हिंदू महासभा की वेबसाइट पर सबसे पहले यह दावा नजर आता है कि वह देश की पहली पॉलिटिकल पार्टी है. 1914 में इसकी स्थापना पं. मदन मोहन मालवीय ने की थी. फिर वीर सावरकर, हेडगेवार भी इससे जुड़े. हिंदू नेताओं की यह गोलबंदी अंग्रेजों के मुस्लिम लीग को मान्यता देने के बाद से शुरू हुई. कभी हिंदू विचारधारा का झंडा थामे रही महासभा अब सिर्फ विवादों के लिए जानी जाती है.
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक और अन्य पदाधिकारी कभी गोडसे की मंदिर की बात करते हैं तो कभी लड़कियों के जींस पहनने पर रोक की. मोदी सरकार आने के बाद लगातार इस संगठन की तरफ से विवादित बयान आते रहें हैं.
मोदी सरकार के बाद से तेवर और तीखे
01. विहिप के सुर में सुर मिलाते हुए भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का ऐलान किया. धर्मांतरण और घर वापसी जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी की.
02. भारत में लड़कियों के जींस पहनने पर रोक लगाने की मांग की. अब कहा कि लड़कियां जींस या शार्ट्स ना पहनें तो दुष्कर्म कम होंगे.
03. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक ने देशभर में गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के मंदिर बनाए जाने की घोषणा कर दी.
04. हरियाणा की खाप पंचायतों का समर्थन करते हुए लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने और पश्चिमी सभ्यता दर्शाते वस्त्र पहनने पर रोक की बात कही.
05. देश की मुद्राओं पर गांधी जी के अलावा अन्य महापुरुषों की तस्वीरें लगाने की मांग की.
06. बॉलीवुड के कई कलाकारों, निर्माताओं और निर्देशकों को लव जिहादियों की मदद करने वाला बताया.
07. हिंदू समाज के युवकों से मुस्लिम लड़कियों को फंसा कर उनसे विवाह करने का आह्वान किया था. इस काम के लिए 'बेटी लाओ-बहु बचाओ' जैसी योजना शुरू की.
07. महासभा ने मोदी सरकार से अल्पसंख्यक कल्याण के लिए राष्ट्रीय...
हिंदू महासभा की वेबसाइट पर सबसे पहले यह दावा नजर आता है कि वह देश की पहली पॉलिटिकल पार्टी है. 1914 में इसकी स्थापना पं. मदन मोहन मालवीय ने की थी. फिर वीर सावरकर, हेडगेवार भी इससे जुड़े. हिंदू नेताओं की यह गोलबंदी अंग्रेजों के मुस्लिम लीग को मान्यता देने के बाद से शुरू हुई. कभी हिंदू विचारधारा का झंडा थामे रही महासभा अब सिर्फ विवादों के लिए जानी जाती है.
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक और अन्य पदाधिकारी कभी गोडसे की मंदिर की बात करते हैं तो कभी लड़कियों के जींस पहनने पर रोक की. मोदी सरकार आने के बाद लगातार इस संगठन की तरफ से विवादित बयान आते रहें हैं.
मोदी सरकार के बाद से तेवर और तीखे
01. विहिप के सुर में सुर मिलाते हुए भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का ऐलान किया. धर्मांतरण और घर वापसी जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी की.
02. भारत में लड़कियों के जींस पहनने पर रोक लगाने की मांग की. अब कहा कि लड़कियां जींस या शार्ट्स ना पहनें तो दुष्कर्म कम होंगे.
03. महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक ने देशभर में गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के मंदिर बनाए जाने की घोषणा कर दी.
04. हरियाणा की खाप पंचायतों का समर्थन करते हुए लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने और पश्चिमी सभ्यता दर्शाते वस्त्र पहनने पर रोक की बात कही.
05. देश की मुद्राओं पर गांधी जी के अलावा अन्य महापुरुषों की तस्वीरें लगाने की मांग की.
06. बॉलीवुड के कई कलाकारों, निर्माताओं और निर्देशकों को लव जिहादियों की मदद करने वाला बताया.
07. हिंदू समाज के युवकों से मुस्लिम लड़कियों को फंसा कर उनसे विवाह करने का आह्वान किया था. इस काम के लिए 'बेटी लाओ-बहु बचाओ' जैसी योजना शुरू की.
07. महासभा ने मोदी सरकार से अल्पसंख्यक कल्याण के लिए राष्ट्रीय अभियान शुरू करने के फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की थी.
08. ओबामा की भारत यात्रा का विरोध किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान की कड़ी निंदा की जिसमें उन्होंने भारत को धार्मिक सहिष्णुता के बारे में सलाह दी थी.
09. और तो और हिंदू महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं बख्शा. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को कुछ दिन पहले एक बयान में धोखेबाज कह दिया था. हालांकि बीजेपी की तरफ से इस कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आई थी.
10. हिंदू महासभा ने गंगा की सफाई को लेकर किए जा प्रयासों को भी दिखावा करार दिया था. इसके लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा था.
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