-यश, दौलत शोहरत सबकुछ प्राप्त होती है जीवन में अपार सफलता मिलने के योग बनते हैं.
क्या फायदा है इस दिन शपथ लेने से?
अपरा एकादशी के दिन देश के प्रधानमंत्री पद की शपत लेने से नरेंद्र मोदी जी को आगे आने वाले समय में अपार सफलता मिलेगी देश विदेश में उनका मान सम्मान बढ़ेगा. वो देश को तरक्की के मार्ग में आगे ले जाने में कामयाब होंगे, नरेंद्र मोदी जी विश्वस्तर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े नेता बनने में कामयाब होंगे. शास्त्रों में कहा गया है कि शुभ समय में किया गया कार्य कई गुना फल देता है अपरा एकादशी के दिन देश की सेवा करने का संकल्प लेना भी नरेंद्र मोदी जी के लिए बहुत शुभ रहेगा. आने वाले समय में तेजी से कार्य करने की सकारात्मक ऊर्जा उन्हें मिलेगी. असंभव लगने वाला हर कार्य नरेंद्र मोदी जी के लिए संभव हो जाएगा. मोदी है तो मुमकिन है का नारा सच्चे अर्थों में फलीभूत होता दिखाई देगा.
आप भी अपरा एकादशी का लाभ उठा सकते हैं अपने सपनों को साकार कर सकते हैं. ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी कहा जाता है. ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक अपरा एकादशी हर साल मई या जून महीने में आती है. इस बार अपरा एकादशी 30 मई को है अपरा यानी कि अपार. मान्याताओं के अनुसार अपरा एकादशी का पुण्य अपार है. कहते हैं कि इस एकादशी का व्रत करने से व्यतक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. मान्यता है कि इस दिन सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा बरसती है. जो लोग एकादशी का व्रत नहीं कर रहे हैं उन्हें भी इस दिन भगवान विष्णुव का पूजन करना चाहिए और चावल का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से उनके जीनव की परेशानियां दूर होंगी.
तो अपरा एकादशी का फल न सिर्फ भारत के नए प्रधानमंत्री को मिलेगा जो प्रधानमंत्री के तौर पर अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं बल्कि ये पूरे भारत को भी मिल सकता है क्योंकि इस दिन सफलता के योग भरपूर हैं.
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